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Mahakumbh 2025: मौनी अमावस्या हादसे पर तेज हुई बहस, सीबीआई जांच के लिए हाईकोर्ट में याचिका
Mahakumbh 2025 Bhagdad: मौनी अमावस्या पर हुए हादसे में किसी साजिश होने के संकेत के सीएम योगी के बयान के बाद अब इस मामले में हादसा या साजिश की चर्चा तेज हो गई है । यहां तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी इसकी सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गई है।
Mahakumbh 2025: प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या पर हुए हादसे में किसी साजिश होने के संकेत के सीएम योगी के बयान के बाद अब इस मामले में हादसा या साजिश की चर्चा तेज हो गई है । यहां तक इलाहाबाद हाईकोर्ट में भी इसकी सीबीआई जांच की मांग को लेकर याचिका दाखिल की गई है।
मौनी अमावस्या हादसा या साजिश , संतों ने सीएम की आशंका पर मिलाए सुर, बहस हुई तेज
प्रयागराज महाकुंभ में मौनी अमावस्या की रात आई हिला देने वाली खबर के बाद महाकुम्भ पहुंचे सीएम योगी ने इशारों ही इशारों में जो संकेत दिए उससे अब हादसा बनाम साजिश की बहस तेज हो गई है। सीएम योगी ने संतों के पट्टाभिषेक समारोह में बोलते हुए कहा है " कुछ लोग गुमराह करके सनातन धर्म के हर एक मुद्दे पर षड्यंत्र करने से बाज नहीं आते हैं। राम जन्मभूमि से लेकर आज तक इसे किसी न किसी रूप में देखा जा सकता है ।उनका व्यवहार और चरित्र उस समय भी जगह जाहिर था और आज भी है। "
सीएम के इस बयान के बाद अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद अध्यक्ष महंत रविंद्र पुरी ने सीएम के सुर में सुर मिलाते हुए कहा कि घटना के बाद जिस तरह के वीडियो सामने आ रहे हैं उनसे यह आशंका मजबूत हो रही है। बहुत पहले से विधर्मी महाकुम्भ का भव्य और दिव्य आयोजन आंखों में चुभ रहा था।इसी तरह श्री पंच दशनाम आवाहन अखाड़े के महा मंडलेश्वर स्वामी प्रकाशानंद ने कहा है कि जिस तरह महा कुम्भ से पहले पन्नू की तरफ से धमकी दी गई, जिस तरह से सोशल मीडिया में घायलों के बयान सामने आ रहे हैं उससे इस मामले की गहन जांच जरूरी है ।
इलाहाबाद हाईकोर्ट में दाखिल हुई याचिका
इस बीच इलाहाबाद हाईकोर्ट में पत्र याचिका दाखिल की गई है जिसमे प्रयागराज महाकुम्भ में मौनी अमावस्या के पर्व पर हुई भगदड़ की सीबीआई जांच की मांग की गई है।सोनभद्र के रिटायर डिप्टी डायरेक्टर सेंट्रल वाटर कमीशन राय चंद्र द्विवेदी तरफ से दाखिल इस पत्र याचिका में चीफ जस्टिस से घटना का स्वत संज्ञान लेते हुए जल्द सुनवाई की मांग की गई है।दाखिल पत्र याचिका में कहा गया है कि हादसे में 30 लोगों की मौत हो गई और भगदड़ में 90 लोग घायल हुए थे। पत्र याचिका में घटना के दोषी अधिकारियों को निलंबित किए जाने की मांग की गई है। साथ ही आगामी स्नान पर्वो के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चुस्त दुरुस्त किए जाने का निर्देश दिए जाने की भी मांग की गई है।