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UP के टीबी रोगियों को आज से रोजाना मिलेगी मुफ्त दवा, होगा स्वास्थ्य में सुधार
यूपी में रहने वाले क्षय (ट्यूबरकुल बेसिलाइ (टीबी) रोगियों के लिए अब एक राहत भरी खबर है। अब यहां के सभी डाट्स सेंटरों पर क्षय के मरीजों को रोजाना दवा की खुराक दी जाएगी। अभी तक सप्ताह में केवल 3 दिन ही टीबी से पीड़ित मरीजों को दवा दी जाती थी। लेकिन यूपी में सोमवार (30 अक्टूबर) से प्रतिदिन मरीजों को दवा अस्पतालों में मुफ्त में मिलनी शुरू हो गई है।
लखनऊ: यूपी में रहने वाले क्षय (ट्यूबरकुल बेसिलाइ (टीबी) रोगियों के लिए अब एक राहत भरी खबर है। अब यहां के सभी डाट्स सेंटरों पर क्षय के मरीजों को रोजाना दवा की खुराक दी जाएगी। अभी तक सप्ताह में केवल 3 दिन ही टीबी से पीड़ित मरीजों को दवा दी जाती थी। लेकिन यूपी में सोमवार (30 अक्टूबर) से प्रतिदिन मरीजों को दवा अस्पतालों में मुफ्त में मिलनी शुरू हो गई है।
यूपी के सभी डाट्स सेंटर में संबंधित दवाओं के स्टॉक पहुंच गए हैं। योगी सरकार के इस कदम से प्रदेश के करीब ढाई लाख संभावित क्षय के मरीजों को सहूलियत मिल रही है। इसके अलावा सरकारी स्वास्थ्य महकमा निजी क्षेत्र के लोगों से हाथ मिला कर क्षय रोग को जड़ से खत्म करने का प्रयास करेंगे।
रोजाना खुराक मिलने से मरीजों को फायदा
प्रिंसिपल सचिव मेडिकल एवं हेल्थ प्रशांत द्विवेदी ने बताया कि सूबे के सभी क्षेत्रों को क्षय रोग मुक्त करने का प्रयास शुरू कर दिया गया है। नई व्यवस्था अस्पतालों में सोमवार से लागू कर दी गई है। उन्होंने बताया कि विश्व स्वास्थ्य संगठन एवं विशेषज्ञ समिति द्वारा इस कार्य का संचालन हो रहा है। क्षय रोगियों को प्रतिदिन खुराक देने से बीमारी काफी हद तक कम होने की संभावना है।
यूपी के सभी जिलों के लिए है योजना
यूपी के सभी जिलों में सोमवार से टीबी की रोजाना दवा की खुराक मिल रही है। सरकारी डाट्स सेंटर में दवाएं उपलब्ध करा दी गई है। इसके अलावा स्वास्थ्य कर्मियों को प्रशिक्षित भी किया जा रहा है।
क्षय रोग के 20 फीसदी मरीज यहीं पर
सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, देशभर के 20 प्रतिशत क्षय रोगी के मरीज यूपी में हैं। रोजाना दवा की खुराक मिलने से इन मरीजों के स्वास्थ्य में बेहतर सुधार होगा।
एफडीसी योजना कर रही है काम
फिक्स्ड डोज कंबीनेशन ( एफडीसी) योजना के अंतर्गत यह सुविधा मरीजों को मिल रही है। रोगी को कम गोलियों का सेवन करना होगा। इससे पहले क्षय रोग से पीड़ित मरीज सप्ताह में 3 दिन दवाईयां खाते थे। लेकिन नई सुविधा लागू होने से दवाओं की कम खुराक खाने होंगे। सभी दवाईयां पहले की तरह मुफ्त में रोगियों को मिल रही है। मरीजों से किसी भी प्रकार से पैसे नहीं लिए जाएंगे।
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