राज्यपाल के नाते नहीं बल्कि कैंसर सर्वाइवर के नाते बात कर रहा हूँ-राज्यपाल

सांस्कृतिक प्रस्तुति में कैडेटस द्वारा उत्तर प्रदेश की विशेषताओं सहित केन्द्र एवं राज्य की योजनाओं का उल्लेख किया गया तथा ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना की झलकियाँ भी दिखाई।

Shivakant Shukla
Published on: 4 Feb 2019 9:16 PM IST
राज्यपाल के नाते नहीं बल्कि कैंसर सर्वाइवर के नाते बात कर रहा हूँ-राज्यपाल
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लखनऊ: उत्तर प्रदेश के राज्यपाल राम नाईक ने आज विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर क्षेत्रीय विज्ञान केन्द्र, अलीगंज में ‘इण्डियन कैंसर सोसायटी’ (लखनऊ ब्रांच) द्वारा आयोजित 31वें वार्षिक समारोह का उद्घाटन किया।

इस अवसर पर प्रो0 संदीप कुमार पूर्व निदेशक एम्स भोपाल, प्रो0 ए0एन0 श्रीवास्तव, संस्था के संरक्षक पूर्व विधायक विद्यासागर गुप्ता, संस्था के सचिव श्री शैलेन्द्र यादव व विद्यालय के छात्र-छात्राएं उपस्थित थे। राज्यपाल ने इस अवसर पर सोसायटी द्वारा प्रकाशित न्यूज लेटर, स्मारिका व बुकलेट का विमोचन भी किया।

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राज्यपाल ने अपने सम्बोधन में कहा कि ‘विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर मैं आज राज्यपाल के रूप में नहीं बल्कि कैंसर पर जीत हासिल करने वाले कैंसर सर्वाइवर के नाते बात कर रहा हूँ। जब कोई सर्वाइवर अपने बारे में कैंसर रोगियों को बताता है, तो विश्वास बढ़ता है। 60 वर्ष की उम्र में मुझे कैंसर हुआ था, आज 85 वर्ष का हूँ और बिल्कुल स्वस्थ हूँ। आप भी ठीक हो सकते हैं। लोग मेरे पास आते हैं, मैं अपने अनुभव से उन्हें समझाता हूँ और हिम्मत बढ़ाने का प्रयास करता हूँ।’

यह सही है कि कैंसर घातक और गम्भीर रोग है: नाईक

नाईक ने कहा कि यह सही है कि कैंसर घातक और गम्भीर रोग है, पर ऐसे रोग पर भी विजय प्राप्त हो सकती है। उचित समय पर जांच और इलाज से कैंसर ठीक हो सकता है। जानकारी न होने के कारण बीमारी बढ़ती है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोग के प्रति जागरूकता बढ़ाने की आवश्यकता है। लोगों के मन से डर निकालें। कैंसर का इलाज महंगा है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने गरीबों के लिए ‘आयुष्मान योजना’ का शुभारम्भ किया है। उन्होंने कहा कि स्वयं सेवी संगठन समाज में जागरूकता लाकर लोगों के मन से डर निकालें।

‘डरो मत हिम्मत से बढ़ो, कैंसर को जीता जा सकता है: राज्यपाल

राज्यपाल ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि कैसे उनकी इच्छाशक्ति, डाक्टरों का मार्ग निर्देशन तथा परिजनों के सहयोग से उन्हें कैंसर पर विजय प्राप्त हुई। रोगी की इच्छाशक्ति, परिजनों का सहयोग, सही समय पर इलाज से रोग पर विजय प्राप्त की जा सकती है। विज्ञान की नई तकनीक काफी प्रभावी है। चिकित्सक रोगियों के मन से डर निकालकर विश्वास बढ़ायें। नये शोधों की जानकारी होना आवश्यक है। ग्रामीण क्षेत्र में शिविर लगाकर जनता में कैंसर के प्रति जागरूकता उत्पन्न की जा सकती है। उन्होंने कहा कि ‘डरो मत हिम्मत से बढ़ो, कैंसर को जीता जा सकता है’।

