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Sonbhadra: रामदुलार ने 2016 से शुरू की थी भाजपा के साथ सियासी पारी, पूर्व मंत्री विजय गोड़ के साथ थामा था दामन
Sonbhadra News: रामदुलारे गोंड़ को पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड़ का काफी करीबी माना जाता था। यहीं कारण था कि वर्ष 2012 में जब उन्होंने सपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा तो रामदुलार भी उनके साथ कांग्रेस में पहुंचे।
Sonbhadra News (Pic:Newstrack)
Sonbhadra News: विधायक रामदुलारे गोंड़ ने वर्ष 2016 से भाजपा के साथ सियासी पारी शुरू की थी। दुद्धी से सात बार के विधायक एवं सपा राज में मंत्री रह चुके विजय सिंह गोंड़ ने जब वर्ष 2016 में कांग्रेस छोड़ भाजपा का दामन थामा था, तब उन्होंने उनके साथ ही भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। बाद में चलकर विजय सिंह गोंड़ बसपा, इसके बाद वापस सपा में चले गए लेकिन रामदुलार गोंड़ की किसी न किसी रूप में भाजपा से संबद्धता बनी रही।
वर्ष 2017 में जब हरिराम चेरो विधायक निर्वाचित हुए तो उनके साथ भी रामदुलारे डेढ़ साल तक सियासी सक्रियता बनाए रखे। विधानसभा पदाधिकारी के रूप में जिम्मेवारी संभाली। बाद में जब 2022 के विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारियां शुरू हो गई तो वर्ष 2020-21 में एक बार फिर से रामदुलार भाजपा में पहुंच गए। इस बार पार्टी ने उन्हें अनुसूचित मोर्चा के जिलाध्यक्ष का दायित्व सौंपा। दुद्धी सीट जनजाति बहुल होने के कारण, इस दायित्व ने उन्हें विधायक तक का सफर तय करने में अहम भूमिका निभाई लेकिन वर्ष 2014 में दर्ज दुष्कर्म के मुकदमे ने, विधायक कार्यकाल शुरू होने के महज डेढ साल बाद ही, उनकी सियासी पारी पर ग्रहण लगा दिया।
कभी थे काफी करीब, 2022 में बन गए राजनीतिक प्रतिद्वंदी
रामदुलारे गोंड़ को पूर्व मंत्री विजय सिंह गोंड़ का काफी करीबी माना जाता था। यहीं कारण था कि वर्ष 2012 में जब उन्होंने सपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामा तो रामदुलार भी उनके साथ कांग्रेस में पहुंचे। वर्ष 2016 में उन्होंने बीजेपी का दामन थामा तो रामदुलार ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण की लेकिन महज छह माह बाद पूर्व मंत्री बसपा में चले गए। रामदुलार ने यहां से उनका साथ छोड दिया। वर्ष 2017 में जब हरिराम चेरो अपना दल एस के विधायक हुए तो रामदुलार उनके साथ हो लिए। डेढ साल तक उनके साथ समय गुजारने के बाद, वापस भाजपा का दामन दोबारा थाम लिया।
वर्ष 2021 से सोशल मीडिया पर दिखी सक्रियता, 31000 फालोअर
भाजपा ने जब वर्ष 2021 में उन्होंने अनुसूचित जनजाति मोर्चा के जिलाध्यक्ष की जिम्मेदारी सौंपी तो सामान्य सियासी जीवन जीने वाले रामदुलार अचानक से चर्चा में आ गए। मई 2021 से उन्होंने सोशल मीडिया पर सक्रियता दिखानी शुरू की। विधायक निर्वाचित होने के बाद, तेजी से उनके फालोअर बढे और उसकी संख्या 31000 तक पहुंच गई। अब जब दुष्कर्म का मामला सामने आया है तो कभी उनकी शान में कसीदे कढ़ने वाले भी, किनारा कसने के साथ ही, निशाना साधने में जुट गए हैं।
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