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Jhansi News: अब गाय से दूध कम पैसा ज्यादा मिल रहा, जानिए सरकार की क्या है योजना
Jhansi News: गो संरक्षण और गो संवर्धन के नाम पर अब ऐसी कई योजनाए चल गई है जिससे लोग पैसा कमा सकते हैं।
Jhansi News: उत्तर प्रदेश में गो संरक्षण और गो संवर्धन के नाम पर तमाम योजनाएं चलाई जा रहीं हैं। जिसकी वजह से बिना गाय पाले और दुग्ध उत्पादन के कथित गो पालक खूब पैसा कमा रहे हैं। गाय के नाम पर अच्छा पैसा मिलने से अब ज्यादातर एनजीओ भी गोसेवा में उतर आईं हैं। कुछ समय पहले तक बूढ़ी, बीमार गायों और उनके बछड़ों को लाठी दिखाकर भगा देते थे, लेकिन अब उन्हें गोशालाओं में रखा जाने लगा है। सरकार गोशाला में रहने वालो गोवंश के भोजन-पानी के लिए 30 से 50 रुपया प्रतिदिन के हिसाब से पैसा दे रही है जिससे गोशालाएं मालामाल होने लगीं हैं। वहीं सरकार की विभिन्न योजनाओं से स्वयंसेवी संस्थाएं व कथित गोपालक भी अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं।
सरकार रोज का कितना देती है पैसा
गोशालाओं में रहने वाले घायल व बीमार गोवंश जिनमें बूढ़ी गाय जोकि दूध नहीं देती हैं। बूढ़े बैल और बछड़े हैं। सरकार 40 रुपए प्रतिदिन प्रति गोवंश की खुराक के हिसाब से भुगतान करती है। आमतौर पर देखा गया है कि गोशाला में रहने वाले गोवंशों को छोड़ दिया जाता है जिससे वह दिन भर बाहर घास-फूस चरकर शाम तक वापस आ जाते हैं। ऐसे में गोशाला संचालक को गाय की खुराक के लिए मिलने वाली राशि बच जाती है। कई बार सरकारी अमले के निरीक्षण में गोशालाओं में निर्धारित गोवंश ही नहीं पाए गए। वहीं बीमार गाय के इलाज, घायल गाय के परिवहन सहित अन्य मदों में भी सरकार भरपूर पैसा दे रही है। जो काम गोशालाओं को करना चाहिए वह काम गोसेवक सेवा भाव से अपने पैसे खर्च करके करते देखे गए हैं।
हर योजना में सब्सिडी
सरकार स्वदेशी गाय के संवर्धन के लिए विभिन्न योजनाएं चला रही है जिनमें मुख्यमंत्री स्वदेशी गौ संवर्धन योजना है जिसमें दूसरे प्रदेशों से साहीवाल, थारपारकर, गिर और संकर प्रजाति की गाय खरीदने पर कुल व्यय का 40 प्रतिशत यानि लगभग 80 हज़ार रुपये तक की सब्सिडी दी जाती है। वहीं दो गाय खरीदने पर 80 हजार रुपये की मिलती है। 25 दुधारू गायों का डेयरी फार्म स्थापित करने पर 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाता है। लाभार्थी को कुल व्यय पर अधिकतम 31,25,000 रुपये की सब्सिडी मिलती है।
कौन नहीं उठा पायेगा इसका लाभ
इसी श्रंखला में नंद बाबा दुग्ध मिशन के तहत सरकार 10 लाख रुपए तक का अनुदान प्रदान करती है। इस योजना के द्वारा 2 या 3 गायों को खरीदने पर पिछड़े वर्ग, अनुसूचित वर्ग एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग को 75 प्रतिशत तक सब्सिडी है। इसके अलावा अन्य वर्गों के लिए 15 गायों की संख्या तक 40 प्रतिशत तक सब्सिडी देने की सुविधा है। इस योजना का लाभ पूर्व में संचालित कामधेनु, मिनी कामधेनु एवं माइक्रो कामधेनु योजना के लाभार्थी नहीं उठा सकेंगे।