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11 घंटे की इनकम टैक्स Raid, सीएम ने खुद लिया संज्ञान
नोएडा: नोएडा में गुरूवार सुबह फिल्मी स्टाइल में पहुंचे इनकम टैक्स अधिकारियों ने नोएडा प्राधिकरण के सहायक परियोजना इंजीनियर ब्रजपाल चौधरी के घर पर 11 घंटे से अधिक की रेड की। इस रेड में अरबों की संपत्ति का खुलासा हुआ है। इसे नोएडा प्राधिकरण के पूर्व चीफ इंजीनियर यादव सिंह के बाद अब तक की सबसे बड़ी रेड माना जा रहा है। सुबह सात बजे दो दर्जन से ज्यादा अधिकारियों ने ब्रजपाल चौधरी के चार ठिकानों पर एक साथ रेड की। 11 घंटे की पूछताछ के बाद जब्त संपत्ति की डिटेल निकालने के लिए प्रिंटर मंगाए गए। जल्द ही इस टैक्स घोटाले की सही रकम का खुलासा होगा।

37 साल पहले बने इंजीनियर
ब्रजपाल चौधरी नोएडा प्राधिकरण में 19 जून 1981 को बतौर जूनियर इंजीनियर के पद पर नियुक्त हुए। उस दौरान उनकी सैलरी कम थी। इसके साथ ही साथ वह सरकारी आवास में रहा करते थे। 20 साल तक प्रमोशन नहीं मिलने के बाद इनका प्रमोशन नोएडा प्राधिकरण में सहायक परियोजना अभियंता के पद पर हुआ। वर्ष 1992 में ब्रजपाल चौधरी पहली बार नोएडा प्राधिकरण में एनईए के अध्यक्ष बने। इसके बाद अकूत संपत्ति बनाने का सिलसिला अब तक चल रहा था। आयकर विभाग के सूत्रों की मानें तो विभाग की नजर काफी दिनों से इन पर थी। ऐसे में गुरुवार सुबह सात बजे दो दर्जन से ज्यादा अधिकारी सेक्टर-27 स्थित एच-37 पहुंचे। यहा गार्ड के अलावा घर में ब्रजपाल और उनका परिवार था। टीम पूरे परिवार को घर के अंदर ले गई। इसके बाद पूछताछ का सिलसिला शुरू हुआ। वहीं, कई और टीमें सेक्टर-50 व 51 स्थित कोठी पहुंचे। वहा पर लोगों से पूछताछ की गई। दोनों ही स्थानों पर ब्रजपाल के नाम 450 वर्गमीटर क्षेत्र में आलीशान कोठी बनी हुई है। वहीं, सेक्टर-27 में जो कोठी बनी है उसकी लागत कई करोड़ रुपए है। इसके अलावा सेक्टर-63 में एक होटल, कई कंपनियों में शेयर होल्डर और फैक्ट्रियों के अलावा नोएडा से लेकर बुलंदशहर तक कई करोड़ रुपए के भूखंड हैं। इन सभी के दस्तावेज खंगाले जा रहे हैं। छापेमारी के दौरान घर के किसी भी सदस्य को बाहर नहीं जाने दिया जा रहा था। वहीं, बाहर से किसी को अंदर नही जाने दिया गया।

रिश्तेदारों को दिलाए प्राधिकरण कार्यो के ठेके
राजनीतिक पक्ष से मजबूत ब्रजपाल चौधरी का रसूख इतना था कि सहायक परियोजना अभियंता के पद पर रहते हुए उसने अपने ही रिश्तेदारों को प्राधिकरण के विकासीय कार्यों के ठेके दिलवाए। इसमें अहम कड़ी इसका रिश्तेदार या नोएडा प्राधिकरण का एक ठेकेदार सुदेश चौधरी भी रहा है। आयकर विभाग ने इस ठेकेदार से भी पूछताछ की है। बताया गया सुदेश चौधरी ही इसके सारे काम और पैसों का हिसाब किताब के अलावा लाइजनिंग का काम करता था। अकूत संपंत्ति की अधिकांश जानकारी इसी के पास है। यह भी बताया गया कि ब्रजपाल ने प्राधिकरण में जल , विद्युत यांत्रिकी से लेकर अन्य डिपार्टमेंट में 12 रिश्तेदारों को संविदा पर नौकरी दिलवाई है। इन सभी के नामों की सूची आयकर विभाग के अधिकारी जुटाने में लगे हैं। हर टेंडर पर ब्रजपाल का बड़ा कमीश्न होता था। यह कमीशन सिर्फ ब्रजपाल के पास जाता था या अन्य अधिकारी भी इसके हिस्सेदार होते थे इसको खंगालने का काम किया जा रहा है।
1992 में पहली बार बना एनईए का अध्यक्ष
ब्रजपाल चौधरी पहली बार 1992 में नोएडा एंप्लाईज एसोसिएशन(एनईए) का अध्यक्ष बना। इस दौरान चार साल तक यह अध्यक्ष रहा। 1996 में दोबारा से अध्यक्ष पद का चुनाव हुआ। इस बार ही ब्रजपाल ही अध्यक्ष के लिए चुना गया। 1998 तक यह अध्यक्ष रहा। 2002 में तीसरी बार यह अध्यक्ष पद के लिए चुना गया। 2004 तक सत्ता संभालने के बाद यह दोबारा चुनाव नहीं लड़ा। इस दौरान प्राधिकरण आला अधिकारियों व सत्ता में इसने अपनी अच्छी पैठ बना ली थी।
दिसंबर में होना था रिटार्यमेंट
दिसंबर 2018 में ब्रजपाल नोएडा प्राधिकरण से रिटायर होने वाला था। लेकिन इससे पहले ही आयकर विभाग की नजर में आ गया। इसके बेनामी संपंत्ति के अलावा बैंक ट्रांजेक्शन व लाकरों की जानकारी भी मिली है। यह लॉकर जल्द ही बैंक की निगरानी में खुलवाए जाएंगे। बताते चलें कि यादव सिंह से भी ब्रजपाल के करीबी संबंध थे। फिलहाल आयकर विभाग की टीम इसके रिश्तेदारों व संपत्ति का ब्यौरा तलाश रही है।
मुख्यमंत्री ने लिया संज्ञान
आयकर विभाग की इस रेड के बाद मिल रहे दस्तावेजों का संज्ञान मुख्यमंत्री ने लिया है। सूत्रों की माने तो ब्रजपाल चौधरी को प्राधिकरण कार्मिक विभाग द्वारा जल्द ही सस्पेंशन आर्डर जारी किया जा सकता है। इसको लेकर प्राधिकरण में आला अधिकारियों के बीच मंथन शुरू हो चुका है। हालांकि ब्रजपाल के प्राधिकरण में करीबी कुछ भी जानकारी होने से इंकार कर रहे हैं। साथ ही आला अधिकारियों ने भी चुप्पी साध रखी है। ऐसे में कई और अधिकारी भी आयकर विभाग की नजर में है। जिनके खिलाफ जल्द ही कार्यवाही की जा सकती है।
हर गाड़ी का नंबर 6666
इनकम टैक्स विभाग की छापेमारी के दौरान सेक्टर-27 स्थित घर से ही ऑडी, मर्सडीज समेत 3 लग्जरी गाड़ियां मिली हैं। तीनों गाड़ियों के वीआईपी नंबर 6666 मिले। इनकी तलाशी के दौरान मर्सडीज से हार्ड डिस्क, सीपीयू और दो डीवीडी बरामद हुई। इन सबकी जांच की जा रही है।
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