KGMU मोर्चरी के पीएम रिपोर्ट नं 4435 की कहानी, जानें कैसे चल रही मनमानी

यूपी में इलाज का हब माने जाने वाला राजधानी का केजीएमयू एक बार फिर शर्मसार हुआ है। यहां पर डॉक्टर मृतक का पोस्टमार्टम कर उनकी रिपोर्ट अपने घर लेकर चले जाते हैं। इसके अलावा वे पुलिस प्रशासन को भी सही जानकारी नहीं मुहैया करा रहे हैं। मनमाने तरीके से कार्य होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सीएमओ ऑफिस भेजना उचित नहीं समझते हैं।

priyankajoshi
Published on: 16 Nov 2017 7:44 PM IST
KGMU मोर्चरी के पीएम रिपोर्ट नं 4435 की कहानी, जानें कैसे चल रही मनमानी
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लखनऊ: यूपी में इलाज का हब माने जाने वाला राजधानी का केजीएमयू एक बार फिर शर्मसार हुआ है। यहां पर डॉक्टर मृतक का पोस्टमार्टम कर उनकी रिपोर्ट अपने घर लेकर चले जाते हैं। इसके अलावा वे पुलिस प्रशासन को भी सही जानकारी नहीं मुहैया करा रहे हैं। मनमाने तरीके से कार्य होता है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सीएमओ ऑफिस भेजना उचित नहीं समझते हैं।

ताजा मामला केजीएमयू के मोर्चरी विभाग का है। जहां पर बीती रात ड्यूटी में तैनात चिकित्सक पीएम रिपोर्ट संख्या 4435 से जुड़े कागजातों को अपने साथ लेकर चला गया। जबकि नियमानुसार पीएम रिपोर्ट की मूल कॉपी संबंधित थाना के पुलिसकर्मी तथा कॉर्बन कॉपी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को उपलब्ध कराने का प्रावधान है। यह खुलासा 16 नवंबर को सीएमओ डॉ जीएस वाजपेई के केजीएमयू के मोर्चरी विभाग के औचक निरीक्षण के दौरान हुआ है।

क्या है मामला?

दरअसल मृतक दुर्गेश कुमार सिंह जिनके पिता का नाम अम्बर सिंह है जो लखनऊ के परवर पश्चिम थाना मोहनलालगंज का रहने वाला है। मौत के बाद केजीएमयू के मोर्चरी विभाग में पोस्टमार्टम के लिए बीती रात को मृतक का शव पहुंचा। रजिस्टर पर क्रमांक संख्या- 1 तथा पोस्टमार्टम रिपोर्ट नंबर 4435 दर्ज है। चिकित्सक ने मृत का पोस्टमार्टम करके रिपोर्ट संख्या 4435 को अपने घर लेकर चला गया।

यह है नियम?

नियमानुसार पीएम के बाद शव एवं पोस्टमार्टम रिपोर्ट की मूल कॉपी संबंधित थाने के पुलिसकर्मी तथा दूसरी कॉपी मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय को देनी होती है। लेकिन इस मामले में केजीएमयू के चिकित्सक ने पूरी तरह से लापरवाही किया है। रिपोर्ट 4435 को चिकित्सक अपने साथ ले गया।

इन लोगों ने किया औचक निरीक्षण

केजीएमयू के मोर्चरी विभाग की पोल तब खुलती है जब मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ जीएस वाजपेई अचानक निरीक्षण के लिए मोर्चरी में पहुंच जाते हैं। वहां पर उनको लापरवाही मिली है। उनके साथ सिविल अस्पताल के डॉक्टर अमरेश कुमार गुप्ता, फार्मासिस्ट पद्मेंद्र सिंह पवार, अजय कृष्ण अवस्थी तथा प्रदीप कुमार गुप्ता थे।

मौके पर तीन रजिस्टर मिले

निरीक्षण के समय मौके पर तीन रजिस्टर मिले हैं जिसमें एक नियमित कार्मिकों की, दूसरा संविदा पर तैनात कर्मियों की और तीसरी कॉपी दैनिक वेतन भोगियों की है। इसके अलावा सफाई व्यवस्था पर भी सवाल उठे हैं। मोर्चरी में जगह-जगह जाला लगा हुआ था और गंदगी फैली हुई थी।

सीएमओ ने कहा होगी कार्रवाई

मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर जी एस वाजपेई ने बताया की मौके पर केजीएमयू के मोर्चरी विभाग मे लापरवाही मिली है। उन बिंदुओं पर काम कर कार्रवाई की जाएगी।

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इन्होंने पत्रकारीय जीवन की शुरुआत नई दिल्ली में एनडीटीवी से की। इसके अलावा हिंदुस्तान लखनऊ में भी इटर्नशिप किया। वर्तमान में वेब पोर्टल न्यूज़ ट्रैक में दो साल से उप संपादक के पद पर कार्यरत है।

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