TRENDING TAGS :
Jalaun News: प्रभारी मंत्री ने किया सलाघाट पर "वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट" के लिए भूमि पूजन
Jalaun News: नमामि गंगे के परियोजना के तहत सलाघाट पर "वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट" के लिए भूमि का चयन होने में बाद जिले की प्रभारी मंत्री ने इसका भूमि पूजन किया
सलाघाट पर "वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट" के लिए भूमि पूजन करतीं नीलिमा कटियार (Photo-Social Media)
Jalaun News: सलाघाट की प्राकृतिक सुंदरता को जिला प्रशासन के सहयोग से अब नई पहचान मिलने की क़वायद शुरू हो गई हैं। नमामि गंगे के परियोजना के तहत सलाघाट पर "वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट" के लिए भूमि का चयन होने में बाद जिले की प्रभारी मंत्री ने इसका भूमि पूजन किया व जिलाधिकारी प्रियंका निरंजन के प्रयास से सलाघाट को यूपी पर्यटन के मानचित्र पर नई पहचान दिलाने की कवायद भी शुरू हो गई हैं।
बता दें कि जालौन के आज जिले की प्रभारी मंत्री अपने एक दिवसीय दौरे पर थीं। इस दौरान जिले की प्रभारी मंत्री नीलिमा कटियार ने तीसरी लहर के चलते डकोर ब्लॉक के प्राथमिक स्वाथ्य केंद्र में बने एल 1 अस्पताल का निरीक्षण किया। इसके बाद उन्होंने जिला प्रशासन व जनप्रतिनिधियों के साथ जिले के ऐतिहासिक स्थल सलाघाट पहुँची।
जहां पर उन्होंने केंद्र सरकार के द्वारा संचालित जल जीवन शक्ति परियोजना के तहत वॉटर ट्रीटमेंट प्लांट का भूमि पूजन किया इसके बाद उन्होंने सलाघाट से बहने वाली बेतवा नदी को यूपी के मानचित्र पर दर्ज कराने की बात कही। इस दौरान उन्होंने कहा कि सरकार की सारी महत्वकांक्षी योजनाओं को धरातल पर उतारा जा रहा है सरकार का प्रयास है कि हर घर तक शुद्ध जल पहुंचे। इस वॉटर प्लांट के निर्माण होने से 217 ग्राम पंचायतों तक घर-घर पानी पहुंचाया जाएगां।
सरकार का प्रयास हैं नदियों का संचयन शुरू किया जाए। इस परियोजना के शुरू होने से 6 लाख से ज़्यादा लोगों को पानी मिलेगा। केंद्र स्तर पर पहली बार जल शक्ति मंत्रालय बनाया गया है और हर घर तक पानी पहुंचने की कार्ययोजना पर कार्य चल रहा है। केंद्र सरकार के द्वारा संचालित नमामि गंगे परियोजना के तहत सलाघाट पर "वाटर ट्रीटमेंट प्लांट" लगाने की योजना को सफल दिशा मिलने जा रही हैं। इसके लिए 3 हेक्टेयर भूमि का चयन हो गया है।
नदी पर वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण होने से जिले के लगभग 217 ग्राम पंचायत व 6 लाख से ज्यादा लोगों को पाइप लाइनों के द्वारा बेतवा के निर्मल पानी की सप्लाई की जाएंगी। वाटर ट्रीटमेंट प्लांट के निर्माण होने से नदी का पानी तो स्वच्छ होगा ही। इसके साथ ही नदी का निर्मल पानी लोगों की प्यास बुझाने का काम करेगा।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!