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Jaunpur News: राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय सिंगरामऊ में अम्बेडकर जयंती समारोह सम्पन्न
Jaunpur News: इतिहास विभाग के डॉ. मनोज कुमार सिंह ने विषय परिवर्तन करते हुए डॉ. भीमराव अम्बेडकर के विचारों की प्रगतिशीलता एवं वर्तमान प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अम्बेडकर को एक दूरदर्शी और स्पष्टवादी विचारक बताया।
राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय सिंगरामऊ में अम्बेडकर जयंती समारोह सम्पन्न (photo: social media )
Jaunpur News: जौनपुर, सिंगरामऊ स्थित राजा हरपाल सिंह महाविद्यालय में राजनीति विज्ञान विभाग के तत्वावधान में "अम्बेडकर का जीवन दर्शन और संदेश" विषय पर संगोष्ठी का भव्य आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम स्वतंत्रता के अमृत काल के अंतर्गत आयोजित अम्बेडकर जयंती समारोह का हिस्सा था।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में प्रो. बृजेंद्र कुमार सिंह, पूर्व प्राचार्य, सल्तनत बहादुर पी.जी. कॉलेज, बदलापुर, और मुख्य वक्ता के रूप में प्रो. धीरेंद्र कुमार पटेल उपस्थित रहे। इतिहास विभाग के डॉ. मनोज कुमार सिंह ने विषय परिवर्तन करते हुए डॉ. भीमराव अम्बेडकर के विचारों की प्रगतिशीलता एवं वर्तमान प्रासंगिकता पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने अम्बेडकर को एक दूरदर्शी और स्पष्टवादी विचारक बताया।
मुख्य अतिथि प्रो. बृजेंद्र कुमार सिंह ने संविधान की समतामूलक अवधारणा पर चर्चा करते हुए कहा कि “संविधान ने अधिकार तो दिए हैं, लेकिन संसाधनों में समान भागीदारी आज भी एक चुनौती है।” उन्होंने कहा कि डॉ. अम्बेडकर ने सामाजिक रूढ़ियों पर प्रहार कर लोकतांत्रिक चेतना को जगाने का कार्य किया।
अम्बेडकर को पूजने से अधिक पढ़ने की आवश्यकता
मुख्य वक्ता प्रो. धीरेंद्र कुमार पटेल ने अम्बेडकर को सामाजिक क्रांति के अग्रदूत बताते हुए कहा, “अम्बेडकर को पूजने से अधिक पढ़ने की आवश्यकता है। लोकतंत्र भीड़ से नहीं, योग्यता से संचालित होना चाहिए।” उन्होंने आज के दलित विमर्श और राजनीतिक दलों की भूमिका पर भी सटीक टिप्पणी की।
उन्होंने अम्बेडकर के शिक्षा संबंधी विचारों को उद्धृत करते हुए कहा, “शिक्षा शेरनी के दूध के समान है, जिसे पीकर व्यक्ति अपने अधिकारों के लिए दहाड़ सकता है।”
अपने युग का अग्रदूत
कार्यक्रम में प्रो. जय कुमार मिश्रा ने अतिथियों का स्वागत किया, डॉ. गिरीश मणि त्रिपाठी ने संचालन किया और अंत में प्राचार्य महोदय ने आभार ज्ञापित करते हुए अम्बेडकर को “अपने युग का अग्रदूत” बताया।
इस अवसर पर डॉ. राजेश कुमार सिंह, डॉ. बृजेश प्रताप सिंह, डॉ. रविंद्र कुमार सिंह, डॉ. अंजनी कुमार मिश्रा, डॉ. योगेश शर्मा, डॉ. पातीराम राव, डॉ. आनंद कुमार सिंह, डॉ. रमेश यादव, डॉ. सतीश, डॉ. अविनाश सिंह सहित महाविद्यालय के अनेक शिक्षकगण एवं बड़ी संख्या में छात्राएं उपस्थित रहीं।