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Jhansi News: मार्बल कारोबारी सुसाइड मामलें में बेखौफ घूम रहे आरोपी, सीएम से मिलेगा पीड़ित परिवार
Jhansi News: झाँसी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं क्योंकि सुसाइड जैसे मामले में नामजद अभियुक्तों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई है। दो माह दस दिन गुजरने के बाद आरोपी खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं।
Jhansi News: झाँसी पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े होने लगे हैं क्योंकि सुसाइड जैसे मामले में नामजद अभियुक्तों की अभी तक गिरफ्तारी नहीं की गई है। दो माह दस दिन गुजरने के बाद आरोपी खुलेआम घूमते नजर आ रहे हैं। इस मामले की विवेचना कर रहा विवेचक काफी लापरवाह नजर आ रहा हैं। विवेचक ने आरोपियों को अभी तक गिरफ्तार नहीं किया। तभी इस तरह के मामलों पर पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्न चिन्ह लगता है। उधर, पुलिस अफसरों को न्याय मांगने के लिए प्रार्थना पत्र भी दिए गए थे मगर उन प्रार्थना पत्रों को रद्दी की टोकरी में डाल दिया गया।
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फॉसी लगाकर कारोबारी ने की थी आत्महत्या
कोतवाली थाना क्षेत्र के आतियां तालाब के पास रहने वाले मार्बल कारोबारी अजीत गोयल ने 1 मई 2023 की रात फाँसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। आत्महत्या जैसा कदम उठाने के पहले दो पन्नों का सुसाइड नोट लिखा था। सुसाइड नोट में उन्होंने अपने बड़े भाई पर धोखेबाजी का आरोप लगाते हुए पत्नी और बेटियों को न्याय दिलाने की मांग की है। फाँसी लगाने से पहले व्यापारी ने हस्तलिखित सुसाइड नोट दीवार पर चस्पा कर दिया था। सुसाइड नोट में अजीत ने लिखा कि बड़ा भाई अनिल, उसकी पत्नी बीना, भतीजा प्रिंस तीनों बेईमान हो गए। पिता रमेश गोयल की कोविड से दो साल पहले मौत हो चुकी थी। जब उसने पिता की मौत की सूचना भाई अनिल को फोन करके दी तो उसने अंतिम संस्कार में आने से मना कर दिया था। अनिल पिता के अंतिम संस्कार में न आकर अपने पिता के घर पर पहुंच गया और वहां से साले की मदद से घर में रखा 50 किलो सोना और 10 क्विंटल चांदी (करीब 30 करोड़) हड़प लिया। पिता रमेश बरुआसागर में जेवर गिरवी रखने एवं ब्याज पर पैसा देने का काम करते थे।
मुख्यमंत्री आवास पर जाकर मांगेंगे न्यायः पीड़ित परिवार
यह पूरा हिसाब-किताब रजिस्टर में रहता था। रजिस्टर भी भाई ने धोखा देकर अपने पास रख लिया था। इसके अलावा नकली वसीयत तैयार करके उनको पूरी संपत्ति से बेदखल कर दिया। जब उनको उसका पता चला, तब उन्होंने अदालत में अपील दाखिल की लेकिन, इस अपील को अदालत ने कुछ दिनों पहले ही खारिज कर दिया। इससे वह मानसिक तौर पर काफी परेशान हो गया था। वहीं, परिजनों का कहना है कि अपील खारिज होने के बाद उनके ऊपर घर एवं दुकान भी तत्काल खाली करने का दवाब बनाया जा रहा था। अपने सुसाइड नोट में कारोबारी ने अपने रिश्तेदारों, नातेदारों एवं अन्य जानने वालों से पत्नी व बेटियों को न्याय दिलाने की मांग की थी। उधर, पीड़ित परिवार ने पुलिस अफसरों को शिकायती पत्र देकर न्याय की मांग की थी मगर दो माह 10 दिन गुजरने के बाद मृतक के परिजनों को अभी तक किसी प्रकार का न्याय नहीं मिला है। परिजनों का कहना है कि अगर न्याय नहीं मिला तो मुख्यमंत्री के आवास पर जाकर न्याय की गुहार लगाएंगे।
सुसाइड नोट के आधार पर दर्ज हुआ था मुकदमा
इस पत्र के सामने आने के बाद अजीत की पत्नी के भाई रविन्द्र की तहरीर पर कोतवाली पुलिस ने उनके भाई अनिल गोयल, भाभी बीना गोयल, भतीजा प्रिंस गोयल, मौसा ओमी चौधरी के खिलाफ आत्महत्या के लिए प्रेरित करने के आरोप में 2 मई 2023 को मुकदमा दर्ज कर लिया है। कोतवाल संजय गुप्ता ने बताया कि मामला पारिवारिक संपत्ति के लेकर चल रहे विवाद का है। सुसाइड नोट को आधार बनाते हुए उनकी पत्नी के भाई ने जो तहरीर दी है, उस पर मुकदमा दर्ज कर लिया था।
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