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कोविड-19 के प्रभावी नियंत्रण में शिथिलता बर्दाश्त नहीं : कमिश्नर
झाँसी के कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने आज बबीना विकास खण्ड कार्यालय का निरीक्षण किया .
झाँसी के कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा ने निरीक्षण किया
झाँसी : शासन द्वारा जनपद झाँसी/ललितपुर के लिए नामित किये गए नोडल अधिकारी/ कमिश्नर सुभाष चन्द्र शर्मा (Commissioner Subhash Chandra Sharma) ने आज बबीना विकास खण्ड कार्यालय का निरीक्षण किया और क्षेत्र में निगरानी समितियों द्वारा किए जा रहे कार्यो के बारे में बीडीओ से विस्तृत जानकारी ली। कमिश्नर ने सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) बबीना का निरीक्षण कर प्रभारी चिकित्साधिकारी से मेडिसिन किट (Medicine kit) वितरण के बारे में विस्तार से जानकारी ली। प्रभारी चिकित्साधिकारी ने बताया कि कोविड-19 (COVID-19) के वेक्सिनेशन हेतु आर्मी पर्सन तथा आम लोगों के लिए अलग अलग व्यवस्था की गई है, जिसके तहत 18 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को पूर्व से पंजीकरण तथा 45 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों को निर्धारित समय के अंतराल पर वैक्सीन का टीकाकरण कराया जा रहा है।
कमिश्नर ने मेडिसिन किट वितरण कक्ष में उपस्थित स्टाफ, आशा व संगिनी से मेडिसिन किट खुलवाकर उसमें उपलब्ध दवाओं के बारे में संगिनी से जानकारी लेने पर पूर्ण संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर उन्होंने प्रभारी चिकित्साधिकारी को निर्देश दिए कि मेडिसिन किट वितरण में आशा व संगिनी को विस्तार से प्रशिक्षण कराएं जिससे मरीज में लक्षण के अनुसार कौन सी दवा किस समय खानी है। उन्होंने किट के साथ में एक पर्ची जिस पर दवा खाने का समय तथा मात्रा लिखी हो, रखने के निर्देश दिए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि जिन दवाओं की कमी है, उनकी पर्याप्त मात्रा में उपलब्धता सुनिश्चित की जाय।
ग्राम पंचायत सिमरिया में मौके पर निगरानी समिति के सेक्टर मजिस्ट्रेट/नायब तहसीलदार व सदस्यों द्वारा कराये जा रहे साफ सफाई, सेनेटाइजेसन कार्य का निरीक्षण किया। उन्होंने गांव का भ्रमण करते हुए गांववासियों से वार्ता कर निगरानी समिति द्वारा घर घर किए जा रहे जनसम्पर्क, नालियों की नियमित साफ सफाई, सेनेटाइजेसन के संबंध में जानकारी ली। गांववासियों द्वारा बताया गया कि गाँव में निगरानी समिति के सदस्यों द्वारा कार्य किया जा रहा है। गांव में स्वास्थ्य विभाग के एलटी द्वारा आज 08 लोगों के एंटीजन टेस्टिंग की गई, जिसमें सभी की रिपोर्ट नेगेटिव पायी गयी। एलटी द्वारा खुले में बैठकर कार्य करने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए उपस्थित अधिकारियों को समुचित व्यवस्था सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। निरीक्षण के दौरान आशा के पास परिवारों की सूची नहीं होने पर भी नाराजगी व्यक्त करते हुए व्यवस्था में सुधार लाने के लिए संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए। नोडल अधिकारी/कमिश्नर द्वारा निरीक्षण के दौरान नायब तहसीलदार देवेन्द्र प्रताप, बीडीओ गणेश कुमार वर्मा, प्रभारी चिकित्साधिकारी डॉ अंशुमन तिवारी, ग्राम प्रधान, ग्राम पंचायत सचिव उपस्थित रहे।
