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'हिस्ट्रीशीटर भिखारी' पर मेहरबान हुई लखनऊ पुलिस! नहला-धुलाकर पहनाए नए कपड़े, अब रहने के लिए घर का भी कर रही इंतजाम, जानें वजह
Lucknow News: लखनऊ की गोसाईगंज पुलिस एक भिखारी पर मेहरबान होती हुई नजर आई, जिसका एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। आइये इसके पीछे की वजह जानते हैं।
Lucknow News: उत्तर प्रदेश की लखनऊ पुलिस की ओर से गरीबों और असहाय लोगों की मदद से जुड़े अनेकों वीडियो सामने आते हैं, जिसके चलते लखनऊ पुलिस की हर ओर सराहना भी होती है। ऐसे ही कार्य के चलते एक बार फिर लखनऊ पुलिस की सोशल मीडिया और जमकर तारीफ हो रही है। दरअसल, लखनऊ की गोसाईगंज पुलिस एक भिखारी पर मेहरबान होती हुई नजर आई, जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। बताया जा रहा है कि जिस भिखारी पर लखनऊ की गोसाईगंज पुलिस मेहरबान हुई, वो कोई आम भिखारी नहीं बल्कि थाना क्षेत्र का हिस्ट्रीशीटर था। हालांकि, लखनऊ पुलिस अब हिस्ट्रीशीटर रहे भिखारी के रहने का इंतजाम करने में जुटी हुई है।
हनुमान सेतु मंदिर पर हुई चाकूबाजी के बाद भिखारियों का खाका तैयार कर रही थी पुलिस
आपको बता दें बीते मंगलवार देर रात थानाक्षेत्र महानगर के हनुमान सेतु मंदिर के बाहर एक भिखारी की चाकू से गोद कर हत्या कर दी गयी थी। तो इस घटना के बाद प्रभारी निरीक्षक गोसाईगंज ब्रजेश त्रिपाठी ने थानाक्षेत्र के अंतर्गत सभी भिखारियों का खाका बनाकर सिलसिलेवार ढंग से उनके विषय में जानकारी करनी शुरू की। इसी दौरान उन्हें एक अजय उर्फ गब्बर नाम का भिखारी मिला, जिसके इतिहास के बारे में पता किया गया तो सामने आया कि वह पूर्व हिस्ट्रीशीटर है और थाना स्थानीय व आसपास के मंदिरों में भीख मांग कर अपना जीवन यापन करता है। इंस्पेक्टर गोसाईगंज ने बताया कि अजय उर्फ गब्बर की उम्र 50 वर्ष के करीब है, बीते एक साल से गोसाईगंज के थाना प्रभारी के पद पर रहते हुए अजय को कई बाद क्षेत्र के अलग अलग चौराहों और मंदिर के आसपास भीख मांगते हुए देखा गया है।
20 से 25 साल पुराने मुकदमे हो चुके खत्म, भीख मांग कर गुजारता है जीवन
इंस्पेक्टर गोसाईगंज ने बताया कि भिक्षावृत्ति से जीवन यापन करने वाले अजय उर्फ गब्बर के बारे में पता किया गया तो सामने आया कि अजय के खिलाफ चोरी और लूट जैसे अपराध थाने में दर्ज थे, जो कि सजा काटने के बाद सभी मुकदमे 20 से 25 साल पहले ही खत्म हो गए। तब से अभी तक अजय उर्फ गब्बर के खिलाफ कोई आपराधिक कृत्य नहीं किया गया। गब्बर का कोई घर नहीं है और न ही उसका परिवार है। वह कभी चौकी के पास तो कभी चौराहों और मंदिर के बाहर बैठकर आने जाने वाले लोगों से भीख मांगकर अपना जीवन यापन करता है।
नाई को बुलाकर कटवाए बाल, पहनाए नए कपड़े, घर का इंतजाम कर रही पुलिस
इंस्पेक्टर ने बताया कि अजय उर्फ गब्बर सालों पहले अपनी अपराध की दुनिया छोड़ चुका था। मौके पर स्थानीय लोगों से पता चला कि इसने 8 से 10 साल से स्नान ही नहीं किया। जिसके बाद पुलिस टीम ने आनन फानन में नाई को बुलवाकर उसके बाल कटवाए, नहला धुलाकर नए कपड़े पहनाए और खाना खिलाया। अब अजय उर्फ गब्बर को चौकी के बगल में ही रहने को बोला गया है। इसके साथ ही उच्चाधिकारियों से बात करके उसके रहने का प्रबंध भी किया जा रहा है। बताया जाता है कि नए नवेले कपड़े पहनकर खुद को जेंटलमैन की तरह देखने और पेट भर खाना खाने के बाद गब्बर गोसाईंगंज पुलिस का मुरीद हो गया और फिल्मी डायलॉग मारने लगा, जिससे सभी बेहद खुश हुए।