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Meerut News: मेरठ बनेगा अमेरिका, वर्ष 2025 में मेरठ शहर के अंदर चलनी शुरू होगी रैपिड रेल
Meerut News: एनसीआरटीसी के एमडी विनय कुमार सिंह ने बताया कि वर्ष 2025 में सबसे आखिरी में रैपिड रेल मेरठ शहर के अंदर चलने शुरू होगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर अगले साल मार्च में शुरू हो जाएगा।
रैपिड रेल। (Photo- Social Media)
Meerut News: देश की पहली आरआरटीएस ट्रेन (IRTS Train) का स्वरूप तैयार हो गया है। इनमें यात्रियों के लिए ढेर सारी सुविधाएं होगी। दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ के बीच रैपिड रेल कारिडोर पर आरआरटीएस ट्रेन दौड़ेंगी।
2025 में रैपिड रेल मेरठ शहर के अंदर चलने होगी शुरू
एनसीआरटीसी (NCRTC) के एमडी विनय कुमार सिंह (MD Vinay Kumar Singh) ने आज बताया कि प्राथमिक खंड साहिबाबाद से दुहाई गांव तक सिविल का कार्य पूरा कर 90 फीसदी पूरा हो गया है। वर्ष 2025 में सबसे आखिरी में रैपिड रेल मेरठ शहर के अंदर चलने शुरू होगी। उन्होंने बताया कि दिल्ली-गाजियाबाद-मेरठ रैपिड रेल कॉरिडोर अगले साल मार्च में शुरू हो जाएगा। इसके बाद पहले चरण में साहिबाबाद से दुहाई गांव के बीच रैपिड रेल चलने लगेगी। यह खंड 17 किलोमीटर लंबा है। इसके 6 महीने बाद मुरादनगर से मेरठ के परतापुर तक रैपिड रेल चलाने की तैयारी है। तीसरा खंड इसके बाद साहिबाबाद से दिल्ली के बीच शुरू होगा।
अगले दो माह में रेल के कोच आने शुरू हो जाएंगे: एमडी
एनसीआरटीसी (NCRTC) के एमडी के मुताबिक अगले दो माह में रेल के कोच आने शुरू हो जाएंगे, इनका निर्माण गुजरात में कराया जा रहा है। इसके हर छह माह बाद रैपिड रेल के सभी खंड एक-एक करके खोले जाएंगे। रैपिड रेल 5 से 10 मिनट के अंतराल में चलेंगी। रात में केवल 6 घंटे के लिए रैपिड रेल सेवा को बंद रखा जाएगा। विनय कुमार सिंह (MD Vinay Kumar Singh) के अनुसार सभी कोच वातानुकूलित होंगे और उनमें सभी सुविधाएं यात्रियों को मिलेंगी। इन कोचों में वाई-फाई और चार्जिंग पॉइंट भी जगह-जगह पर दिए गए हैं। रैपिड रेल 180 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दौड़ेगी। ब्रेक लगाते समय ट्रेन में झटका भी नहीं लगेगा। ट्रेन संचालन का पूरा सिस्टम कंप्यूटराइज रहेगा। यदि कोच में सवारी नहीं है तो ऑटोमेटिक उसकी लाइट अपने आप बंद हो जाएंगी।
ट्रेन में होंगे कुल 6 कोच
ट्रेन में कुल 6 कोच होंगे और महिलाओं के लिए एक कोच आरक्षित रहेगा। यह रैपिड रेल दिल्ली से मेरठ तक 55 मिनट में पहुंच जाएगी। उन्होंने बताया कि रैपिड रेल में मरीजों के लिए अलग से व्यवस्था रहेगी। मरीज स्ट्रैचर सहित रैपिड रेल में सफर कर सकेंगे। इसके लिए उनसे कोई अतिरिक्त किराया नहीं वसूला जाएगा। स्टेनलेस स्टील से बनी ये एयरोडायनामिक ट्रेनें हल्के होने के साथ-साथ पूरी तरह से वातानुकूलित होंगी। एनसीआरटीसी के एमडी के मुताबिक हर स्टैंडर्ड कोच में प्रवेश और निकास के लिए 'प्लग-इन' प्रकार के छह (दोनों तरफ तीन-तीन) स्वचालित दरवाजे होंगे। वहीं प्रीमीयम क्लास कोच में ऐसे चार (दोनों तरफ दो-दो) दरवाजे होंगे।
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