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मकर संक्रांति: जानिए अखाड़ों के स्नान का समय और पूजन का शुभ मुहूर्त
मकर संक्रांति के दिन सुबह किसी नदी, तालाब शुद्ध जलाशय में स्नान करें। इसके बाद नए या साफ वस्त्र पहनकर सूर्य देवता की पूजा करें। चाहें तो पास के मंदिर भी जा सकते हैं। इसके बाद ब्राह्मणों, गरीबों को दान करें।
प्रयागराज: कुंभ के पहले स्नान पर्व मकर संक्रांति की तैयारी पूरी हो गई है। इस पर्व पर सवा करोड़ श्रद्धालुओं के संगम आने की उम्मीद है। हम आपको मकर संक्रांति के शुभ मुहूर्त के बारे में बताने जा रहे है।
अखाडों के लिए विशेष व्यवस्था
विभिन्न अखाड़ों के लिए शाही स्नान की तैयारी पूरी कर ली गई है। संगम नोज पर अखाड़ों के शाही स्नान के लिए 250 फीट का स्नान घाट आरक्षित किया गया है। बगल में आम श्रद्धालु स्नान कर सकेंगे। अखाड़ों के आने के लिए त्रिवेणी दक्षिणी पांटून पुल आरक्षित किया गया है। यहां से संगम अपर के बगल के रास्ते अखाड़े मेला क्षेत्र पहुंचेंगे। यहां पर पार्किंग बनाई गई है। पार्किंग से पैदल स्नान स्थल तक जाना है। इसके बाद अखाड़े अपने वाहन से महावीर पांटून पुल से जाएंगे।
आम श्रद्धालु संगम से रहेंगे दूर
मेला प्राधिकरण ने कुम्भ मेला क्षेत्र में लगभग 40 स्नान घाट तैयार किए हैं। मेला प्रशासन ने प्रमुख संस्थाओं के लिए उनके करीब ही घाट तैयार किए हैं। आम श्रद्धालुओं स्नान के लिए संगम तक नहीं पहुंच सकेंगे। मेला क्षेत्र में प्रवेश के लिए जीटी जवाहर और तिकोनिया चौराहे से किसी को परेड की ओर नहीं आने दिया जाएगा। सभी को सीधे निकाला जाएगा। श्रद्धालुओं को दारागंज दशाश्वमेध घाट या फिर झूंसी की ओर भेजा जाएगा।
एक घंटे में अखाड़े पहुंचेंगे संगम
अखाड़ा निकलने का समय संगम नोज स्नान का वक्त
महानिर्वाणी, सुबह 5:15-6:15 40 मिनट
निरंजनी, सुबह 6:06-7:05 40 मिनट
निर्मोही सुबह 9:40-10:40 40 मिनट
दिंगबर सुबह 10:20-11:20 30 मिनट
निर्वाणी सुबह 11:20- दोपहर12:20 50 मिनट
नया उदासीन दोपहर 12:15-1:15 30 मिनट
बड़ा उदासीन दोपहर 1:20-2:20 55 मिनट
निर्मल दोपहर 2:40-3:40 40 मिनट
मकर संक्रांति का पर्व इस बार 15 जनवरी को मनाया जा रहा है। 15 जनवरी से पंचक, खरमास और अशुभ समय समाप्त हो जाएगा और विवाह, ग्रह प्रवेश आदि के शुभ कार्य शुरू हो जाएंगे।
मकर संक्रांति शुभ मुहूर्त-
पुण्य काल मुहूर्त - 07:14 से 12:36 तक (15 जनवरी 2019)
महापुण्य काल मुहूर्त - 07:14 से 09:01 तक (15 जनवरी 2019 को)
मकर संक्रांति पूजा विधि-
मकर संक्रांति के दिन सुबह किसी नदी, तालाब शुद्ध जलाशय में स्नान करें। इसके बाद नए या साफ वस्त्र पहनकर सूर्य देवता की पूजा करें। चाहें तो पास के मंदिर भी जा सकते हैं। इसके बाद ब्राह्मणों, गरीबों को दान करें। इस दिन दान में आटा, दाल, चावल, खिचड़ी और तिल के लड्डू विशेष रूप से लोगों को दिए जाते हैं। इसके बाद घर में प्रसाद ग्रहण करने से पहले आग में थोड़ी सा गुड़ और तिल डालें और अग्नि देवता को प्रणाम करें।
मकर संक्रांति पूजा मंत्र
ऊं सूर्याय नम: ऊं आदित्याय नम: ऊं सप्तार्चिषे नम:
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