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Meerut News: 115 वीं जयंती पर बोले वक्ता- प्रत्येक क्षेत्र में स्वतंत्रता सेनानी कैलाश प्रकाश का अद्वितीय योगदान
Meerut News: मेरठ विश्वविद्यालय, जिसका वर्तमान नाम चौधरी चरण सिंह विवि कर दिया गया, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स स्टेडियम बनवाया बाद में जिसका नाम बदलकर कैलाश प्रकाश स्टेडियम रखा गया
Meerut News -Photo- Newstrack
Meerut News: प्रदेश के पूर्व शिक्षा मंत्री और स्वाधीनता सेनानी कैलाश प्रकाश की 115 वीं जयंती धूमधाम से मनायी गयी। इस मौके पर वक्ताओं ने कहा कि शिक्षा, खेल समेत कई क्षेत्रों में कैलाश प्रकाश का योगदान अद्वितीय और अविस्मरणीय है।बता दें कि डॉ. कैलाश प्रकाश मेरठ कस्बे परीक्षितगढ़ से निकलकर बाद में प्रदेश सरकार में मंत्री भी रहे। वित्त और शिक्षा मंत्री रहते उन्होंने मेरठ विश्वविद्यालय, जिसका वर्तमान नाम चौधरी चरण सिंह विवि कर दिया गया, मेडिकल कॉलेज और स्पोर्ट्स स्टेडियम बनवाया । बाद में जिसका नाम बदलकर कैलाश प्रकाश स्टेडियम रखा गया।
इस अवसर पर पं. प्यारेलाल शर्मा मैमोरियल ट्रस्ट सोसायटी द्वारा शर्मा स्मारक भवन में शांति यज्ञ का आयोजन किया गया। इस अवसर पर मंत्री दिनेश जैन और राजीव गर्ग ने बताया कि कैलाश प्रकाश का जन्म परीक्षितगढ़ के एक राजसी परिवार में हुआ था। लेकिन स्वाधीनता आंदोलन में भाग लेने के कारण वह अपने राजसी सुख को छोड़कर कई बार जेल गए। जेल से ही उन्होंने एमएससी की पढ़ाई की और गोल्डमेडल प्राप्त किया। वह एक बार सांसद रहे तो प्रदेश सरकार में 17 साल तक मंत्री पदों पर रहे।
कार्यक्रम में रामगोपाल गर्ग, महेश कुमार गुप्ता, सरबजीत सिंह कपूर, दीपक शर्मा, सौरभ शर्मा, सुशील कुमार, अलका चौहान आदि मौजूद रहे।बता दें कि मेरठ के कैलाश प्रकाश भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों में से एक थे। महात्मा गांधी के मेरठ आगमन के दौरान आंदोलन में भाग लेने वाले युवकों की तलाश में अंग्रेज छापेमारी कर रहे थे, उस दौरान कैलाश प्रकाश अंग्रेजों की हिटलिस्ट में थे। कैलाश प्रकाश ने गांधी जी की रैली का नेतृत्व किया था और युवाओं की विशाल फौज तैयार की थी। भारत के उत्तर प्रदेश की प्रथम विधानसभा सभा में विधायक रहे। 1952 में उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव में इन्होंने कांग्रेस की ओर से चुनाव लड़ा।
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