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आतंकियों से लोहा लेते इकलौटा बेटा शहीद, परिवार में पसरा मातम
शहीद रवि सिंह अपने पिता संजय सिंह के जहां एकलौते पुत्र थे। वहीं दो बहनों में बडी बहन रेनू सिंह जिसकी शादी हो चुकी है। छोटी बहन कृति सिंह अभी अविवाहित है।
मीरजापुर: आतंकियों से लोहा लेते जिले का एक लाल वीरगति को प्राप्त हुआ। एक इकलौते पुत्र के शहीद होने से घर का चिराग बुझ गया। जिगना के गौरा गांव निवासी संजय सिंह का एकलौता पुत्र रवि सिंह उम्र 25 वर्ष जो भारत माँ की रक्षा के लिए कश्मीर के बारामुला में पटन सेक्टर में आतंकियों से लोहा लेते हुये वीरगति को प्राप्त हो गए।
इकलौते बेटे के शहीद होने से बुझा घर का चिराग
17 अगस्त की शाम पांच बजे शहीद रवि का दोस्त मध्यप्रदेश के सीधी जिला निवासी आकाश ने शहीद रवि के पिता के मोबाइल पर फोन पर बताया उग्रवादियों से मुठभेड़ में रवि को गोली लगी है। गोली लगने की सूचना पर परिजन जब पुष्टि किये तो रात मे लगभग एक बजे उसी कम्पनी के कर्नल ने शहीद रवि सिंह के शहीद होने की खबर पिता संजय सिंह को दी। एकलौते बेटे के शहीद होने कि सूचना पर एक ओर जहां पिता के पैरो के तले जहा जमीन खिसक गयी। वहीं परिवार मे कोहराम मच गया। शहीद रवि सिंह 2013 में सेना के 13 ग्रेनेडियर 29 राष्ट्रीय रायफल मे जबलपुर से भर्ती हुये थे।
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Martyer Ravi Singh
शहीद रवि 13 फरवरी को अपने चचेरे भाई आदर्श सिंह की शादी में अन्तिम बार घर आए थे। वहीं एक माह घर पर बीताने के बाद 13 मार्च को घर से भारत माँ की सेवा के लिए निकल गए थे। बारामुला के पटन पोस्ट पर चौबीस माह से तैनात रबि सिंह देश की सुरक्षा करते हुए शहीद हो गए। परिजनों ने बताया कि सोमवार को दिन मे 11:30 बजे शहीद रवि सिंह ने माता रेखा सिंह व पत्नी प्रियंका सिंह से फोन पर बात की थी। सोमवार को दिन में एक बजे जब परिजनों ने फिर फोन किया तो शहीद रबि सिंह ने बताया कि फोन रखिये हम आपरेशन मे जा रहे हैं लौट कर आएंगे 8 बजे तब बात करेंगे।
परिवार में घर खर्च दी थी जिम्मेदारी
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शहीद रवि सिंह अपने पिता संजय सिंह के जहां एकलौते पुत्र थे। वहीं दो बहनों में बडी बहन रेनू सिंह जिसकी शादी हो चुकी है। छोटी बहन कृति सिंह अभी अविवाहित है। पिता संजय सिंह जहां तीन वर्ष से गला कैंसर से पीड़ित हैं। वहीं दादा रणजीत सिंह कोटहा में पैर टूटने की वजह से प्लास्टर बधा है। परिवार मे कमाने व घर के खर्च की जिम्मेदारी जहां शहीद रवि सिंह के ऊपर थी।
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वहीं हसते हुये घर का एकलौता चिराग देश की सुरक्षा में शहीद हो गया। शहीद रवि सिंह की शादी 22 जून 2018 को जिले के एलआईयू मे तैनात दरोगा कमलेश सिह की पुत्री रेखा सिंह के साथ हुई थी। शहीद को अभी तक कोई सन्तान नहीं है।
रिपोर्ट- बृजेंद्र दुबे
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