Kanpur Dehat News: किसान की बेटियों का कमाल! अंशिका ने इंटर तो आकांक्षा ने हाईस्कूल में लहराया परचम

Kanpur Dehat News: उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा आज दोपहर जारी किए गए हाईस्कूल व इंटरमीडिएट 2025 के परीक्षाफल में बेटियों ने एक बार फिर अपनी प्रतिभा का लोहा मनवाया है।

Manoj Singh
Published on: 25 April 2025 8:13 PM IST (Updated on: 25 April 2025 8:28 PM IST)
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UP Board Result 2025: यूपी बोर्ड इलाहाबाद द्वारा शुक्रवार को घोषित इंटरमीडिएट परीक्षा परिणाम में असवी की छात्रा अंशिका ने जिले में प्रथम स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया है। अवधेश सिंह इंटर कॉलेज, असवी की छात्रा अंशिका ने 500 में 472 अंक अर्जित कर जिला टॉप किया। अंशिका एक किसान की बेटी हैं, जिन्होंने कठिन परिश्रम और लगन से यह मुकाम हासिल किया।

परीक्षा परिणाम आते ही कॉलेज में खुशी की लहर दौड़ पड़ी। अंशिका की सफलता पर विद्यालय के शिक्षकों और माता-पिता ने मिठाई खिलाकर जश्न मनाया और उनका उत्साहवर्धन किया। अंशिका के अलावा कॉलेज की दो अन्य छात्राएं, साधना और अर्चना ने भी जिले की टॉप टेन सूची में अपना स्थान बनाया।

अंशिका के पिता लल्लू राम और मां दीपमाला ने बेटी की सफलता पर गर्व जताते हुए कहा कि," वह आगे भी उसकी पढ़ाई में पूरा सहयोग करेंगे। "बेटी जितना पढ़ना चाहेगी, हम उसे उतना पढ़ाएंगे," उन्होंने भावुक होते हुए कहा," विद्यालय के प्रधानाचार्य सहित समस्त शिक्षकों ने छात्राओं की मेहनत और सफलता की सराहना की और उन्हें उज्ज्वल भविष्य की शुभकामनाएं दीं।"

UP Board Result 2025 (Image Credit-Newstrack)


लौआ गांव की हैं आंकाक्षा

इस बार हाईस्कूल की परीक्षा में कानपुर देहात जिले के लौआ गांव की रहने वाली छात्रा आकांक्षा सिंह ने प्रदेश में आठवां स्थान हासिल कर पूरे क्षेत्र को गौरवान्वित किया है। आर्यभट्ट इंटर कॉलेज मंगलपुर की छात्रा आकांक्षा ने 600 अंकों की परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए 580 अंक प्राप्त किए हैं।

आकांक्षा की इस असाधारण सफलता की कहानी और भी खास इसलिए है क्योंकि उनके पिता, प्रमोद कुमार सिंह, एक साधारण किसान हैं। अपनी सीमित संसाधनों के बावजूद, प्रमोद कुमार ने अपनी बेटी की शिक्षा को हमेशा प्राथमिकता दी। आकांक्षा की इस उपलब्धि से न केवल उनके परिवार बल्कि पूरे जिले में खुशी की लहर दौड़ गई है। अपनी सफलता पर खुशी व्यक्त करते हुए आकांक्षा ने इसका श्रेय अपने माता-पिता और गुरुजनों को दिया।

Ramkrishna Vajpei

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