Jaunpur News: दिनदहाड़े वृद्ध की हत्या से सनसनी, पुलिस जांच में जुटी

Jaunpur News: प्रभाकर सिंह पुत्र स्व. लाल साहब सिंह वर्षों से गांव में बने अर्धनिर्मित कमरों में रहते थे। शनिवार को लगभग 11 बजे उनका बेटा अकलेश उर्फ ओटू सिंह जब कमरे में पहुंचा, तो उसने अपने पिता को खून से लथपथ हालत में मृत पाया।

Nilesh Singh
Published on: 19 April 2025 10:07 PM IST
Sensation of murder of bearded elderly man, police investigation
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दिनदहाड़े वृद्ध की हत्या से सनसनी, पुलिस जांच में जुटी (Photo- Social Media)

Jaunpur News: सरपतहां थाना क्षेत्र के डीह असरफाबाद गांव में दिनदहाड़े हुई वृद्ध की निर्मम हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है। लखनऊ-बलिया राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे स्थित एक अर्धनिर्मित कमरे में 65 वर्षीय प्रभाकर सिंह का रक्तरंजित शव मिलने से क्षेत्र में दहशत का माहौल व्याप्त हो गया।

प्राप्त जानकारी के अनुसार प्रभाकर सिंह पुत्र स्व. लाल साहब सिंह वर्षों से गांव में बने अर्धनिर्मित कमरों में रहते थे। शनिवार को लगभग 11 बजे उनका बेटा अकलेश उर्फ ओटू सिंह जब कमरे में पहुंचा, तो उसने अपने पिता को खून से लथपथ हालत में मृत पाया। उसके चिल्लाने की आवाज़ सुनकर ग्रामीणों की भारी भीड़ मौके पर जमा हो गई।

घटना की सूचना मिलते ही थाना प्रभारी अमित सिंह भारी पुलिस बल के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। क्षेत्राधिकारी अजीत सिंह चौहान और फोरेंसिक टीम ने भी मौके पर पहुंचकर जांच शुरू कर दी। मृतक की पत्नी सावित्री सिंह मायके में थीं। जैसे ही उन्हें घटना की जानकारी मिली, वह बेसुध होकर रोने लगीं।

स्थानीय लोगों के अनुसार, मृतक के पास कुछ जमीन थी, जिसे लेकर कुछ समय से विवाद चल रहा था। इसी विवाद को घटना से जोड़कर भी देखा जा रहा है। फिलहाल, पुलिस ने मृतक की पत्नी सावित्री सिंह की तहरीर पर अज्ञात के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज कर शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है।

थानाध्यक्ष अमित सिंह ने बताया कि घटना की हर पहलू से जांच की जा रही है और जल्द ही आरोपियों की पहचान कर उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा। ग्रामीणों में भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है।

प्रधान ने रिश्तेदारों को मजदूर बताकर किया 34 लाख रुपये का गबन

जौनपुर। जिले के सुजानगंज ब्लॉक के साड़ीकला गांव में ग्राम प्रधान सुभाष चंद्र मौर्य पर मनरेगा योजना के तहत अपने रिश्तेदारों को फर्जी मजदूर बनाकर लाखों रुपये गबन करने का गंभीर आरोप लगा है। मामले के उजागर होते ही जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने तत्काल प्रभाव से प्रधान व पंचायत सचिव के सभी वित्तीय एवं प्रशासनिक अधिकारों पर रोक लगा दी है।

डीएम ने अधिकारों पर लगाई रोक, साड़ीकला गांव का मामला, जांच जारी

शिकायतकर्ता राजेंद्र प्रसाद उपाध्याय ने आरोप लगाया कि ग्राम प्रधान ने शासनादेश की अनदेखी करते हुए अपने ही परिवार व नजदीकी रिश्तेदारों के नाम से फर्जी जॉब कार्ड बनवाए और बिना किसी कार्य के उनके खातों में बड़ी रकम ट्रांसफर कर दी। मामले की जांच जिला विकास अधिकारी को सौंपी गई है।

जांच में अब तक 15 लोगों के खातों में 3.42 लाख रुपये के गबन की पुष्टि हुई है। इसके साथ ही कार्यों में लापरवाही और अनियमितता की भी पुष्टि हुई है। डीएम ने जांच पूरी होने तक प्रधान और सचिव दोनों के सभी अधिकार निलंबित कर दिए हैं।

जिन रिश्तेदारों के खातों में गई रकम:

भतीजे प्रवीण को: ₹25,498

भतीजे प्रशांत कुमार को: ₹26,458

बहन संजू देवी को: ₹35,952

नवीन कुमार (सुल्तानपुर निवासी) को: ₹17,686

भाभी उषा को: ₹2,760

चचेरी बहन दीपिका को: ₹21,177

चचेरी भाभी आभा को: ₹13,332

चचेरे भाई मुकेश कुमार को: ₹34,951

भतीजे प्रिंस कुमार को: ₹40,058

ग्राम रोजगार सेवक की पत्नी को: ₹25,276

चचेरे भाई राजेश कुमार को: ₹9,180

चचेरे भाई ज्ञानेंद्र कुमार को: ₹29,622

चचेरी बहन दीपमाला को: ₹18,282

चचेरे भाई अमित कुमार को: ₹22,512

चचेरे भाई कृष्ण चंद को: ₹20,118

हाईकोर्ट में दाखिल हुई अवमानना याचिका

जांच में देरी होने पर शिकायतकर्ता ने अपने अधिवक्ता के माध्यम से उच्च न्यायालय, इलाहाबाद में अवमानना याचिका दायर कर दी थी। कोर्ट के निर्देश के बाद जांच में तेजी आई और अनियमितताओं की पुष्टि हुई।

फिलहाल जिला प्रशासन मामले की विस्तृत जांच कर रहा है और दोषियों के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की तैयारी है।

Shashi kant gautam

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