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Lucknow News: नशे में धुत रईसजादों ने साइकिल सवार को कुचला, मौत, एक नहीं चार जिंदगी तबाह हुई
Lucknow News: साइकिल सवार अपनी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहा था। नशे में धुत लग्जरी कार सवारों ने उसे टक्कर मारकर भागने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाकर कार को रोक लिया।
File Photo of Man Died in Lucknow Accident (Photo: Newstrack)
Lucknow News: नशे में धुत रईसजादों की लग्जरी कार ने एक साइकिल सवार को टक्कर मारकर 200 मीटर तक घसीटा, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। यह दिल दहला देने वाला हादसा आशियाना के बंगला बाजार पुल के पास सुबह 6 बजे हुआ। साइकिल सवार अपनी ड्यूटी खत्म कर घर लौट रहा था। नशे में धुत लग्जरी कार सवारों ने उसे टक्कर मारकर भागने का प्रयास किया। स्थानीय लोगों ने हिम्मत दिखाकर कार को रोक लिया। कार सवार एक युवक को भीड़ ने दबोच लिया, जबकि गाड़ी में सवार एक युवक और दो युवतियां मौके से भाग निकले। स्थानीय लोगों का कहना है कि चारों नशे में धुत थे।
दो-दो नौकरी करके पाल रहा था परिवार
आशियाना के बंगला बाजार इलाके में किराए का कमरा लेकर रहने वाला दुर्गा प्रसाद उर्फ दिलीप (32) रेलवे में आउट सोर्सिंग में सफाई कर्मचारी के पद पर काम करता था। दिलीप के परिवार में उसकी पत्नी ममता, बेटा कृष्णा (6), बेटी कीर्ति (3) हैं। भांजे बाल गोविंद ने बताया कि दिलीप की माली हालत अच्छी नहीं थी। परिवार को पालने व बच्चों को पढ़ाने के लिए वह नाइट में आउट सोर्सिंग में काम करता था जबकि दिन में लोहिया लॉ कॉलेज की मेस में काम करता था। दोनों जगह से मिलने वाले महज 12 हजार रुपये से ही वह पूरे परिवार का खर्च व मकान का किराया निकालता था।
ड्यूटी से लौटते समय रौंदा
भांजे बाल गोविंद के अनुसार, सोमवार सुबह दिलीप चारबाग से ड्यूटी खत्म कर सुबह 6 बजे के करीब साइकिल से घर लौट रहा था। वह बंगला बाजार पुल पर पहुंचा ही था कि कैंट की तरफ से आ रही तेज रफ्तार लग्जरी कार नंबर डीएल-36 बीई 2375 ने उसकी साइकिल में टक्कर मारी। जिससे वह कार में साइकिल समेत फंस गया और कार सवार उसे 200 मीटर तक घसीटता हुआ ले गया।
परिवार वालों ने पहुंचाया हॉस्पिटल
हादसे के बाद लेफ्ट टर्न के लिए लगे पिलर में कार फंस गई। यह देख आस-पास के लोग दौड़े और कार को घेर लिया। भीड़ से घिरने पर कार सवार दो युवतियां और एक युवक मौके से भाग निकले, जबकि गाड़ी में सवार एक युवक जिसका नाम विनीत तिवारी बताया जा रहा है, को लोगों ने दबोच लिया। स्थानीय लोगों ने दिलीप के पास मिले मोबाइल फोन के जरिए हादसे की सूचना उसकी पत्नी ममता और पुलिस को दी। सूचना पाकर ममता व भांजा बाल गोविंद मौके पर पहुंचे और दिलीप को लोकबंधु अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। हादसे के बाद पीआरवी भी मौके पर पहुंच गई, जिसने आरोपी विनीत को कब्जे में ले लिया, लेकिन घायल दिलीप को अस्पताल नहीं पहुंचाया।
रात भर धूम कर कार में करते रहे पार्टी
पकड़े गए आरोपी विनीत ने पुलिस को बताया कि वह मूलरूप से बलिया का रहने वाला है और अर्जुनगंज में रहता है। कार में सवार उसके तीन दोस्त दिल्ली से आए थे। चारों तरफ शहर में घूम कर वे सुबह अर्जुनगंज घर वापस लौट रहे थे। पुलिस का कहना है कि पकड़ा गया आरोपी नशे में था और उसका मेडिकल परीक्षण कराया गया हैै।
एक नहीं चार जिंदगियां तबाह हो गईं
रईसजादों की कार की चपेट में आकर केवल दिलीप की मौत नहीं हुई, बल्कि उसका सारा परिवार बिखर गया। दो मासूम बच्चों के सिर से पिता का साया उठ गया। पत्नी ममता अपने दोनों बच्चों को सीने से चिपका कर बेसुध शव के पास पड़ी रही। आखिर बच्चों के भविष्य लिए अपनी सारी इच्छाओं को मार दिलीप 20 घंटे काम करता था और महज चार घंटे ही शरीर को आराम देता था।
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