PGI ने 75 क्षय रागियों को लिया गोद,मिलकर सम्भालेंगे स्वास्थ्य ​की जिम्मेदारी

Lucknow News: बुधवार को राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान ने 75 क्षय रोगियों को गोद लिया है। इनकों संस्थान के डॉक्टर के साथ कर्मी साथ मिलकर उनका ध्यान रखेंगे।

Shubham Pratap Singh
Published on: 17 Sept 2025 8:30 PM IST
Lucknow News
X

PGI Director Pro. R.k. Dheeman Giving Nutrition Kit To Tuberculosis Patients

Lucknow News: बुधवार को राजधानी के संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (SGPGIMS) ने 75 क्षय रोगियों को गोद लिया है। इन क्षय रोगियों को विभिन्न संकाय सदस्यों, रेजीडेंट, नर्सिंग स्टाफ, टेक्नोलॉजिस्ट और स्थायी कर्मचारियों ने मिलकर गोद लिया है।

राजधानी के पीजीआई में प्रधानमंत्री के 75 वें जन्मदिन के अवसर पर 75 क्षय रोगियों को गोद लिया है। यह सभी रोगी यहां के चिकित्सक,कर्मी द्वारा मिलकर गोद लिये गए हैं। जिसके बाद अब इन्हें रोग से लड़ने और अच्छा इलाज दिलाने में यह सभी मिलकर मद्द करेंगे। बुधवार को इन सभी ​मरीजों को पोषण आहार की पोटली दी गई है, जिसमें गुड़, चना सत्तू, मूंगफली और हॉर्लिक्स युक्त है ।

राज्यपाल की मंशा से शुरू किया अभियान

संस्थान के निदेशक प्रो.आर.के.धीमन ने बताया कि 'निक्षय पोषण योजना' के तहत यह काम शुरू किया गया है। जिसके लिए राज्यपाल ने भी अपनी मंशा जताई थी। इस कार्यक्रम माइक्रोबायोलॉजी की प्रोफेसर और बीएसएल, ट्यूबरकुलोसिस लैब की नोडल अधिकारी डॉ.ऋचा मिश्रा की अहम भूमिका है। राष्ट्रीय क्षय रोग उन्मूलन कार्यक्रम (एनटीईपी) के अंतर्गत 'निक्षय मित्र पहल' और 'निक्षय पोषण योजना' की भूमिका में सामुदायिक भागीदारी और पोषण संबंधी सहायता उन रोगियों के सफल उपचार परिणामों में प्रमुख भूमिका निभाएगी। इससे मरीजों को कुपोषण से बचाने में आसानी होगी।



उपचार में करुणा की जरूरत

पल्मोनरी मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रो.आलोक नाथ ने बताया कि व्यापक टीबी के मरीजों के देखभाल के लिए विभाग की प्रतिबद्धता बहोत जरूरी है। इसके लिए उपचार के दौरान डॉक्टरों को "करुणा से उपचार" करने में ध्यान रखना चाहिए । उन्होंने कहा कि भारत में दुनिया में टीबी और दवा प्रतिरोधी टीबी रोगियों का बोझ सबसे ज़्यादा है। लेकिन अगर सभी निदान किए गए रोगियों की देखरेख एक स्वैच्छिक अभिभावक द्वारा की जाए। जो उनके पोषण का ध्यान रखे और उपचार की निगरानी करे, तो हम निश्चित रूप से कुछ वर्षों में टीबी मुक्त भारत का लक्ष्य हासिल कर लेंगे।

Shubham Pratap Singh

Shubham Pratap Singh

Mail ID - [email protected]

Next Story

AI Assistant

Online

👋 Welcome!

I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!