प्रयागराज में कलाग्राम का किये उद्घाटन, वाराणसी में महाराष्ट्र के CM से मिले राज्यपाल

राज्यपाल ने कलाग्राम परिसर का उद्घाटन करने के पश्चात् अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि कुम्भ देश की संस्कृति एवं आध्यात्मिकता का प्रतीक है। सरकार कुम्भ के भव्य आयोजन के लिये वृहद् स्तर पर व्यवस्था कर रही है।

Shivakant Shukla
Published on: 10 Jan 2019 8:44 PM IST
प्रयागराज में कलाग्राम का किये उद्घाटन, वाराणसी में महाराष्ट्र के CM से मिले राज्यपाल
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प्रयागराज: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने कुम्भ-2019 के अवसर पर आज प्रयागराज में उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र के कलाग्राम परिसर का उद्घाटन किया।

राज्यपाल ने कलाग्राम परिसर में ‘चलो मन गंगा यमुना तीर’ कार्यक्रम का द्वीप प्रज्जवलित कर शुभारम्भ किया, जिसमें विभिन्न प्रदेशों के लोक कलाकारों ने सांस्कृतिक कार्यक्रम की सामूहिक प्रस्तुति दी। इसके साथ ही राज्यपाल ने इलाहाबाद संग्रहालय में प्रवेश हेतु ‘कुम्भ मेला 2019’ के विशेष टिकट का लोकार्पण भी किया।

राज्यपाल ने कलाग्राम परिसर का उद्घाटन करने के पश्चात् अपने विचार व्यक्त करते हुये कहा कि कुम्भ देश की संस्कृति एवं आध्यात्मिकता का प्रतीक है। सरकार कुम्भ के भव्य आयोजन के लिये वृहद् स्तर पर व्यवस्था कर रही है।

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कुम्भ पर्व पर देश एवं विदेश से आने वाले श्रद्धालुओं को इस ‘कलाग्राम’ में भारतीय लोक-संस्कृति से परिचित होने का अवसर मिलेगा। कुम्भ केवल भारत का ही नहीं बल्कि विश्व का पर्व है। राज्यपाल ने देश की महानता को मान्यता देने के लिये यूनेस्को को धन्यवाद देते हुये कहा कि यूनेस्को ने कुम्भ को ‘मानवता के अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर’ की संज्ञा दी है।

नाईक ने कहा कि सरकार ने प्रयागराज एवं अयोध्या का पौराणिक नाम पुनःस्थापित किया है जो अपनी संस्कृति स्वयं अपनी पहचान बताती है। 400 वर्षों बाद प्रयागराज को पुनः उसका नाम मिलने से उन्हें समाधान हुआ है। सरकार ने कुम्भ के अवसर पर ‘अक्षयवट’ एवं ‘सरस्वती कूप’ को श्रद्धालुओं के दर्शन हेतु खोला है जिसे केवल भारत ही नहीं बल्कि विदेश के लोग भी देखने आयेंगे।

राज्यपाल ने कहा कि हमारी भारतीय संस्कृति ‘वसुधैव कुटुम्बकम्’ का संदेश देती है। कुम्भ देश की विविधता एवं समृद्ध संस्कृति को सीखने, जानने और समझने का अवसर है। उन्होंने कहा कि भव्य, दिव्य एवं सुरक्षित कुम्भ से उत्तर प्रदेश विश्व के मानचित्र में विशिष्ट स्थान अर्जित करेेगा।

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राज्यपाल ने कलाकारों का अभिनन्दन करते हुये कहा कि कलाग्राम में अद्भुत प्रस्तुति हुई है। वे राज्यपाल के साथ-साथ उत्तर मध्य क्षेत्र सांस्कृतिक केन्द्र एवं इलाहाबाद संग्रहालय और कुम्भ समिति के अध्यक्ष भी है, अतः कलाकारों के प्रदर्शन का श्रेय उनको भी मिलना चाहिए। कुम्भ के अवसर पर यहाँ श्रद्धालुओं एवं पर्यटकों को विभिन्न प्रदेशों की अनेक कलायें देखने को मिलेंगी। कुम्भ 2019 का शुभारम्भ मकर संक्रांति से होगा परन्तु आज की झलकी उसकी भव्यता का परिचायक है। उन्होंने कहा कि भारत का सांस्कृतिक वैभव देखना है तो कलाग्राम उसका प्रमाण है।

केन्द्रीय संस्कृति मंत्री डाॅ0 महेश शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कुम्भ को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पहचान दिलाकर भारत की विशिष्ट पहचान बनायी है। प्रयागराज को उसका प्राचीन नाम दिलाने में राज्यपाल राम नाईक का महत्वपूर्ण योगदान है। कलाग्राम में विभिन्न प्रदेशों से आये 1,500 कलाकार अपनी कला से कुम्भ को यादगार बनायेंगे। कुम्भ के दिव्य एवं भव्य आयोजन हेतु केन्द्र एवं राज्य सरकार संकल्पबद्ध हैं। उन्होंने कहा कि आज भारत हर दिशा में चहुंमुखी विकास कर रहा है।

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कार्यक्रम में स्वागत उद्बोधन संस्कृति मंत्रालय भारत सरकार के संयुक्त सचिव पी0एस0 साहू ने दिया। इस अवसर पर राज्यपाल नाईक एवं केन्द्रीय मंत्री डाॅ0 महेश शर्मा का अंग वस्त्र, तुलसी का पौधा व कुम्भ प्रतीक कलश देकर सम्मान किया गया।

उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक से आज वाराणसी में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेन्द्र फडणवीस ने शिष्टाचारिक भेंट की। फडणवीस वाराणसी में आयोजित मराठी ‘गीत रामायण’ में सम्मिलित होने के लिये आये हैं।

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