झाँसी के डीएम ने कोरोना की थर्ड वेब के बचाव हेतु की बैठक
जनपद में कोविड-19 ( covid 19 ) थर्ड वेब की आशंका के दृष्टिगत संक्रमण को रोकने के लिए जिला मजिस्ट्रेट आंद्रा वामसी (District Magistrate Andra Vamsi) ने विकास भवन सभागार में बाल रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा विभिन्न अस्पतालों के डॉक्टरों के साथ एक महत्वपूर्ण बैठक कर अभी से बचाव हेतु आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये, ताकि छोटे बच्चों और गर्भवती महिलाओं को संक्रमित होने से रोका जा सके।
झाँसी डीएम ने कोरोना की थर्ड वेब के बचाव हेतु की बैठक
जिला मजिस्ट्रेट ने कहा कि सभी को अपने बच्चों से प्यार होता है, और बच्चों के मामले में कोई रिस्क नहीं लेना चाहता है इसलिए छोटे बच्चों पर विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता होगी। उन्होंने कहा कि यदि तीसरी लहर में कोविड-19 संक्रमण बच्चों तक पहुंचता है तो उसके नियंत्रण, बचाव हेतु ऑक्सीजन, बेड आदि की अभी से पर्याप्त संख्या में व्यवस्था होनी चाहिए। उन्होंने मेडिकल कॉलेज सहित विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों (Private hospitals) में कोविड-19 संक्रमित/ पॉजिटिव बच्चों तथा गर्भवती महिलाओं के लिए अभी से बेड/वार्ड रिजर्व करने के निर्देश दिए।
उन्होंने बताया कि बाल रोग व स्त्री रोग विशेषज्ञों का अलग से एक पैनल भी बनाया जायेगा, ताकि उपचार में कोई समस्या न आये। मेडिकल कॉलेज प्रिंसिपल डॉ नरेंद्र सिंह सेंगर ने बताया कि कोविड-19 की थर्ड वेब की आशंका के दृष्टिगत उपचार हेतु कॉलेज में बच्चों के लिए 50 बेड पीआईसीयू तथा 30 बेड गर्भवती महिलाओं के लिए रिजर्व किये जायेंगे। इसके लिए अलग से हेल्प जोन जारी किया जायेगा। विशेषज्ञों के पैनल द्वारा जल्द ही बाल रोग व स्त्री रोग विशेषज्ञों को ट्रेनिंग भी कराई जाएगी।
बच्चों को संतुलित भोजन कराएं
बच्चों में कोविड-19 संक्रमण से बचाव हेतु मेडिकल कालेज के बाल रोग विभागाध्यक्ष डॉ ओमशंकर चौरसिया ने बताया कि स्कूल बंद होने से बच्चों की शारीरिक गतिविधियां कम हो गई हैं, जिससे बच्चों में मोटापा बढ़ रहा है जो कोविड-19 संक्रमण का रिस्क बढ़ा रहा है। उन्होंने आम जनता से अपील की है कि अपने बच्चों को संतुलित भोजन कराएं, जिससे मोटापे को नियंत्रण किया जा सके। उन्होंने बताया कि बच्चों को सर्दी, खांसी, बुखार होने पर डॉक्टर को दिखाये। घर मे भी बच्चों को सोशल डिस्टेंस, हाथों को बार बार धोना, प्रोटीनयुक्त भोजन कराएं, मोबाइल फोन से दूरी बनाएं रखें। माताएं मास्क लगाने की आदत बनाएं, बच्चों को खाना खिलाने से पहले व बाद में हाथों को साबुन से धुलाये, ठंडा पानी, कोल्ड्रिंक, आइसक्रीम न दें, सेनेटाइजेसन आदि विभिन्न उपाय करने से बच्चों में संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा।
बैठक में सीडीओ शैलेष कुमार, नगर मजिस्ट्रेट सलिल पटेल, प्रिंसिपल मेडिकल कालेज डॉ नरेंद्र सिंह सेंगर, एसीएमओ डॉ सुधीर कुलश्रेष्ठ, डॉ अंशुल जैन, डॉ एनके जैन, डॉ ओमशंकर चौरसिया, डॉ आराधना कनकने, डॉ आरआर सिंह सहित बाल रोग, स्त्री रोग विशेषज्ञ तथा विभिन्न प्राइवेट अस्पतालों के डॉक्टर उपस्थित रहे।
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