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DM ने बताया- इतने प्रतिशत से अधिक फसलों को नुकसान पहुंचाता है टिड्डी दल
नपद में गठित समस्त निगरानी समितियां क्षेत्र में टिड्डी दल की जानकारी तत्काल राहत कंट्रोल रूम में दें ताकि प्रभावी कार्रवाई की जा सके। ऐसे स्थल जहां से पेयजल आपूर्ति की जाती है वहां तीव्र ध्वनि करते हुए टिड्डी दल को नुकसान करने से बचाया जाए।
झांसी: जनपद में गठित समस्त निगरानी समितियां क्षेत्र में टिड्डी दल की जानकारी तत्काल राहत कंट्रोल रूम में दें ताकि प्रभावी कार्रवाई की जा सके। ऐसे स्थल जहां से पेयजल आपूर्ति की जाती है वहां तीव्र ध्वनि करते हुए टिड्डी दल को नुकसान करने से बचाया जाए। टिड्डी दल के मूवमेंट पर सतत दृष्टि बनाए रखें और टिड्डी दल जहां विश्राम करता है। उसकी जानकारी तत्काल उपलब्ध कराएं ताकि कीटनाशक दवाओं का छिड़काव कर मारा जा सके। जनपद में यदि टिड्डी दल द्वारा 30 प्रतिशत से अधिक फसल नुकसान होता है तो तत्काल टीआर 27 से किसानों को राहत राशि उपलब्ध कराई जाएगी।
यह निर्देश जिलाधिकारी आन्द्रा वामसी ने कैंप स्थित सभागार में जनपद में टिड्डी दल के विचरण और उनसे निपटने हेतु रणनीति तैयार करते हुए दिए। उन्होंने स्पष्ट कहा कि इस आपदा में सभी अधिकारी एवं कर्मचारी सतर्क रहें ताकि टिड्डी दल से निपटा जा सके।
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बैठक में जिलाधिकारी ने पहुंज बांध, सुकवां दुकवां बांध, पारीछा बांध, बड़वार झील, गढ़मऊ झील, बरूआसागर तालाब व अन्य क्षेत्र जहां पीने का पानी सप्लाई होता है वहां संबंधित एसडीएम साउंड सिस्टम के माध्यम से टिड्डी दल को आने ना दें। उन्होंने कहा कि टिड्डी दल शाम को एक्टिव होता है तथा रात को विश्राम करने कहीं रुकता है। अतः जहां दल विश्राम करें उसकी तत्काल सूचना दें ताकि उन्हें रसायन दवा छिड़क कर मारा जा सके। जनपद में लगभग 40 लाख टिट्डियो को मारा जा चुका है।
टिड्डी दल के मूवमेंट की जानकारी राहत कंट्रोल रुम को दें
उन्होंने ग्राम स्तर, ब्लॉक स्तर पर गठित निगरानी समितियों के साथ ही ग्राम प्रधान को टिड्डी दल के मूवमेंट की जानकारी राहत कंट्रोल रूम जिसके नंबर 0510-2371100, 2371101, 2371199 पर तत्काल दिए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि सभी की सतर्कता से इससे बचा जा सकता है। टिड्डी दल की सूचना सही समय पर उपलब्ध कराई जाए। उन्होंने कृषि विभाग की टीम को भी यही निर्देश दिए कि टिड्डी दल के मूवमेंट पर नजर रखें ताकि जनपद में जायद की फसल, सब्जियों आदि व खेतों को नुकसान से बचाया जा सके, किसान भाई भी सतर्क रहें और अपने खेतों की रखवाली करें और यदि टिड्डी दल आपके खेत को नुकसान पहुंचाता है, तो उससे बचने के लिए ध्वनि का इस्तेमाल करें। उन्होंने कहा कि निगरानी समिति को निर्देश देते हुए कहा कि यदि टिड्डी दल आपके क्षेत्र में विश्राम करता है तो उस पर रसायन छिड़काव कर उन्हें मारा जा सकता है।
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विशेषज्ञों का दल मूवमेंट पर रखे है नजर
जिलाधिकारी श्री आन्द्रा वामसी ने कहा कि टिड्डी दल से निपटने के लिए स्थानीय दल के साथ भारत सरकार नई दिल्ली से आया विशेषज्ञों का दल भी लगातार मूवमेंट पर नजर बनाते हुए उससे निपटने की तैयारी कर रहा है। इस मौके पर सीडीओ निखिल टीकाराम फुंडे, एडीएम राम अक्षयवर चौहान, निदेशक ग्रासलैंड डॉक्टर विजय कुमार यादव, डीडी कृषि कमल कटियार, पीपीओ विवेक कुमार सहित अन्य अधिकारी उपस्थित रहे।
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सुकुवां ढुकुवां में चला ऑपरेशन
पाकिस्तान के रास्ते ईरान से आया टिड्डी दल झांसी की हरियाली को खास नुकसान नहीं पहुंचा पाया है, करीब 80 लाख की संख्या में टिड्डी दल झाँसी आया, यहां रानीपुर और सुकवा ढकवा में हरियाली को नुकसान पहुंचाने का प्रयास किया। ऐसे में जिला प्रशासन ने केमिकल के माध्यम से 40 लाख टिड्डी को मार दिया है, रविवार की रात सुकवा के पास यह ऑपरेशन अंजाम दिया गया। वहीं, मुख्य अग्निशमन अधिकारी के के ओझा ने बताया कि फायर बिग्रेड की तीन गाड़ियों को सुकुवां ढुकुवां बांध पर भेजा था। जहां पानी व कीटनाशक दवा का छिड़काव कर उनका अंत किया गया। इस तरह की राहत से किसान खुश है।
रिपोर्ट: बीके कुश्वाहा
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