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Lucknow News: नम आंखों के बीच निकला 72 ताबूत का जुलूस, गमगीन रहा माहौल
Lucknow News: कर्बला में शहीद हुए इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की याद में गुरुवार को अंजुमन-ए-शब्बीरिया द्वारा आसिफी इमामबाड़ा में 72 ताबूत का जुलूस निकाला गया। इ
Lucknow News: कर्बला में शहीद हुए इमाम हुसैन और उनके 72 साथियों की याद में गुरुवार को अंजुमन-ए-शब्बीरिया द्वारा आसिफी इमामबाड़ा में 72 ताबूत का जुलूस निकाला गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में मौजूद समुदाय को लोगों ने नम आखों से हुसैन साहब व उनके साथियों को याद किया। जुलूस को देखने के लिए भारी संख्या में बच्चे और महिलाएं भी उपस्थित रहीं। कर्बला में इमाम हुसैन और उनके साथी शहीद हो गए थे। उनकी याद में लखनऊ के इमामबाड़े में हर साल जुलूस निकाला जाता है।
कर्बला के शहीदों की याद में
आसिफी इमामबाड़ा में कर्बला के शहीदों की याद में अंजुमन-ए-शब्बीरिया द्वारा सोमवार को बड़े इमामबाड़ा में कर्बला के 72 शहीदों के ताबूतों की जियारत करायी गई। ताबूत निकलने से पूर्व मौलाना मजलिस को खिताब किया गया। एक-एक करके सिलसिलेवार कर्बला के 72 शहीदों का ताबूत देख अजादारों के हाथ जियारत को उठे। नम आंखों से अजादारों ने अपने पास से गुजर रहे ताबूत मुबारक की जियारत कर शहीदों को आंसुओं का पुरसा पेश किया। इस मौके पर इस्लाम के जानकारों ने लोगों को बताया कि कर्बला की जंग अच्छाई और बुराई के बीच थी।
पैगंबर-ए-इस्लाम हजरत मुहम्मद साहब के नवासे हजरत इमाम हुसैन अलेहिस्सलाम ने अपने 71 साथियों के साथ यजीद की लाखों की फौज से मुकाबला करके यह बता दिया कि तादात कम होने के बाद भी जीत हमेशा अच्छाई की ही होती है। इस दौरान इमाम की शहादत का मंजर बयां किया गया तो अजादारों की आंखें नम हो उठीं।
सिलसिलेवार ताबूत निकलने का सिलसिला
एक-एक करके सिलसिलेवार ताबूत निकलने का सिलसिला शुरू हो गया। जैसे ही ताबूत वहां मौजूद लोगों के पास से गुजरे, उनकी आंखें नम होती गईं। समुदाय के हर वर्ग के लोग गमगीन माहौल में उस मंजर को याद करते दिखे। कई लोगों की आंखों से आंसू भी छलकते दिखे। कर्बला के 72 शहीदों के ताबूत की जियारत कर उन्हें याद किया गया।
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