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हरियांवा शुगर मिल फिर विवादों में, अब प्रशासन के खिलाफ फूटा मजदूरों का गुस्सा
हरदोई: जिले की डीएससीएल शुगर मिल हरियांवा में बीते दिनो हुए दो बड़े हादसों को लेकर मिल प्रशासन जहां एक ओर सवालों के घेरे में आ गया है। वहीं मजदूरों में मिल प्रशासन पर गहरा आक्रोश है। मिल प्रशासन पर मानवाधिकारों के उल्लघंन जैसे तमाम गंभीर आरोप मजदूरों ने भारतीय मजदूर किसान यूनियन के बैनर तले प्रदर्शन करते हुए लगाए हैं। जिम्मेदार मामले की जांच की बात कह रहे हैं।
6 माह पूर्व फटा था बायलर
विकास खंड हरियांवा के डीएससीएल शुगर मिल में बीते 6 माह पूर्व बायलर फट गया जिसमें काफी संख्या में लोग झुलस गए थे। हालांकि कई मजदूर गैर प्रांतों के होने के कारण मिल प्रशासन के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं करा सके और इलाज के बाद घटना की हवाई जांच जिम्मेदारों ने करा डाली। यहां तक मिल प्रशासन की इस प्रकरण के संबंध में हुई जांच का कोई लेखा जोखा भी नहीं सामने लाया गया। लेकिन इसके बाद महज एक वर्ष के अंदर बीती 9 तारीख को मिल में टरबाइन का स्लैब गिर गया। जिसमें 17 लोगों के घायल होने की जानकारी मिल प्रशासन ने दी वहीं इतनो को ही जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोप लगाया गया कि जो मजदूर घायल हुए हें उनका भी इलाज सही ढंग से नहीं कराया जा रहा है। साथ ही बताया प्रशासन के जिम्मेदार भी मिल प्रशासन से मिले हुए हैं। बता दें कि मिल के अंदर निर्माण कार्य सीके कंस्ट्रक्शन की ओर से कराया जा रहा था।
यूनियन ने खोला मोर्चा
इस संबंध में भारतीय मजदूर किसान यूनियन ने बताया कि इस हादसे में निर्माणाधीन 3 मंजिला टरबाइन चैंबर के निर्माण में करीब 20 मजदूर काम कर रहे थे। जिसमें केवल 17 मजदूरों को गंभीर रूप से घायल होने की बात कही गई। लेकिन शेष अन्य की कोई जानकारी नहीं दी जा रही है। यूनियन के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह ने बताया कि जब उन लोगों को हादसे की सूचना मिली तो कुछ लोगों के साथ वह मिल पहुंच गए लेकिन मिल के गेट पर लगे सिक्योरिटी इंचार्ज अनूप सिंह ने उन्हें रोक लिया। आरोप है कि सिक्योरिटी इंचार्ज ने उनसे व उनके साथियों से हाथापाई भी की। इसी बीच मौके पर थाना प्रभारी वीरेन्द्र सिंह तोमर भी पहुंच गए और यूनियन के कार्यकर्ताओं व पदाधिकारियों को खदेड़ दिया। पूरे प्रकरण के संबंध में मजदूर यूनियन ने पुलिस अधीक्षक से मुलाकात की।
एसडीएम पर भी अपनी बात न सुने जाने का आरोप यूनियन की ओर से लगाया गया है। एसपी से मांग की गई है कि हादसे के बाद लापता हुए मजदूरों का सुराग लगाया जाए ताकि मिल प्रशासन की लापरवाही और कारगुजारी सामने आ सके। इस संबंध में एसपी आलोक प्रियदर्शी ने बताया कि एसओ को निर्देशित किया गया है जल्द ही मामले की जांच कराई जाएगी। प्रकरण में जो भी दोषी होगा उसे किसी भी कीमत पर नहीं बख्शा नहीं जाएगा।
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