UP Politics: सूबे में 2027 विधानसभा चुनाव और आगामी पंचायत चुनाव को ध्यान में रखते हुए सपा अध्यक्ष और यूपी के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने पीडीए फॉर्मूले को चुनावी रणनीति के केंद्र में रखा है। अब इस रणनीति को अब कांग्रेस का भी समर्थन मिलता दिख रहा है। बता दें कि बीते 1 जुलाई को अखिलेश यादव के बर्थडे पर कांग्रेस सांसद और एलओपी राहुल गांधी और उनकी बहन वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी वाड्रा ने उन्हें बधाई दी। पार्टी के दोनों वरिष्ठ नेताओं ने अपने बधाई संदेशों में सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव के पीडीए फॉर्मूले का खुलकर समर्थन किया।राहुल गांधी ने अखिलेश यादव को बधाई देते हुए लिखा गौरतलब है कि इससे पहले 19 जून को राहुल गांधी के जन्मदिन पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने उन्हें बधाई दी थी। जिसके जवाब में कांग्रेस सांसद और एलओपी राहुल गांधी ने लिखा था.. उत्तर प्रदेश की जनता खासकर पीडीए की आवाज को हम सड़क से संसद तक और भी मजबूती से उठाते रहेंगे। वहीं बीते दिन लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष और सांसद राहुल गांधी ने सोशल मीडिया पर लिखा पीडीए की बुलंद आवाज अखिलेश यादव भाई को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं और बधाई! आप स्वस्थ रहें, खुश रहें हम इस न्याय और बराबरी की लड़ाई में कंधे से कंधा मिलाकर आपके साथ हैं।वहीं केरल के वायनाड से सांसद प्रियंका गांधी ने भी सोशल मीडिया पर लिखा उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री, समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष एवं PDA समाज की प्रखर आवाज अखिलेश यादव को जन्मदिन की हार्दिक शुभकामनाएं! ईश्वर से प्रार्थना है कि आप सदैव स्वस्थ एवं दीर्घायु हों, सामाजिक न्याय की लड़ाई हम साथ मिलकर लड़ेंगे और जीतेंगे।अखिलेश के पीडीए को मिल रहा है समर्थन उत्तर प्रदेश में कांग्रेस और समाजवादी ने इससे पूर्व लोकसभा चुनाव साथ मिलकर लड़ा था। हालांकि 2027 के विधानसभा चुनाव को लेकर अभी भी स्थिति पूरी तरह साफ नहीं है। तो वहीं कांग्रेस के कुछ नेताओं के हालिया बयानों से गठबंधन को लेकर कुछ अटकलें भी लगाई जा रही हैं। वहीं वर्ष 2017 और 2024 में कांग्रेस ने सपा के साथ गठबंधन किया था। दोनों ही समय पार्टी सपा प्रमुख अखिलेश यादव के पीछे ही खड़ी दिख रही थी। पर उपचुनाव में पार्टी की रणनीति ने सपा को हैरान कर दिया था। इससे पूर्व प्रदेश विधानसभा चुनाव हो, राजस्थान विधानसभा चुनाव या फिर हरियाणा विधानसभा चुनाव इन तमाम चुनावों के दौरान कांग्रेस ने समाजवादी पार्टी को कोई भाव नहीं दिया। वहीं सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव को कांग्रेस के शीर्ष नेताओं से मिला यह सार्वजनिक समर्थन संकेत देता दिखाई दे रहा है कि पीडीए फॉर्मूला उत्तर प्रदेश की राजनीति में भविष्य की दिशा तय करने में अहम भूमिका निभा सकता है।