Jhansi News: फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कराया जमीन का बैनामा, पीड़ित महिला ने एसएसपी से मांगा न्याय

Jhansi News: अदालत के आदेश पर दर्ज किए गए मुकदमे में विवेचनाधिकारी ने गायब महिला व एक अन्य अभियुक्त को छोड़कर शेष अभियुक्तों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।

Gaurav kushwaha
Published on: 29 April 2025 9:29 PM IST
Woman shown dead, Karay Zamin Ka Banama on the basis of forged documents
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महिला को दर्शा दिया मृत, फर्जी दस्तावेजों के आधार पर कराया जमीन का बैनामा (Photo- Social Media)

Jhansi News: झांसी। फर्जी दस्तावेजों के आधार पर जमीन का बैनामा करवाने का मामला प्रकाश में आया है। आरोप है कि एक महिला को मृत दिखाकर उसका ननि से मृत्यु प्रमाण पत्र जारी कर दिया है। अदालत के आदेश पर दर्ज किए गए मुकदमे में विवेचनाधिकारी ने गायब महिला व एक अन्य अभियुक्त को छोड़कर शेष अभियुक्तों के खिलाफ अदालत में आरोप पत्र दाखिल कर दिया है।

सीपरी बाजार थाना क्षेत्र के खातीबाबा रोड नंदनपुरा मोहल्ले में रहने वाली श्रीमती नंदा नरवरिया ने वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को शिकायती पत्र देते हुए उसकी सगी बहन द्वारा अदालत के आदेश पर प्रेमनगर थाना क्षेत्र के ग्वालटोली हंसारी में रहने वाले रामसेवक, अनिल कुमार, सुनील उर्फ सिकन्दर, नीरज, पांचो बाई विक्रेता कर्ता, दतिया गेट बाहर निवासी मान सिंह कुशवाहा, नैनागढ़ निवासी धीरेंद्र वर्मा, डीड राइट पुरानी तहसील के पास रहने वाले प्रकाश चंद्र अहिरवार और शशि परदेशी के खिलाफ दफा 420, 467,468,471, 452, 504,506, 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कराया था। बताया गया था कि उसकी मां श्रीमती पांचो बाई के स्थान पर रामसेवक व सभी अभियुक्तों ने मिलकर पोस्टऑफिस से फर्जी आईडेन्टी प्रूफ के लिए खाता खुलवाकर पहचान के तौर पर पास बुक बनवाकर फर्झी कागजात तैयार कराकर उसकी व उसकी मां की जमीन का बैनामा करा लिया था।

जीवित रहते पांचो बाई का ननि से जारी करवा दिया मृत्यु प्रमाणपत्र

बैनामा करने के उपरान्त रामसेवक व सभी अभियुक्तों ने मिलकर फर्जी पांचो बाई को मृत दिखाकर ननि द्वारा फर्जी व कूटरचित दस्तावेज लगाकर मृत्यु प्रमाण पत्र संख्या 610, 4मार्च 2014 यह दर्शाकर कि पांचों बाई की मृत्यु 28 नवंबर 2013 को हो गयी है, जबकि असली पांचो बाई के जीवित रहते हुए जारी करा लिया गया, जबकि वास्तविकता में पांचो बाई की मृत्यु 8 जुलाई 2014 को जिला अस्पताल में इलाज के दौरान हुई थी।

पांचो बाई व एक अभियुक्त को छोड़कर शेष अभियुक्तों पर लगाई चार्जशीट

शिकायती पत्र में कहा है कि मुकदमा दर्ज कराने के उपरान्त तत्कालीन विवेचनाधिकारी द्वारा पूर्णतः मुकदमा की जांच कर सभी आवश्यक तथ्य उजागर करते हुए फर्जी पांचो बाई व एक अभियुक्त को छोड़कर रामसेवक नीरज, सुनील, धीरेंद्र के खिलाफ अदालत में चार्जशीट प्रस्तुत की जाचुकी है। परन्तु वर्तमान विवेचनाधिकारी द्वारा फर्जी विक्रेता पांचो बाई को न तो अभी तक खोज पाई और न कोई जानकारी कर पाई, उनके खिलाफ चार्जशीट दाखिल की और न पुलिस द्वारा अन्य अभियुक्तों से पांचों बाई के बारे में पूछताछ की गई।

आरोपियों से है जान का खतरा

महिला का कहना है कि अभियुक्तों से उसे जानमाल का खतरा है। आरोपी राजीनामा करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। झूठे मुकदमे में फंसाने के लिए पुलिस व न्यायालय द्वारा कार्रवाई की जा रहा है। अभियुक्तगण काफी पैसे वाले हत्यारे गैंगस्टर है। फर्जी औरत से बैनामा कराकर उसी जमीन को विक्रय करके अवैध धन अर्जित कर रहे हैं। शिकायती पत्र में कहा है कि रामसेवकर द्वारा बनाई गई फर्जी पांचो बाई की जानकारी ली जाए कि अभि वह महिला जीवित है अथवा हत्या कर गायब कर दिया गया। सबूत मिटाकर नगर निगम से फर्जी मृत्यु प्रमाण पत्र जारी करा लिया गया। शिकायती पत्र के माध्यम से न्याय की मांग की है।

Shashi kant gautam

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