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अब ‘शाम-ए-बनारस’ का दीदार करिए जनाब, योगी सरकार ने तैयार किया है ये खास प्लान
वाराणसी: बनारस की पहचान मंदिरों और गंगा घाटों से होती है। घाटों की अलौकिक छटा देखने के लिए हर रोज लाखों की संख्या में लोग यहां पहुंचते हैं। ऐसे में योगी सरकार ने इन घाटों को संवारने के लिए बड़ा कदम उठाया है। खासतौर से प्रवासी भारतीय सम्मेलन के मद्देनजर गंगा घाटों को नया लुक दिया जा रहा है। प्रसाद योजना के तहत गंगा किनारे सात किमी लंबी घाटों की ऋंखला पर फसाड लाइटिंग की तैयारी है। इस योजन पर लगभग 51.25 करोड़ रुपए खर्च आएगा। केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की ओर से धनराशि जारी की जा चुकी है। वाराणसी में सीपीडब्ल्यू की ओर से घाटों पर कार्य कराए जाएंगे।
रौशनी से नहा उठेंगे गंगा घाट
अभी तक सुबह-ए-बनारस का दीदार करने के लिए सैलानी गंगा घाट पहुंचते थे। लेकिन फसाड लाइटिंग का काम पूरा होने के बाद गंगा घाटों पर रात का नजारा ही बदल जाएगा। शाम ढलते ही गंगा घाट रंग-बिरंगी रोशनी से नहा उठेंगे। ऐसे में मां गंगा की अविरल धारा के बीच से घाटों का दृश्य अद्भभूद होगा। दरअसल मोदी सरकार बनने के बाद से गंगा में पर्यटन को बढ़ावा देने की तैयारी चल रही है। कुछ दिन पहले ही गंगा पर क्रूज को उतारा गया। यही नहीं घाटों पर साफ सफाई के साथ ही पुराने धरोहरों के मरम्मत का काम भी जोरों पर है।
प्रवासी भारतीय करेंगे शाम-ए-बनारस का दीदार
जनवरी महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का संसदीय क्षेत्र वाराणसी प्रवासी भारतीय सम्मेलन की मेजबानी करेगा। इसके लिए शहर को बिल्कुल अलग रुप दिया जा रहा है। बाबतपुर एयरपोर्ट से लेकर लंका तक शहर के हर हिस्से में सड़कों और गलियों को चमकाने का काम शुरू हो गया है। खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की इसपर नजर है। मोदी ये बखूबी जानते हैं कि बनारस आने वाले प्रवासी यहां के घाटों का दीदार करने जरुर जाएंगे। लिहाजा उन्होंने इन घाटों को यादगार रुप देने का निर्देश दिया है। आपको बता दें कि बनारस में कैंट रेलवे स्टेशन, बीएचयू स्थित मालवीय गेट, राजघाट पुल, मंडुवाडीह ओवरब्रिज के अलावा प्रमुख इमारतों को फसाड लाइटों से सजाया गया है। सोशल मीडिया पर लाइटिंग की इन तस्वीरों ने खूब सुर्खियां भी बटोरी थीं। इस बात का जिक्र मोदी ने भी पिछले दौरे पर किया था।
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