Gorakhpur News: DDU में फूटा फीस बढ़ोतरी का बम, 10 गुना तक की बढ़ोतरी से उठे विरोध के सुर

Gorakhpur News: डीडीयू में अब तक यह व्यवस्था थी कि किसी छात्र का कितने भी पेपर में बैक हो, उसे 500 रुपये शुल्क जमा करना होता था। अब प्रति छात्र प्रति पेपर 500 रुपये शुल्क का प्रावधान किया गया है।

Purnima Srivastava
Published on: 1 Jun 2025 8:38 AM IST
Gorakhpur News: DDU में फूटा फीस बढ़ोतरी का बम, 10 गुना तक की बढ़ोतरी से उठे विरोध के सुर
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Gorakhpur News: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय और सम्बद्ध महाविद्यालयों में फीस में बढ़ोतरी को लेकर आक्रोश है। डीडीयू प्रशासन ने विभिन्न मद में शुल्क को ढाई से 10 गुना तक बढ़ा दिया है। जो पंजीकरण शुल्क 500 रुपये था, उसे 5000 रुपये तक है। विश्वविद्यालय की वित्त समिति ओर कार्य परिषद ने इसे मंजूरी दे दी है। इसे मई महीने से लागू भी कर दिया गया है।

डीडीयू में अब तक यह व्यवस्था थी कि किसी छात्र का कितने भी पेपर में बैक हो, उसे 500 रुपये शुल्क जमा करना होता था। अब प्रति छात्र प्रति पेपर 500 रुपये शुल्क का प्रावधान किया गया है। इसी तरह हर सेमेस्टर में पंजीकरण में देरी पर अब तक 500 रुपये विलंब शुल्क लिया जाता था। नई व्यवस्था में निर्धारित अवधि के बाद पहले अवसर पर विलंब शुल्क 500 रुपये, दूसरे पर 1000, तीसरे पर 1500 और चौथे अवसर पर 2000 रुपये विलंब शुल्क लगेगा। इसके बाद छात्र को शुल्क जमा करने के लिए कुलपति से अनुमति लेनी होगी। तब विलंब शुल्क 5000 रुपये देना होगा।

इसी तरह परीक्षा फॉर्म भरने की समय सीमा समाप्त होने के बाद परीक्षा शुरू होने के एक सप्ताह पहले तक 1000 रुपये विलंब शुल्क लगेगा। विशेष परिस्थिति में कुलपति से अनुमति मिलती है तो छात्रों को 5000 रुपये विलंब शुल्क देना होगा। डीडीयू की स्थापना के हीरक जयंती वर्ष (75 वर्ष) में नई व्यवस्था लागू की गई है। इस व्यवस्था के लिए डीडीयू प्रशासन ने पांच सदस्यीय समिति गठित की थी। समिति ने फरवरी महीने में बैठक कर विभिन्न मद में शुल्क वृद्धि का प्रस्ताव तैयार किया था। इसे अप्रैल में आयोजित वित्त समिति और कार्य परिषद में रखा गया था, जहां मंजूरी मिल गई थी। विभिन्न मद में शुल्क वृद्धि लागू होने के बाद डीडीयू प्रशासन के निर्णय का अंदरखाने विरोध शुरू हो गया है।

उपाधि पर चार गुना की बढ़ोतरी

वर्ष 2013 से पूर्व की डिग्री या उपाधि में संशोधन के लिए अब 2000 रुपये प्रति उपाधि संशोधन शुल्क देना होगा। वर्ष 2013 एवं उसके बाद से अद्यतन उपाधि में संशोधन के लिए 500 रुपये शुल्क लगेगा। डीडीयू में टीसी, माइग्रेशन या प्रोविजनल के शुल्क में ढाई गुना की वृद्धि की गई है। अब तक इन प्रमाणपत्रों के लिए 200 रुपये शुल्क जमा करना होता था। अब इसे बढ़ाकर 500 रुपये कर दिया गया है। डीडीयू के प्रति कुलपति प्रो.शांतनु रस्तोगी का कहना है कि फीस बढ़ोतरी को लेकर एक समिति गठित की गई थी। समिति की रिपोर्ट को वित्त समिति और कार्य परिषद से मंजूरी मिलने के बाद इसे लागू किया गया है। विभिन्न मद में शुल्क वृद्धि से छात्र सतर्क रहेंगे।

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Shalini singh

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