Sant Kabir Nagar: सीडीओ और बीडीओ के एक्शन को रौंद रहा भिनखिनी खुर्द का प्रधान

Sant Kabir Nagar: मनरेगा गाइड लाइन के तहत मनरेगा में अगर कहीं खेल हो रहा है तो ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक और पर्यवेक्षणीय अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए।

Amit Pandey
Published on: 17 April 2025 11:17 PM IST
The head of Bhinkhini Khurd is trampling the action of CDO and BDO
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सीडीओ और बीडीओ के एक्शन को रौंद रहा भिनखिनी खुर्द का प्रधान (Photo- Social Media)

Sant Kabir Nagar: संतकबीरनगर। नाथनगर ब्लॉक की गजब की केमिस्ट्री है। यूं तो धरातल पर ग्राम प्रधानों और तकनीकी सहायकों की मिली भगत से मनरेगा की मजदूरी का वास्तविक गेम संचालित होता है। मजे की बात ये है कि साहब लोग भी बिना सचिव के डिमांड पर हस्ताक्षर हुए भी मस्टरोल जारी कर देते हैं।

ग्राम पंचायतों की मनमानी जारी

मजे की बात यह है कि दो दिन पहले जिओ टैग के खेल से लेकर बिना काम के मस्त्रोल चलने के सीडीओ की जांच के बड़े खेल के खुलासे के बाद भी ग्राम पंचायतों की मनमानी जारी है। गुरुवार को जब ब्लॉक क्षेत्र के भिनखिनी खुर्द में मनरेगा के तहत 119 मजदूरों के कार्य प्रगति का स्थलीय सत्यापन किया गया तो उक्त कार्यस्थल जूनियर हाईस्कूल भिनखिनी खुर्द के परिसर में स्थित खेल मैदान में मिट्टी भराई कार्य जारी था।


सीडीओ की मेहरबानी है या सचिव संवर्ग का दुर्भाग्य?

धरातल पर फावड़े का एक निशान नजर नहीं आ रहा था। जिले के विकास विभाग के सिरमौर साहब का खेल भी निराला है। मनरेगा गाइड लाइन के तहत मनरेगा में अगर कहीं खेल हो रहा है तो ग्राम प्रधान, सचिव, तकनीकी सहायक, रोजगार सेवक और पर्यवेक्षणीय अधिकारियों की जिम्मेदारी भी तय होनी चाहिए। सीडीओ की मेहरबानी है या सचिव संवर्ग का दुर्भाग्य? उच्चाधिकारियों के लिए स्वार्थ का खिलौना बन गए हैं सचिव। फावड़े का बिना निशान बनाए ही 119 मजदूरों की हाजिरी लगाने वाले ग्राम प्रधान की मनमानी का जबान कौन देगा साहब?

Shashi kant gautam

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