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Muzaffarnagar News: विशेष समुदाय की दुकानों पर 500 लोगों की टीम का गंगा स्नान मेले मे रहेगा पहरा, यशवीर महाराज की चेतावनी
Muzaffarnagar News: दुकानो पर मोटे-मोटे अक्षरों में अपने नाम का बोर्ड लगाए और मेले में अगर कोई मुस्लिम पूजा पाठ की सामग्री बेचता हुआ पकड़ा जाता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और मेले से उसे बाहर कर दिया जाएगा।
Muzaffarnagar News: कावड़ मेले में नेम प्लेट का मुद्दा उठाकर चर्चाओं में आये यशवीर जी महाराज ने इस बार मुज़फ्फरनगर के शुक्रताल में गंगा स्नान पर लगने वाले कार्तिक मेले को लेकर जगह-जगह होल्डिंग लगवाए हैं। जिसमें उन्होंने चेतावनी दी है की मेले में खाद्य पदार्थों की दुकान लगाने वाले दुकानदार अपनी अपनी दुकानो पर मोटे-मोटे अक्षरों में अपने नाम का बोर्ड लगाए और मेले में अगर कोई मुस्लिम पूजा पाठ की सामग्री बेचता हुआ पकड़ा जाता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और मेले से उसे बाहर कर दिया जाएगा।
दरसअल मुजफ्फरनगर जनपद में स्थित शुक्रताल तीर्थ नगरी में गंगा स्नान पर कार्तिक मेले का आयोजन जिला पंचायत द्वारा हर वर्ष कराया जाता है।इस बार भी 11 नवंबर से 15 नवंबर तक इस मेले का आयोजन कराया जाएगा। जिसमें दूर दराज़ से बड़ी संख्या में लोग यहां पर पहुंचते हैं। जिसको लेकर हमेशा से चर्चाओं में रहने वाले योग साधना आश्रम के महंत यशवीर जी महाराज ने शुक्रताल क्षेत्र में जगह-जगह होल्डिंग लगवा कर चेतावनी दी है। जिसमें उन्होंने कहा है कि इस मेले में खाद्य पदार्थों की दुकान लगाने वाले दुकानदारों को अपनी दुकानों पर मोटे-मोटे अक्षरों में अपने नाम का बोर्ड लगाना होगा और अगर मेले में कोई भी मुस्लिम व्यक्ति पूजा पाठ की सामग्री बेचता हुआ पकड़ा जाता है तो उस पर जुर्माना लगाया जाएगा और उसे मेल से बाहर निकाल दिया जाएगा।
यशवीर जी महाराज की माने तो 500 लोगों की टीम उन्होंने इस मेले में लगाई है जो चारों कोनों में हर जगह इस चीज पर निगरानी रखेगी।महाराज जी का कहना है कि जब इस्लाम धर्म में मूर्ति पूजन करना सबसे बड़ा हराम कहा गया है तो उन लोगों को हमारी पूजा पाठ का सामान बेचने का भी कोई अधिकार नहीं है।आपको बता दे की कावड़ मेले के दौरान यशवीर जी महाराज ने कावड़ मार्ग पर पड़ने वाली दुकानों पर नाम के पोस्टर लगाने का मुद्दा उठाया था। जिस बात में यूपी सरकार ने भी अपनी हरी झंडी दे दी थी। लेकीन अब इस मेले के दौरान यशवीर जी महाराज द्वारा लगवाए गए ये होर्डिंग जनपद में एक बार फिर से चर्चा का विषय बने हुए हैं।
यशवीर महाराज की माने तो देखिए यह तो आप लोग भी जानते हैं और इस्लाम मजहब के लोग भी जानते हैं कि इस्लाम मजहब में मूर्ति पूजा करना सबसे बड़ा हराम कहा गया है और जब मूर्ति पूजा करना हराम है उनके अनुसार तो हमारे सनातन धर्म की पूजा पाठ का सामान बेचने का उनको अधिकार नहीं है तो इसलिए मैं कहना चाहूंगा कि कोई भी मुसलमान वहां पर पूजा पाठ का सामान न बेचे यदि वहां पर कोई पूजा पाठ का सामान बचेगा तो उसको मेले से बाहर कर दिया जाएगा और इसके साथ में हमने एक और बात रखी है की मेले के अंदर जो भी खानपान की दुकानें हैं दुकानदार मोटे अक्षरों में उस पर अपना नाम लिखेगा और मेले के अंदर इस तरह का कोई खुराफात ना हो उसका यह भी है तो इसलिए मैं मुसलमान से कहना चाहूंगा कि मुसलमान वहां पर किसी भी प्रकार की दुकान न लगाये यह अच्छा ही रहेगा क्योंकि मेंला तो सनातन धर्म के लोगों का है और मेले में सभी लोग पूजा पाठ करते हैं गंगा स्नान करते हैं और मूर्ति पूजा करना गंगा स्नान करना दोनों ही मुसलमान के इस्लाम मजहब में हराम है तो फिर तो फिर भी यह लोग वहां जाकर के क्यों गड़बड़ करते हैं देखिए किसी भी प्रशासनिक अधिकारी से हमारी कोई वार्ता नहीं हुई क्योंकि यह तो हमारा सनातन धर्म का है हमारी आस्था का प्रसन्न है यदि कोई हमारी आस्था के साथ में खिलवाड़ करेगा तो सनातन धर्म का बच्चा-बच्चा बिल्कुल भी बर्दाश्त नहीं करेगा और कुछ बातें ऐसी होती हैं की शासन के द्वारा होती हैं लेकिन कुछ विषय ऐसा होता है कि जो धार्मिक भावना को मानने वाले हैं वह उनकी भावना से जुड़ा हुआ विषय होता है तो उस विषय की चिंता उस विषय का कार्य करना उसे ही लोगों का कार्य है इसलिए यह हमारे धार्मिक भावना का विषय है यह हमें ही करना है और हम किसी भी कीमत पर वहां मुसलमानो के द्वारा पूजा पाठ का सामान बेचने नहीं देंगे देखिये हमने 500 जवानों की एक टीम गठित की है जो मेले के चारों कोनों में सब जगह इस तरह की निगरानी रखेंगे और यदि कोई इस तरह का बेचता हुआ पाया तो उसको आराम से मिले से बाहर कर दिया जाएगा देखिए इसके कारण से उनकी आस्था तो है नहीं लेकिन लेकिन वह वहां जाते हैं उसे तरह लव जिहाद को भी बढ़ावा मिलता है और वहां पर चोरी का भी बहुत कार्य होता है किसी की जेब कट जाती है तो यह इस तरह के होते हैं इस तरह के कार्य जो सनातन धर्म के लोग हैं आस्था वाले हैं वह तो अपनी पूजा करने जाते हैं वह गलत काम करने नहीं जाते तो इसलिए हम यह सारी बातें देखकर के हमने यह आवाज उठाई है