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Lucknow News: मुसाहिबगंज से उठती सिसकियां फिजाओं में तैर गईं जब उठे एक साथ पांच जनाजे
Lucknow News: ठाकुरगंज के मुसाहिबगंज गंज के लिए आज की सुबह बहुत ही दर्दनाक थी। पूरे एरिये को एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत ने झकझोर दिया था।
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Lucknow News: ठाकुरगंज के मुसाहिबगंज गंज के लिए आज की सुबह बहुत ही दर्दनाक थी। पूरे एरिये को एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत ने झकझोर दिया था। हर मां बाप को अपने बच्चों की चिंता सताने लगाने थी। हर घर में बस एक ही चर्चा थी इस हादसे की जिसने एक हंसते खेलते पूरे परिवार को मिटा दिया। इस हादसे में मरने वालों में एचसीएल में सॉफ्टवेयर इंजीनियर अभिषेक सिंह (32), उनकी पत्नी प्रियांशी (33), बेटी श्री (छह माह), पिता सत्यप्रकाश (65) और मां रमादेवी (63) शामिल है। हादसे के वक्त अभिषेक के बहनोई, बहन और उनके दो बच्चे दूसरी कार में आगे चल रहे थे जो भाग्यवश बच गए। आज जब इस हादसे के शिकार लोगों के शव घर में पहुंचे तो हाहाकार मच गया।
हर आंख नम थी। हर शख्स बदहवास। सुबह की चाय नाश्ता लोग भूल चुके थे। जिसको सूचना मिल रही थी वह पीडित परिवार के घर दुख जताने पहुंच रहा था। सबकी जुबान पर एक ही बात थी कोई दुश्मन को भी ये दिन न दिखाये।
आपको बता दें कि रविवार सुबह जमवारामगढ़ क्षेत्र में एक दर्दनाक सड़क हादसे ने सभी को झकझोर कर रख दिया। मनोहरपुर-दौसा नेशनल हाईवे पर नेकावाला टोल प्लाजा के पास एक कार और ट्रेलर की भीषण भिड़ंत हो गई, जिसमें एक ही परिवार के पांच लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। मृतकों में छह माह की मासूम बच्ची भी शामिल थी। हादसे के बाद मौके पर चीख-पुकार मच गई थी और हाईवे पर लंबा जाम लग गया थी।
शुरुआती खबर जो प्रत्यक्षदर्शियों के हवाले से मिली थी उसमें कहा गया था कि उत्तर प्रदेश की नंबर प्लेट वाली कार खाटू श्याम मंदिर दर्शन के लिए जा रही थी, तभी तेज गति से आ रहे एक भारी ट्रेलर से कार की जोरदार टक्कर हो गई। टक्कर इतनी भयंकर थी कि कार के परखच्चे उड़ गए और उसमें सवार सभी लोग बुरी तरह फंस गए। हादसे की सूचना मिलते ही पुलिस और राहत दल मौके पर पहुंचे और कड़ी मशक्कत के बाद शवों को कार और ट्रेलर से बाहर निकाला गया। बाद में यह पता चलने पर कि पूरा परिवार लखनऊ का था। लखनऊ सूचना भेजी गई तो हड़कम्प मच गया।
परिजनों ने बताया सत्यप्रकाश, पत्नी, बहू और पोती के साथ लखनऊ से बेटी रश्मि के घर मैनपुरी नाती का जन्मदिन मनाने गए थे। अभिषेक नोएडा से बहन के घर आया था। शनिवार जन्मदिन मनाने के बाद अगले दिन रविवार को सभी लोग खाटू श्याम मंदिर के लिए घर से निकले। कार अभिषेक चला रहे थे। वहीं, दूसरी कार में बेटी रश्मि, दामाद मयंक, उनके दो बच्चे और चालक थे।
इनकी कार आगे चल रही थी थोड़ा आगे जाने पर मयंक को जब अभिषेक की कार नजर नहीं आई तो उन्होंने ससुर को कॉल की। जवाब न मिलने पर वह यूटर्न लेकर वापस लौटे तो कुछ ही दूरी पर सत्यप्रकाश की कार दुर्घटनाग्रस्त मिली। सूचना पर पहुंची रायसर थाना पुलिस ने कार में फंसे लोगों को बाहर निकाला, लेकिन तब तक सभी की मौत हो चुकी थी।
घर वालों के मुताबिक सुबह करीब 8 बजे जयपुर के मनोहरपुर दौसा हाईवे पर जमवारामगढ़ में गलत दिशा से आ रहे ट्रेलर से अभिषेक की कार की भिड़ंत हो गई और दोनों वाहन सड़क किनारे खंती में पलट गए। कार सवार सभी लोग गाड़ी में फंस गए। सत्यप्रकाश हजरतगंज में एक कंपनी में मैनेजर थे। अभिषेक नोएडा में एचसीएल कंपनी और बहू प्रियांशी गोमतीनगर स्थित बैंक ऑफ बड़ौदा शाखा में प्रबंधक थी।
जब पांच अर्थियों को अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जाने लगा कोई ऐसा शख्स नहीं था जिसके आंसू न छलक आए हों। गम में डूबे इलाके में आज तमाम घरों में चूल्हा तक नहीं जला।
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