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Sonbhadra News: हटाए गए बिजली संविदा कर्मियों की हो बहाली, उत्पीड़न पर लगे रोक, भाकपा का प्रदर्शन, कई मुद्दों पर उठाई आवाज
Sonbhadra News: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बिजली के निजीकरण के खिलाफ बृहस्पतिवार को जुलूस निकाला। जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारे लगाए
Sonbhadra News (Image From Social Media)
Sonbhadra News: भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के कार्यकर्ताओं ने बिजली के निजीकरण के खिलाफ बृहस्पतिवार को जुलूस निकाला। जिला मुख्यालय पर प्रदर्शन करते हुए जमकर नारे लगाए और बिजली के निजीकरण की प्रक्रिया पर रोक लगाए जाने, सांकेतिक हड़ताल के दौरान हटाए गए संविदा कर्मियों को बहाल किए जाने, उनके उत्पीड़न की कार्रवाई पर रोक लगाए जाने सहित छह सूत्री मांगों को लेकर आवाज उठाई। मांगों से संबंधित राज्यपाल को संबोधित एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी को सौंपा।
संगठन के नेताओं ने कहा कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम एवं दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण के खिलाफ संगठन पूरे राज्य में प्रदर्शन कर आवाज उठा रहा है। मांग की कि पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम और दक्षिणांचल विद्युत वितरण निगम के निजीकरण का निर्णय व्यापक जनहित, बिजली उपभोक्ताओं तथा बिजली कर्मचारियों के हितों को ध्यान में रखते हुए वापस लिया जाए।
बिजली कर्मियों की रियायती बिजली की सुविधा समाप्त करने के लिए स्मार्ट मीटर लगाने के दिए गए आदेश को वापस लिए जाने की मांग उठाई गई। बड़े पैमाने पर संविदा कर्मियों को हटाये जाने के आदेश को निरस्त करने, मार्च 2023 में सांकेतिक हड़ताल के दौरान हटाए गए सभी संविदा कर्मियों को लेकर ऊर्जा मंत्री की तरफ से 19 मार्च 2023 को की गई घोषणा और किए गए समझौते को लागू कराए जाने, बिजली कर्मचारियों पर की गई सभी कार्रवाई वापस लिए जाने की मांग की गई।
राज्य के पूर्ण स्वामित्व में हो ओबरा डी-अनपरा ई का निर्माण:
मांग की गई कि 1600 मेगावाट क्षमता की ओबरा डी परियोजना और इतनी ही क्षमता की अनपरा ई परियोजना का निर्माण कार्य राज्य विद्युत उत्पादन निगम के पूर्ण स्वामित्व में कराया जाए। पारेषण में टेरिफ बेस्ड कॉम्पटीटिव बिडिंग के नाम पर कई परियोजनाओं के निजीकरण का निर्णय वापस लिया जाए। राज्य विद्युत परिषद परिषद के विघटन के फलस्वरूप हुई भारी क्षति को देखते हुए पावर कारपोरेशन लिमिटेड, जल विद्युत निगम लिमिटेड, राज्य विद्युत उत्पादन निगम लिमिटेड, पारेषण निगम लिमिटेड सहित सभी विद्युत वितरण निगमों का एकीकरण कर यूपीएसईबी लिमिटेड का पुनर्गठन किया जाए।
इनकी-इनकी रही प्रमुख भागीदारी:
जुलुस और प्रदर्शन में पार्टी के जिला सचिव कामरेड आर के शर्मा, जिला कार्यकारिणी सदस्य कामरेड बसावन गुप्ता, कामरेड चंदन प्रसाद, कामरेड रामजतन, कामरेड अमरनाथ सूर्य, कामरेड संजय रावत, सूरज बंसल, ज्योति कुमार, नितेश कुमार मौर्य, ज्ञान प्रकाश, सुजित सिंह, राजेश सिंह, विरेन्द्र सिंह गोंड,राज कुमार, रमेश, लीलाधर विश्वकर्मा, मैनेजर, मुन्ना सिंह खरवार, अमरनाथ अगरिया, पंचू यादव, दूर्याेधन व गुलाब धांगर आदि की अहम भूमिका रही।