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इस अवसर पर राज्यपाल ने सोसायटी द्वारा विधार्थियों के लिए आयोजित कैंसर जागरूकता पोस्टर प्रतियोगिता में प्रथम तीन स्थान प्राप्त करने वाले जूनियर एवं सीनियर छात्र-छात्राओं को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया तथा सोसायटी से जुड़े डाॅ0 राकेश सिंह, डाॅ0 यू0एस0 पाल, डाॅ0 ए0एन0 श्रीवास्तव, डाॅ0 अर्चना मिश्रा तथा प्रो0 एस0पी0 जायसवार को भी सम्मानित किया। पुरस्कार प्राप्त करने वाले विधार्थियों में ई0टी0एस0 की कोमल जैन, कैथीड्रल कालेज की तूलिका तथा अवध कालेज की अफसाना बानो के साथ जूनियर श्रेणी में एल0पी0एस0 के लक्ष्य, सेन्ट्रल एकेडमी के अनुपम तथा रेड रोज की सानिया परवीन शामिल हैं।

कार्यक्रम में प्रो0 ए0एन0 श्रीवास्तव ने स्वागत उद्बोधन दिया तथा संरक्षक विद्यासागर गुप्त एवं संस्था के सचिव प्रो0 शैलेन्द्र यादव ने भी अपने विचार रखे।

राज्यपाल ने राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेटस को स्वर्ण एवं रजत पदक देकर किया सम्मानित

राज्यपाल ने गणतंत्र दिवस परेड, नई दिल्ली से लौटे राष्ट्रीय कैडेट कोर के कैडेटस को स्वर्ण एवं रजत पदक देकर आज राजभवन में सम्मानित किया। इस अवसर पर एन0सी0सी0 उत्तर प्रदेश के महानिदेशक मेजर जनरल ए0के0 सप्रा, राज्यपाल के अपर मुख्य सचिव हेमन्त राव, एन0सी0सी0 के अन्य अधिकारीगण एवं कैडेटस भी उपस्थित थे। राज्यपाल ने एन0सी0सी0 लखनऊ ग्रुप को ‘एन0सी0सी0 ध्वज’ प्रदान किया।

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राज्यपाल ने एन0सी0सी0 कैडेटस को सम्बोधित करते हुये कहा कि उत्तर प्रदेश देश का सबसे बड़ा प्रदेश है जिसने अब तक 9 प्रधानमंत्री देश को दिये हैं। यह पहला अवसर है कि देश के राष्ट्रपति एवं प्रधानमंत्री दोनों उत्तर प्रदेश से हैं। वर्ष 2025 तक भारत विश्व का सबसे अधिक युवा आबादी वाला देश होगा जो देश के लिये बहुत बड़ी पूंजी है। देश के युवा अनुशासित होकर विकास के महामार्ग पर चलें। एन0सी0सी0 के कैडेटस मध्य कमान स्थित स्मृतिका में लगे प्रदेश के तीन परमवीर चक्र से सम्मानित शहीदों के भित्ति चित्र देखें तो उन्हें देश के प्रति गर्व होगा। उन्होंने कहा कि ऐेसे वीरों से युवा प्रेरणा प्राप्त करें।

सदैव मुस्कुराते रहें, दूसरों की सराहना करना सीखें, दूसरों की अवमानना न करें: नाईक

नाईक ने कहा कि यह प्रसन्नता बात है कि उत्तर प्रदेश में 1.30 लाख एन0सी0सी0 के कैडेटस हैं जिसमें 30 प्रतिशत छात्राएं हैं। एन0सी0सी0 अनुशासित संस्था है जिसमें व्यक्तित्व विकास महत्वपूर्ण पक्ष है। राज्यपाल ने व्यक्तित्व विकास के चार मंत्र बताते हुये कहा कि सदैव मुस्कुराते रहें, दूसरों की सराहना करना सीखें, दूसरों की अवमानना न करें क्योंकि यह गति अवरोधक का कार्य करती हैं, अहंकार से दूर रहें तथा हर काम को अधिक अच्छा करने पर विचार करें। उन्होंने ‘चरैवेति! चरैवेति!!’ को उद्धृत करते हुए कहा कि निरन्तर चलते रहें। कभी रूके नहीं क्योंकि चलने से मंजिल और सफलता दोनों प्राप्त होती हैं।

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इस अवसर पर मेजर जनरल ए0के0 सप्रा ने भी अपने विचार रखे। कार्यक्रम में कैडेटस द्वारा नृत्य-गायन, नाटक आदि प्रस्तुत किया गया। कैडेटस ने गायन एवं नृत्य नाटिका के माध्यम से उत्तर प्रदेश के शहीदों एवं वीरागंनाओं के जीवन की घटनाओं की मंच पर जीवंत प्रस्तुति दी। सांस्कृतिक प्रस्तुति में कैडेटस द्वारा उत्तर प्रदेश की विशेषताओं सहित केन्द्र एवं राज्य की योजनाओं का उल्लेख किया गया तथा ‘एक जिला-एक उत्पाद’ योजना की झलकियाँ भी दिखाई।

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