TRENDING TAGS :
Noida News: नोएडा में ऑनलाइन मिलेगी प्लाटों की जानकारी, पढ़िए पूरी खबर
नोएड़ा में जमीन की गुवत्ता जानने के लिए आपको कही और जाने की जरुरत नहीं है, अब सेटलाइट आधारित बनाया जा रहा मास्टर प्लान।
नोएडा गेट (फोटो: सोशल मीडिया)
Noida News: दादरी नोएडा गाजियाबाद इंवेस्टमेंट रीजन (डीएनजीआईआर) के लिए बनाया जाने वाला मास्टर प्लान जियोग्राफिकल इंफारमेशन सिस्टम (जीआईएस) यानी सेटलाइट आधारित बनाया जाएगा। इसके लिए स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) कई अन्य कंपनियों के साथ मिलकर काम करेगी। इस सिस्टम पर आधारित मास्टर प्लान से घर बैठे ही निवेशक नए नोएडा के सभी जोन व सेक्टर भूखंडों की जानकारी ऑनलाइन हासिल कर सकेगा।
नोएडा प्राधिकरण भी इसी सिस्टम पर काम कर चुकी है। यहा औद्योगिक सेक्टरों को जीआईंएस आधारित किया जा चुका हैं। जीआईएस आधारित मास्टर प्लान-2०41 का ड्राफ्ट आगामी दस माह में पूरा किया जाएगा। इस कार्य की जिम्मेदारी स्कूल ऑफ प्लानिग एंड आर्किटेक्चर (एसपीए) नई दिल्ली को दी गई है। दादरी नोएडा गाजियाबाद विशेष निवेश क्षेत्र जिसमे बुलंदशहर के 6० गौतमबुद्ध नगर के 2० यानी कुल 8० ग्रामों की जमीन लैंड पूल कर बनाया जाएगा।
इस पूरे क्षेत्र को जोन में बांटा जाएगा। प्रत्येक जोन में अलग-अलग सेक्टर डिवाइड किए जाएंगे। इन सेक्टरों में जल, सीवर लाइन, ग्रीन बेल्ट , पार्क , सड़क (मीटर के हिसाब से) व भूखंडों की इमेज सेटलाइट के जरिए ली जाएगी। इसके बाद इसे जीआईएस सिस्टम से जोड़ दिया जाएगा। जिसे बाद में डीएनजीआईआर की वेबसाइट से जोड़ा जाएगा।
निवेशकों को यह फायदा
किसी भी नए क्षेत्र में निवेशक तभी निवेश करेगा जब उसे क्षेत्र की पूरी जानकारी हो। यहा क्षेत्रीय और बाहरी दोनों तरह के निवेशक निवेश करेंगे। जीआईएस प्रणाली से एक क्लिक पर उन्हें भूखंड की लोकेशन, उसका क्षेत्रफल, सड़क से दूरी उसकी चौड़ाई , भूखंड के आसपास जल/सीवर लाइन की कनेक्टिविटी , ग्रीन बेल्ट, पार्क की लोकेशन के अलावा भूखंड का वर्तमान स्टेटस क्या है उसकी जानकारी भी मिल जाएगी।
यदि योजना के तहत भूखंड आवंटन किया जाएगा तो या दूसरी बार भूखंड का आवंटन किया जा रहा है तो प्रथम अलॉटी, डियूस या नो डियूस की जानकारी भी ऑनलाइन मिल जाएगी। इससे निवेशक को यहा आने की आवश्यकता नहीं होगी। वह घर बैठे ही पूरी प्लानिंग के साथ निवेश कर सकेगा।
मार्केटिंग एनालिसिस के जरिए बढ़ाया जाएगा निवेश
एसपीए के अधिकारियों ने बताया कि हमे ऐसी प्लानिग करनी होगा जिससे निवेशक डीएनजीआईआर की ओर आकर्षित हो। इसके लिए मार्केटिग एनालिसिस महत्वपूर्ण है। हमे यह जानकारी जुटानी होगी यहा किस प्रकार की इंडस्ट्री ज्यादा आ सकती है। आईटी, फार्मा, फूड (एग्रीकल्चर) या फिर केमिकल इंडस्ट्री इनका एनालिसिस करना होगा। इसमे प्राइवेट फर्म, पब्लिक फर्म व पीपीपी मॉडल आधारित फर्म, इंफ्रास्ट्रच्र को देखना होगा। इसके बाद फिजिकल ले आउट तैयार किया जाएगा। जिसमे यातायात, हरियाली, पानी के सोर्स इत्यादि को समाहित किया जाएगा। तीसरा यहा निवास करने वाले किसान इनका भी ध्यान रखा जाएगा।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!