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Waqf (Amendment) Bill 2025: मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की दिशा में ऐतिहासिक कदम, शाइस्ता अम्बर ने किया स्वागत
Waqf (Amendment) Bill 2025: मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों की दिशा में ऐतिहासिक कदम: वक्फ (संशोधन) विधेयक 2025 का स्वागत, ऑल इंडिया मुस्लिम वूमेन पर्सनल लॉ बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने की सराहना
Waqf (Amendment) Bill 2025: वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 को लेकर मुस्लिम समाज में उत्साह और उम्मीदों का माहौल है। विशेष रूप से मुस्लिम महिलाओं के अधिकारों को केंद्र में रखते हुए तैयार किए गए इस विधेयक को ऑल इंडिया मुस्लिम वूमेन पर्सनल लॉ बोर्ड ने एक "ऐतिहासिक पहल" बताया है। बोर्ड की अध्यक्ष शाइस्ता अम्बर ने विधेयक का स्वागत करते हुए कहा कि यह न सिर्फ़ कानूनी संशोधन है, बल्कि मुस्लिम महिलाओं की गरिमा, भागीदारी और अधिकारों को मान्यता देने की दिशा में एक नई शुरुआत है।
शाइस्ता अम्बर ने मीडिया को संबोधित करते हुए कहा, "यह विधेयक महिला सशक्तिकरण की दिशा में एक ठोस कदम है, जो लंबे समय से अनदेखी रही आवाज़ों को संसद तक पहुंचाता है। मुस्लिम महिलाओं को नेतृत्व, संपत्ति में हिस्सेदारी और निर्णय प्रक्रिया में भागीदारी देने की सोच निश्चित रूप से क्रांतिकारी है।"
महत्वपूर्ण प्रस्ताव जो विधेयक को बनाते हैं विशेष:
1. महिलाओं की भागीदारी को वैधानिक रूप से मान्यता
वक्फ बोर्ड और केंद्रीय वक्फ परिषद में मुस्लिम महिलाओं को शामिल करने की सिफारिश विधेयक का एक मजबूत और स्वागत योग्य पहलू है। इससे समुदाय में महिलाओं के नेतृत्व को बढ़ावा मिलेगा और उनके अनुभव व दृष्टिकोण नीति-निर्माण का हिस्सा बन सकेंगे।
2. महिला वारिसों के अधिकार की गारंटी
वक्फ अल-अउलाद के माध्यम से अब महिला वारिसों को भी संपत्ति पर वैधानिक अधिकार मिलेगा, जो अब तक एक अस्पष्ट स्थिति में था। इसे सामाजिक न्याय और लैंगिक समानता की दिशा में महत्वपूर्ण पहल माना जा रहा है।
3. वक्फ संपत्तियों में पारदर्शिता
विधेयक में वक्फ संपत्तियों के सर्वेक्षण, पंजीकरण और अधिग्रहण को पारदर्शी बनाने के लिए स्पष्ट प्रावधान हैं। इससे वक्फ संपत्तियों के दुरुपयोग पर रोक लगेगी और कानूनी संरक्षण सुनिश्चित होगा।
4. न्यायिक व्यवस्था को सशक्त बनाना
विधेयक में वक्फ संपत्ति से जुड़े विवादों के शीघ्र निपटारे के लिए ट्राइब्यूनल की व्यवस्था की गई है, जिससे न्यायिक प्रक्रिया में सुधार और गति आने की उम्मीद है।
मांग और सुझाव
शाइस्ता अम्बर ने सरकार से अपील की कि "इस विधेयक को लागू करते समय महिलाओं की भागीदारी को केवल सिद्धांत नहीं, बल्कि व्यवहारिक रूप में ज़मीन तक पहुंचाने के लिए स्पष्ट दिशा-निर्देश जारी किए जाएं।"
प्रधानमंत्री और मंत्रालय को आभार
बोर्ड की ओर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अल्पसंख्यक कार्य मंत्रालय का आभार प्रकट किया गया। शाइस्ता अम्बर ने कहा, "यह विधेयक दिखाता है कि सरकार ने अपने वादों को गंभीरता से लिया है और मुस्लिम समुदाय, विशेषकर महिलाओं की आवाज़ को सुना है।"
वक्फ (संशोधन) विधेयक, 2025 मुस्लिम महिलाओं के लिए एक आशा की किरण के रूप में देखा जा रहा है। अगर यह विधेयक सही ढंग से लागू होता है, तो यह मुस्लिम समाज में लैंगिक समानता, सामाजिक न्याय और प्रतिनिधित्व की दिशा में मील का पत्थर साबित हो सकता है।