मोदी राज में यूपी के किसान गन्ने की होली जलाने को मजबूर

Rishi
Published on: 28 Oct 2017 10:12 PM IST
मोदी राज में यूपी के किसान गन्ने की होली जलाने को मजबूर
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हरदोई : हरदोई किसान यूनियन ने कलेक्ट्रेट में जम कर नारेबाजी की और गन्ने की होली जला सरकार के प्रति अपने आक्रोश को व्यक्त किया। किसानों का ये आक्रोश जायज भी है। बड़े वादे करने वाली सरकार ने गन्ने के दामों में महज दस रुपय की बढ़ोत्तरी कर अपनी पीठ थपथपाई ली। लेकिन इससे गन्ना किसानों को कोई राहत नहीं मिली है। ऊपर से जीएसटी लागू होने के बाद अब खाद-बीज व कीटनाशक के दामों में बढ़ोत्तरी से खेती और घाटे में चली गई। किसानों ने सोचा था कि सरकार से कुछ राहत मिलेगी लेकिन यहां भी उन्हें भीख ही नसीब हुई।

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कलेक्ट्रेट पर गन्ने की होली जला किसानों ने प्रशासन व सरकार के खिलाफ नारेबाजी की। प्रदर्शनकारियों ने सिटी मजिस्ट्रेट को ज्ञापन भी सौंपा है। यूनियन अध्यक्ष राजबहादुर सिंह ने कहा कि बढ़ती महंगाई में हमें गन्ने और धान की लागत निकालना भी मुश्किल हो रहा है। सरकारें हमारी सुनती नहीं। जो बढ़ोतरी हुई है वो भीख से ज्यादा कुछ नहीं है। सरकार को इसपर शर्मिंदा होना चाहिए।

उन्होंने बताया कि आज प्रदेश भर में जिला मुख्यालयों पर गन्ने को जला कर विरोध जताया गया है। जब तक सरकार कोई जायज कदम नहीं उठाएगी हम चुप नहीं रहेंगे। हम दिल्ली तक प्रदर्शन कर अपनी आवाज़ बुलंद करेंगे।

क्या हैं मांग

स्वामी नाथन आयोग की रिपोर्ट लागू हो

किसान आयोग का गठन हो

फसलों का वाजिब दाम मिले

फसल बीमा योजना सिर्फ दिखावा

किसानों का आरोप है कि इस योजना में किसानों से ही पैसा वसूल किया जा रहा है। पीएम मोदी दावा करते हैं कि एक वर्ष में किसानों की आय को दोगुना कर देंगे। आखिर कैसे करेंगे वो ऐसे ही 10 रुपए बढ़ा कर। जीएसटी को भी किसानों ने सरकार का षड़यंत्र बताया, और कहा कि इसके लागू होने के बाद से किसान पूरा मर चुका है।

वहीं अधिकारी किसानों के प्रदर्शन से और गन्ना दहन से इंकार कर रहे हैं।

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आशीष शर्मा ऋषि वेब और न्यूज चैनल के मंझे हुए पत्रकार हैं। आशीष को 13 साल का अनुभव है। ऋषि ने टोटल टीवी से अपनी पत्रकारीय पारी की शुरुआत की। इसके बाद वे साधना टीवी, टीवी 100 जैसे टीवी संस्थानों में रहे। इसके बाद वे न्यूज़ पोर्टल पर्दाफाश, द न्यूज़ में स्टेट हेड के पद पर कार्यरत थे। निर्मल बाबा, राधे मां और गोपाल कांडा पर की गई इनकी स्टोरीज ने काफी चर्चा बटोरी। यूपी में बसपा सरकार के दौरान हुए पैकफेड, ओटी घोटाला को ब्रेक कर चुके हैं। अफ़्रीकी खूनी हीरों से जुडी बड़ी खबर भी आम आदमी के सामने लाए हैं। यूपी की जेलों में चलने वाले माफिया गिरोहों पर की गयी उनकी ख़बर को काफी सराहा गया। कापी एडिटिंग और रिपोर्टिंग में दक्ष ऋषि अपनी विशेष शैली के लिए जाने जाते हैं।

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