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UP: बैंको और पोस्ट ऑफिस में उमड़ा लोगों का हुजूम, कहीं छाई मायूसी तो कहीं खिले चेहरे
500 और 1000 के नोट बदलने और पैसे जमा करने के लिए गुरुवार सुबह से ही यूपी समेत देशभर के राज्यों में बैंकों और पोस्ट ऑफिस में लोगों की लंबी-लंबी कतार देखने को मिली।राजधानी लखनऊ में एक तरफ जहां प्राइवेट बैंकों ने सुबह 8 बजे से ही कांउटर खोल दिए, वहीं सरकारी बैंकों में स्थिति सामान्य नहीं दिखी। जिसकी वजह से बैंकों के कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। बैंको के हालात ये हैं कि टोकन नंबर के जरिए भी लोग ना तो नोट बदल पा रहे हैं और ना ही अपने एकाउंट से कैश निकाल पा रहे हैं।
लखनऊ: 500 और 1000 के नोट बदलने और पैसे जमा करने के लिए गुरुवार सुबह से ही यूपी समेत देशभर के राज्यों में बैंकों और पोस्ट ऑफिस में लोगों की लंबी-लंबी कतार देखने को मिली।राजधानी लखनऊ में एक तरफ जहां प्राइवेट बैंकों ने सुबह 8 बजे से ही कांउटर खोल दिए, वहीं सरकारी बैंकों में स्थिति सामान्य नहीं दिखी। जिसकी वजह से बैंकों के कर्मचारियों को उपभोक्ताओं के गुस्से का सामना करना पड़ रहा है। बैंको के हालात ये हैं कि टोकन नंबर के जरिए भी लोग ना तो नोट बदल पा रहे हैं और ना ही अपने एकाउंट से कैश निकाल पा रहे हैं।
लखनऊ के हलवासिया चौराहे पर स्थित आईसीआईसीआई बैंक के बाहर बैंक कर्मचारियों के साथ ही पुलिस को भी लोगों को व्यवस्थित करने में खासी मशक्कत करनी पड़ी। करीब एक घंटे की अफरा-तफरी के बाद यहां पर लोग लाइन में लग कर नोट बदलने लगे और कैश भी निकालने लगे, लेकिन सरकारी बैंकों में लोगों को खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
अशोक मार्ग हजरतगंज स्थित बैंक ऑफ इंडिया में नोट बदलने, कैश निकालने के लिए बाकायदा टोकन दिया जा रहा है लेकिन तकनीकी खराबी के चलते लोगों को काफी दिक्कत हो रही है।
हजरतगंज स्थित जीपीओ पर भी नोट बदलने के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा। वहीँ राजभवन स्थित पंजाब नैशनल बैंक में भी लोग काफी देर से लाइन में लगे रहे बावजूद उसके उनको ना तो कैश नहीं मिल पा रहा है और ना ही नोट एक्सचेंज हो पा रहे हैं। कुछ इसी तरह के हालात चौक, सहादतगंज, सीतापुर रोड, अलीगंज, गोमतीनगर, तालकटोरा, हुसैनगंज, कैंट और पीजीआई का भी हैं। इन सबके बीच 2000 के नए नोट पाकर लोगों के चेहरे भी घिल उठे।
यूपी के फतेहपुर जिले में भी बैंक खुलते ही लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। इस दौरान बैंकों में खोले गए अतिरिक्त काउंटर भी नाकाफी साबित हो हुए। निराश हताश उपभोक्ताओं की भीड़ देख पुलिस भी सुरक्षा के लिहाज से आ गई इस दौरान पुलिस और भीड़ से कई बार नोंक-झोक भी हो गई। उपभोक्ताओं की मानें तो वह सरकार के इस फैसले से दो दिनों में ही भुखमरी की कगार पर आ खड़े हुए हैं। दुकानों में समान खरीदने को लेकर टकराव हो रहा है सरकार को इस पर पर्याप्त समय देना चाहिए।
बैंकों का कहना है कि अभी तक उनके पास कोई भी ऐसी गाइड लाइन नही आई जिसे वह फॉलो करें। फिर भी आम पब्लिक को कोई भी दिक्क्क्त न हो उसको लेकर बैंकों में व्यवस्था की गई है।
उनका मानना है कि उपभोक्ताओं को थोड़ा सा धैर्य का परिचय देना होगा।
यही हाल मुरादाबाद और शामली का भी रहा। जहां गुरुवार सुबह से ही बैंक खुले तो बैंको के सामने ग्राहकों की लंबी-लंबी लाइनें लगना शुरू हो। जिसकी वजह से कुछ जगहों पर स्थिति बेकाबू हो गई लिहाज़ा हंगामे की स्थिति पैदा न हो इसको लेकर गंभीर पुलिस अधिकारियो ने भारी पुलिस बल को बैंकों के बाहर और अंदर तैनात कर दिया है। वहीँ इस भीड़ को देखते हुए बैंक अधिकारी और कर्मचारी भी अपनी पूरी मुस्तैदी के साथ अपने काम को अंजाम देने में जुटे हैं।
स्टेट बैंक मैनेजर ने बताया कि नोट बदलने और पैसे डिपाजिट करने के लिए ज्यादा भीड़ को देखते हुए बैंक ने अतिरिक्त काउंटर लगाए हैं इसके साथ ही जनता की सहूलियत के लिए बैंक का वर्किंग आवर भी बढ़ा दिया गया है।
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