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Lucknow News: ‘पैगाम 2024’ नुक्कड़ नाटक श्रृंखला प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन

Lucknow News: “पैगाम 2024” जिसका थीम इस वर्ष “जिंदगी में जिंदगी से ज्यादा जरूरी कुछ भी नहीं है”।

Ashutosh Tripathi
Published on: 9 Nov 2024 5:30 PM IST
Lucknow News: ‘पैगाम 2024’ नुक्कड़ नाटक श्रृंखला प्रतियोगिता का सफलतापूर्वक आयोजन
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Lucknow News: राजधानी के गोमतीनगर स्थित शीरोज़ हैंगआउट कैफे में शनिवार को वी यंगस्टर्स फाउंडेशन की ओर से प्री राउंड नुक्कड़ नाटक श्रृंखला प्रतियोगिता पैगाम 2024 "पैगाम जिंदगी का" आयोजन हुआ। प्री राउंड में शहर के कई कॉलेजों के छात्रों ने प्रतिभाग किया। जिसमें सिटी लॉ कॉलेज, फिल्म इंस्टीट्यूट ऑफ इमेट्स, स्कूल ऑफ मैनेजमेंट साइंस, गोयल इंस्टीट्यूट, आईटी कॉलेज, जी.सी.आर.जी, एल.पी.सी.पी.एस, लाल बहादुर शास्त्री गर्ल्स कॉलेज, बीबीडी, एलयू एवं अन्य विश्वविद्यालय के करीब 400 छात्र शामिल हुए।


नुक्कड़ नाटक से युवाओं को दिया संदेश

“पैगाम 2024” जिसका थीम इस वर्ष “जिंदगी में जिंदगी से ज्यादा जरूरी कुछ भी नहीं है”। इस थीम के जरिए युवाओं ने नुक्कड़ नाटक के माध्यम से देश में हर साल 4.21%(60 लाख) से अधिक आत्महत्या को रोकने और उनके कारणों पर प्रकाश डाला और लोगों को जागरूक करने का संदेश दिया।

एसिड अटैक सर्वाइवर्स ने दी प्रस्तुति

प्री राउंड में सलेक्टड 10 टीमों को शहर के प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार वरुण टमटा और आनंद असवाल चार दिनों तक वर्कशॉप के जरिए उन बच्चों को और निखारने की कोशिश करेंगे। जिसके बाद ये सभी 10 टीमें 10 अलग-अलग स्कूलों में परफॉर्म करेंगी और वहां से इनमें से कोई तीन टीम फाइनल राउंड के लिए चुनी जाएगी। साथ ही आपको बता दें कि आज के प्री-राउंड में विभिन्न कॉलेजों और विश्वविद्यालयों के प्रतिभागियों के साथ-साथ शीरोज़ हैंगआउट कैफे की एसिड अटैक सरवाइवर महिलाओं ने भी मंच पर अपनी प्रस्तुति दी। इन बहादुर महिलाओं ने “पैगाम ज़िंदगी का” विषय पर आधारित अपनी भावपूर्ण प्रस्तुति से यह संदेश दिया कि ज़िंदगी अमूल्य है और आत्महत्या किसी समस्या का समाधान नहीं हो सकता।


30 नवंबर को होगा फाइनल राउंड

बता दें, 30 नवंबर एमफी थिएटर, लोहिया पार्क में पैगाम 2024 का फाइनल राउंड आयोजित होगा। जिस दिन नुक्कड़ नाटक के लिए एक विशेष प्रस्तुति का आयोजन भी किया जाएगा, जिसमें दृष्टिहीन बच्चे और 1090 वूमेन पावर लाइन अपने नाटक के माध्यम से जीवन की अहमियत का संदेश देंगे। यह प्रस्तुति दर्शकों को यह एहसास कराएगी कि जीवन में चुनौतियां चाहे कितनी भी कठिन क्यों न हों, हमें हर हाल में जीने की प्रेरणा लेनी चाहिए। दृष्टिहीन बच्चों और एसिड अटैक सर्वाइवर्स की ये प्रस्तुतियाँ हर किसी के लिए एक प्रेरणा हैं कि चाहे जीवन में कितनी भी मुश्किलें आएँ, हमें कभी हार नहीं माननी चाहिए।

अध्यक्ष ने युवाओं का किया मार्गदर्शन

प्रतियोगिता में निर्णायक की भूमिका में श्रुति कीर्ति राय (मनोचिकित्सक), सतेंद्र मिश्रा (अधिवक्ता, उच्च न्यायालय लखनऊ), कपिल तिलहरी (बॉलीवुड अभिनेता व थिएटर कलाकार) तथा संगीता जायसवाल (समाज सेवी) ने छात्रों के परफॉर्मेंस को खूब सराहा। वी यंगस्टर्स फाउंडेशन के अध्यक्ष देश दीपक सिंह ने युवाओं को मानसिक स्वास्थ्य से संबंधित मुद्दों पर मार्गदर्शन प्रदान किया और छात्रों का उत्साहवर्धन किया।

दस सालों से युवाओं को मंच प्रदान कर रही फाउंडेशन

वी यंगस्टर्स फाउंडेशन पिछले 10 सालों से युवाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करता आ रहा है जिसमें लखनऊ के सभी विश्विद्यालयों व शैक्षिक संस्थानों के युवा भाग लेते हैं और तरह-तरह के सामाजिक विषयों से जुड़े नुक्कड़ नाटकों की प्रस्तुति देते हैं। कार्यक्रमों में मुख्य अतिथि के तौर पर वरुण टमटा, आनंद असवाल, डॉ. आस्था शर्मा, अंशु टंडन, मयंक श्रीवास्तव, ओम अवस्थी, आंचल, सचिन तुलसी, नीरज सिंह, और माधव जी मौजूद रहे।



Abhishek Mishra

Abhishek Mishra

Correspondent

मेरा नाम अभिषेक मिश्रा है। मैं लखनऊ विश्वविद्यालय से पत्रकारिता में पोस्ट ग्रेजुएट हूं। मैंने हिंदुस्तान हिंदी अखबार में एक साल तक कंटेंट क्रिएशन के लिए इंटर्नशिप की है। इसके साथ मैं ब्लॉगर नेटवर्किंग साइट पर भी ब्लॉग्स लिखता हूं।

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