उप्र में स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन पर ली जायेगी 'बालिका सुरक्षा शपथ'

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग पूरे प्रदेश में बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान चला रहा है। इस कड़ी में स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन के अवसर पर 'बालिका सुरक्षा शपथ' लिए जाने का निर्णय किया गया है

Dharmendra kumar
Published on: 13 Aug 2019 10:57 PM IST
उप्र में स्वतंत्रता दिवस व रक्षाबंधन पर ली जायेगी बालिका सुरक्षा शपथ
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लखनऊ: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर महिला एवं बाल विकास विभाग पूरे प्रदेश में बालिका सुरक्षा जागरूकता अभियान चला रहा है। इस कड़ी में स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन के अवसर पर 'बालिका सुरक्षा शपथ' लिए जाने का निर्णय किया गया है ताकि समाज के सभी नागरिकों, विशेष रूप से लड़कों में बालिकाओं और महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना जाग्रत हो।

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प्रमुख सचिव, महिला एवं बाल विकास विभाग मोनिका एस. गर्ग ने बताया कि बालकों और माता-पिताओं को संवेदनशील बनाये जाने के लिए 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस एवं रक्षाबंधन के अवसर पर विद्यालयों, कार्यालयों एवं सार्वजनिक स्थलों पर ग्राम प्रधान एवं अन्य गणमान्य व्यक्तियों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रमों, वृक्षारोपण आदि के बाद उपस्थित जन सामान्य द्वारा जिम्मेदारी शपथ ली जाएगी।

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उन्होंने बताया कि यह प्रक्रिया सतत रूप से चलती रहे, इसके मद्देनजर प्रत्येक वर्ष गणतंत्र दिवस, स्वतंत्रता दिवस, रक्षाबंधन एवं गांधी जयन्ती के अवसर पर यह शपथ ग्रहण किए जाने के निर्देश मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए हैं। स्कूलों, पंचायत घरों, सार्वजनिक स्थलों पर होने वाले सांस्कृतिक कार्यक्रमों में यह शपथ ली जाएगी।

उन्होंने बताया कि इसके अतिरिक्त स्कूलों में हर अभिभावक- अध्यापक सभा के दिन भी यह शपथ ग्रहण की जायेगी। साथ ही साथ, सप्ताह में एक दिन निर्धारित कर विद्यालयों में होने वाली प्रातः कालीन प्रार्थना सभा में भी महिलाओं, बालिकाओं के सम्मान एवं सुरक्षा पर चर्चा की जायेगी।

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प्रमुख सचिव ने कहा कि भारत में महिलाओं के सम्मान की अत्यंत समृद्ध परंपरा रही है। इसी परंपरा को आगे बढ़ाते हुए बालकों एवं पुरुषों को व्यवहार परिवर्तन के मौके देने की यह प्रथा सराहनीय है ताकि देश लैंगिक समानता की ओर समग्र दृष्टिकोण के साथ बढ़ सके। उन्होंने कहा कि आज इस बात की आवश्यकता है कि प्रत्येक व्यक्ति यानि प्रत्येक बालक, प्रत्येक पुरुष, प्रत्येक मां, प्रत्येक पिता, प्रत्येक परिवार लड़कियों के प्रति अपने दायित्वों को प्रतिबद्धता से निभाए। यदि प्रदेश का हर बालक और हर माता-पिता इस बात की शपथ ले कि वह महिलाओं के प्रति किसी भी प्रकार की हिंसा के विरुद्ध है, तो निश्चय ही अपराध के ग्राफ में गिरावट आयेगी।

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