Lucknow University: मूट कोर्ट कंपटीशन का हुआ समापन, न्यायामूर्ति बोले- 'कहने का सलीका हो, तो हर बात सुनी जा सकती है'

Lucknow University: लखनऊ विश्वविद्यालय के नवीन परिसर स्थित विधि संकाय की मूट कोर्ट कमेटी द्वारा कराए जा रहे 'केके श्रीवास्तव इंटर कॉलेजिएट मूट कोर्ट कंपटीशन' का समापन रविवार को हुआ।

Shashwat Mishra
Published on: 17 July 2022 10:58 PM IST
Lucknow News In Hindi
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LU में मूट कोर्ट कंपटीशन का हुआ समापन।

Lucknow University: राजधानी के लखनऊ विश्वविद्यालय के नवीन परिसर स्थित विधि संकाय की मूट कोर्ट कमेटी द्वारा कराए जा रहे 'केके श्रीवास्तव इंटर कॉलेजिएट मूट कोर्ट कंपटीशन' का समापन रविवार को हुआ। प्रतियोगिता के अंतिम दिन सेमीफाइनल और फाइनल राउंड का आयोजन किया गया। प्रोफेसर केके श्रीवास्तव, जिनकी स्मृति में इस प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। उनका परिवार भी इस मौके पर मौजूद रहा। संकाय अध्यक्ष एवं विभागाध्यक्ष प्रो. सीपी सिंह ने कहा कि हार जीत प्रतियोगिता के दो पहलू होते हैं, परंतु भागीदारी परम आवश्यक होती है। इस मौके पर मुख्य अतिथि न्यायमूर्ति डीके सिंह (Justice DK Singh) एवं बतौर विशिष्ट अतिथि न्यायमूर्ति शमीम अहमद व न्यायामूर्ति राजीव सिंह उपस्थित रहे। उन्होंने फाइनल राउंड में छात्रों को जज किया।

क्या बोले न्यायामूर्ति ?

  • न्यायमूर्ति डीके सिंह (Justice DK Singh) ने बताया कि मूट कोर्ट प्रतियोगिता भविष्य के अधिवक्ताओं तथा विधि निर्माताओं को जन्म देती है। उन्होंने कहा फाइनल राउंड में प्रतिभाग कर रही दोनों ही टीमों ने उत्तम प्रदर्शन किया। परंतु नियमानुसार विजेता कोई एक होगा और हार व जीत मायने नहीं रखती।
  • न्यायमूर्ति राजीव सिंह (Justice Rajiv Singh) ने भी प्रतिभाग कर रही सभी टीमों को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि मूट कोर्ट प्रतियोगिता वाचन शैली को निखारती है। वाचन शैली का महत्व बताते हुए उन्होंने कहा कि यदि कहने का सलीका हो तो हर बात सुनी जा सकती है।
  • न्यायमूर्ति शमीम अहमद (Justice Shamim Ahmed) ने भी प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन करते हुए कहा कि मूट कोर्ट प्रतियोगिता विधिक द्वार का प्रथम परीक्षण होती है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता छात्रों को भविष्य के लिए एक अच्छा विधि निर्माता बनने का मौका प्रदान करती है।

विजेता एवं उपविजेता को किया गया पुरुष्कृत

पुरस्कार वितरण समारोह में लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्रा चित्रा सिंह को श्रेष्ठ रिसर्च, सुकृति चौधरी, शिवांश श्रीवास्तव व पियूष उपाध्याय को बेस्ट मेमोरियल और शिया पीजी कॉलेज की छात्रा इफ्फत खान को श्रेष्ठ वक्ता घोषित किया गया। कार्यक्रम में प्रथम वर्ष के विद्यार्थियों के प्रोत्साहन हेतु विशेष पुरस्कार रखे गए थे, जिसमें लखनऊ विश्वविद्यालय के छात्र शशांक सिंह को श्रेष्ठ रिसर्चर और सुहानी रस्तोगी को श्रेष्ठ वक्ता पुरस्कार से नवाजा गया।

प्रथम वर्ष में अनन्या तिवारी, सुहानी रस्तोगी व समृद्धि श्रीवास्तव की टीम को श्रेष्ठ टीम से पुरस्कृत किया गया एवं 1500 रुपए की नकद राशि इनाम स्वरूप दी गई। लखनऊ विश्वविद्यालय की छात्रा टी सुकृति चौधरी, शिवम श्रीवास्तव व पियूष उपाध्याय विजेता घोषित किए गए। उन्हें ₹5000 से पुरस्कृत किया गया। लखनऊ विश्वविद्यालय की टीम माही राय, विधि पटेल, ज्योत्सना सिंह उप विजेता घोषित किए गए एवं उन्हें भी 3000 रुपए से पुरस्कृत किया गया।

Deepak Kumar

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