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Char Dham Yatra Shuru: इतंजार खत्म, आज से चार धाम यात्रा शुरू, दर्शन करने के लिए करना होगा ये काम
प्रत्येक तीर्थयात्री को 72 घंटे पहले की कोरोना आरटीपीसीआर नैगेटिव रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों टीके लगे होने के 15 दिन बाद का प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी है।
Char Dham Yatra Shuru: नैनीताल उच्च न्यायालय के कुछ प्रतिबंधों के साथ चार धाम यात्रा पर लगी रोक हटाये जाने के बाद चारधाम यात्रा आज से शुरू हो गई है। इस सम्बन्ध में राज्य सरकार ने चारधाम यात्रा की एसओपी भी जारी कर दी है। जिसके तहत केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री और यमुनोत्री धाम में दर्शन के लिए आने वाले यात्रियों को पंजीकरण करने के बाद ई-पास जारी किये जा रहे हैं। राज्य के बाहर से आने वाले यात्रियों को स्मार्ट सिटी पोर्टल पर भी अनिवार्य रूप से पंजीकरण करना अनिवार्य है।
प्रत्येक तीर्थयात्री को 72 घंटे पहले की कोरोना आरटीपीसीआर नैगेटिव रिपोर्ट या कोरोना वैक्सीनेशन के दोनों टीके लगे होने के 15 दिन बाद का प्रमाण पत्र दिखाना जरूरी है। चारधाम यात्रा के लिए राज्य और बाहर से आने वाले यात्रियों को देवस्थानम प्रबंधन बोर्ड की वेबसाइट (www.devasthanam.uk.gov.in) पंजीकरण करना होगा।
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि सरकार यात्रियों की सुरक्षा को लेकर गम्भीर है। इसके साथ ही खराब मौसम या पहाड़ों में भूस्खलन की स्थिति से निपटने के लिए सरकार पूरी तरह से तैयार है। इस बीच बद्रीनाथ धाम में आज तीन सौ से अधिक श्रद्धालुओं ने पूजन-अर्चन किया।
सिद्ध तीर्थ स्थल श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट आज से खोल दिए गए हैं
देहरादून के गुरु अरदास, शबद कीर्तन और गुरुवाणी के साथ सिखों के प्रसिद्ध तीर्थ स्थल श्री हेमकुण्ड साहिब के कपाट आज सुबह 10 बजे श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गए। हेमकुंड साहिब के मुख्य ग्रंथी ने दोपहर 12.30 बजे इस वर्ष की पहली अरदास की। इसी के साथ लक्ष्मण यानि लोकपाल मंदिर के कपाट भी विधि-विधान और पूजा अर्चना के साथ श्रद्धालुओं के लिए खोल दिये गए। इस अवसर पर काफी संख्या में श्रद्धालु मौजूद रहे। वहीं गुरुद्वारा प्रबंधक सेवा सिंह ने श्रद्धालुओं से कोविड नियमों का पालन कर हेमकुण्ड साहिब की यात्रा में भाग लेने का आग्रह किया।
वहीं हेमकुण्ड साहिब के कपाट खुलने से श्रद्धालुओं में काफी उत्साह है। वहीं गुरुद्वारा प्रबंधन समिति और राज्य सरकार की व्यवस्थाओं से श्रद्धालुओं में संतोष है। आपको बता दें कि कोरोना महामारी के कारण हेमकुंड साहिब के कपाट साड़े तीन माह बाद खोले गए हैं। बीते वर्ष यात्रा एक महीने और 6 दिनों तक ही चली थी जिसमें केवल 8 हजार श्रद्धालु पहुंचे थे।
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