TRENDING TAGS :
कोतवाल और अपराधी के बीच हुई वार्ता का ऑडियो वायरल, सीओ को मिली जांच
कोतवाल के वायरल ऑडियो के सच का पता लगाने के लिए पुलिस विभाग के अधिकारी ने जांच बैठा दी है।
फोटो— केराकत कोतवाली (साभार— सोशल मीडिया)
जौनपुर। जनपद के थाना केराकत कोतवाली के कोतवाल विनय प्रकाश सिंह और जिला बदर अपराधी के बीच हुईं वार्ता के वायरल ऑडियो के लेकर अब जनपद मुख्यालय से लेकर केराकत सर्किल सहित पूरे पुलिस महकमे में खासा हंगामा मचा हुआ है। हालांकि वायरल ऑडियो के सच का पता लगाने के लिए पुलिस विभाग के अधिकारी ने जांच बैठा दी है। वायरल ऑडियो की जांच के लिए सीओ केराकत को नामित किया गया है।
वायरल सीओ में पंचायत चुनाव के पहले जिलाधिकारी ने शिकायत के आधार पर पीके यादव नाम के एक अपराधी व्यक्ति को जिला बदर घोषित कर दिया था। ताकि पंचायत के चुनाव में कोई अप्रिय घटना न हो सके।
मतदान के एक दिन पहले कोतवाल केराकत विनय प्रकाश सिंह जिला बदर अपराधी को फोन कर उसे सावधान कर रहे हैं। वह बता रहे हैं कि पुलिस छापामारी करने वाली है, सादी वर्दी में उसकी तलाश कर रही है। वह जिला छोड़ कर चला जाए। ऑडियो इतना तक बात हुई है कि आप हमारे भाई हो, हम आपको सावधान कर रहे हैं। इसमें जिला छोड़ कर जाने वाले स्थान पर भी चर्चा की गई है। कोतवाल का यह भी कहना है कि आप वोट नहीं दे सकते हैं, आपके बारे में पीठासीन अधिकारी को बता दिया गया है।
इसलिए मतदान बूथ पर मत जाइएगा, नहीं तो पुलिस गिरफ्तार कर लेगी। आदि तमाम बातें हो रही है। ऐसा ऑडियो वायरल होने के बाद विभाग में हंगामा मच गया है। इस संदर्भ में अपर पुलिस अधीक्षक सिटी ने वीडियो के जरिए बयान जारी कर कहा है कि वायरल ऑडियो के सच को सामने लाने के लिए जांच का आदेश जारी किया गया है। जांच अधिकारी सीओ केराकत को नामित किया गया है। हालांकि यहां पर एक मुहावरा जरूर चरितार्थ होगा कि तोही राजा, तोही चोर, तोही लेहला भांटा तोर, तोही आया पंचायत में भूजा खाया घरे गया, यानी मामला टांय टांय फिस। केराकत कोतवाल का मामला जांचकर्ता सीओ केराकत अब परिणाम क्या होगा अनुमान लगाया जा सकता है।
AI Assistant
Online👋 Welcome!
I'm your AI assistant. Feel free to ask me anything!