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Donald Trump: एंटी-वैक्सीन एक्टिविस्ट आरएफ कैनेडी होंगे ट्रम्प के स्वास्थ्य मंत्री

Donald Trump: इस शीर्ष कैबिनेट पद के लिए फाइनल मंजूरी अमेरिकी सीनेट द्वारा पुष्टि के जरिये दी जाएगी। आरएफके अपने विवादास्पद सार्वजनिक स्वास्थ्य विचारों के लिए जाने जाते हैं।

Neel Mani Lal
Published on: 15 Nov 2024 10:38 AM IST
RF Kennedy and Donald Trump
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 RF Kennedy and Donald Trump (Pic:Social Media)

Donald Trump: अमेरिका के नव निर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प (Donald Trump) ने एंटी-वैक्सीन कार्यकर्ता (Anti vaccine activist) रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर (RFK Jr) को स्वास्थ्य और मानव सेवा (health and human services) के अगले मंत्री के रूप में चुना है।

इस शीर्ष कैबिनेट पद के लिए फाइनल मंजूरी अमेरिकी सीनेट (senate) द्वारा पुष्टि के जरिये दी जाएगी। आरएफके अपने विवादास्पद सार्वजनिक स्वास्थ्य विचारों के लिए जाने जाते हैं। उनकी नई भूमिका अब दवा और वैक्सीन सुरक्षा, खाद्य विनियमन, चिकित्सा अनुसंधान और सामाजिक कल्याण कार्यक्रमों की देखरेख के लिए जिम्मेदार होगी। ट्रम्प ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मैं रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर को अमेरिका के स्वास्थ्य और मानव सेवा (एचएचएस) के सचिव के रूप में घोषित करते हुए रोमांचित हूं।" कैनेडी इन एजेंसियों को गोल्ड स्टैण्डर्ड वैज्ञानिक अनुसंधान की परंपराओं और पारदर्शिता के प्रकाश स्तंभों को बहाल करेंगे, ताकि पुरानी बीमारी की महामारी को समाप्त किया जा सके और अमेरिका को फिर से महान और स्वस्थ बनाया जा सके!"

ट्रम्प ने इस बात पर प्रकाश डाला कि अमेरिकियों की सुरक्षा और स्वास्थ्य की रक्षा करना किसी भी प्रशासन के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता है, उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य और मानव सेवा विभाग देश के गंभीर स्वास्थ्य संकट में योगदान देने वाले हानिकारक रसायनों, प्रदूषकों, कीटनाशकों, दवाओं और खाद्य योजकों से लोगों की सुरक्षा करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

ट्रम्प ने अपनी पोस्ट में लिखा कि, "बहुत लंबे समय से, अमेरिकियों को औद्योगिक खाद्य परिसर और दवा कंपनियों द्वारा कुचला जा रहा है, जो सार्वजनिक स्वास्थ्य के मामले में धोखाधड़ी, गलत सूचना और दुष्प्रचार में लिप्त हैं।"

क्या रहा है रॉबर्ट एफ कैनेडी का रुख

- 35वें अमेरिकी राष्ट्रपति जॉन एफ कैनेडी (John F Kennedy) के भतीजे रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर, वाटरकीपर एलायंस संस्था के संस्थापक हैं, जो स्वच्छ जल की वकालत पर केंद्रित दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है। उन्होंने कई वर्षों तक इसके अध्यक्ष और वकील के रूप में भी काम किया है।

- आरएफके जूनियर को दुनिया के अग्रणी एंटी-वैक्सीन कार्यकर्ताओं में से एक के रूप में जाना जाता है। उन्होंने इस धारणा को बढ़ावा दिया है कि टीके ऑटिज्म का कारण बनते हैं, यहाँ तक कि उन्होंने टीकों को "होलोकॉस्ट" भी कहा है, और दुनिया भर में कोरोना महामारी के बारे में कथित गलत सूचनाएं फैलाई हैं।

- रॉबर्ट एफ कैनेडी ने राज्य और स्थानीय सरकारों द्वारा फ्लोराइड के स्तर को रेगुलेट किए जाने के बावजूद पीने के पानी से फ्लोराइड हटाने की भी सिफारिश की है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थों और मांसाहार के खिलाफ़ कड़े रुख अपनाए हैं और बड़े कमर्शियल खेतों और फ़ैक्टरी स्टाइल वाले पशु मांस के मुखर आलोचक रहे हैं।

- वे सरकारी एजेंसियों और दवा उद्योग के बीच अदला बदली को समाप्त करने की वकालत करते हैं, जहाँ कर्मचारी दो क्षेत्रों के बीच आते-जाते रहते हैं। उन्होंने वैक्सीन अनुसंधान की देखरेख करने वाले राष्ट्रीय स्वास्थ्य संस्थान (एनआईएच) से 600 कर्मचारियों को निकालने और उनके स्थान पर नए कर्मचारियों को नियुक्त करने का भी प्रस्ताव रखा है।

रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर कौन हैं?

- रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर, अपने प्रसिद्ध परिवार के कारण एक जाना-पहचाना नाम हैं, वह एक पर्यावरण वकील और कार्यकर्ता के रूप में अपने काम के लिए जाने जाते हैं। उन्होंने हाल ही में 2024 के चुनाव में अमेरिका के राष्ट्रपति पद के लिए अपने अल्पकालिक अभियान के लिए सुर्खियाँ बटोरीं।

- वह, रॉबर्ट एफ कैनेडी के बेटे हैं, जिन्होंने अमेरिकी अटॉर्नी जनरल और अमेरिकी सीनेटर के रूप में कार्य किया।

- राजनीति और सार्वजनिक सेवा में गहराई से शामिल परिवार में पले-बढ़े कैनेडी जूनियर के करियर की राह को आकार मिला। कैनेडी जूनियर ने 1976 में हार्वर्ड विश्वविद्यालय से अमेरिकी इतिहास और साहित्य में कला स्नातक की उपाधि प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने कानून की पढ़ाई की, 1981 में यूनिवर्सिटी ऑफ़ वर्जीनिया स्कूल ऑफ़ लॉ से अपनी ज्यूरिस डॉक्टर की डिग्री प्राप्त की। उनकी कानूनी शिक्षा लंदन स्कूल ऑफ़ इकोनॉमिक्स में जारी रही और 1987 में पेस यूनिवर्सिटी स्कूल ऑफ़ लॉ से मास्टर ऑफ़ लॉ की डिग्री में परिणत हुई। इस व्यापक शिक्षा ने पर्यावरण कानून और सक्रियता के लिए समर्पित उनके करियर की नींव रखी।

उन्होंने प्राकृतिक संसाधन रक्षा परिषद (एनआरडीसी) के लिए एक वकील के रूप में कार्य किया, जहां उन्होंने प्राकृतिक संसाधनों और पर्यावरण कानूनों से संबंधित कानूनी मामलों में भाग लिया।

वैक्सीन विरोधी क्यों?

रॉबर्ट एफ कैनेडी जूनियर, वैक्सीन सुरक्षा के प्रति चिंता और रेगुलेटरी निरीक्षण में अविश्वास के कारण वैक्सीन विरोधी एक्टिविस्ट बन गए। उनकी यात्रा पर्यावरण कार्य से शुरू हुई, जहाँ उन्होंने शुरू में मर्करी या पारे जैसे विषाक्त पदार्थों पर ध्यान केंद्रित किया। समय के साथ, उन्होंने इस फोकस को वैक्सीन तक बढ़ाया, खासकर थिमेरोसल के बारे में, जो पहले वैक्सीन में इस्तेमाल किया जाने वाला मर्करी -आधारित तत्व था। इसके बारे में आरएफके जूनियर का आरोप था कि इससे न्यूरोलॉजिकल डैमेज हो सकता है। अधिकांश वैक्सीन से थिमेरोसल को धीरे धीरे हटा दिए जाने के बावजूद, कैनेडी ने अपना रुख बनाए रखा। उनका तर्क रहा है कि वैक्सीन सुरक्षा अपर्याप्त है और उन्होंने दवा उद्योग और सीडीसी और एफडीए जैसी फेडरल स्वास्थ्य एजेंसियों के प्रति संदेह व्यक्त किया है।

2011 में, उन्होंने चिल्ड्रन्स हेल्थ डिफेंस (सीएचडी) की स्थापना की, जो एक ऐसा संगठन है जो वैक्सीन के खिलाफ अभियान चलाता है और रेगुलेटरी निकायों पर दवा कंपनियों के अनुचित प्रभाव का आरोप लगाता है।

कैनेडी का मानना ​​है कि वैक्सीन बच्चों को नुकसान पहुँचा सकती है और उनका तर्क है कि सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारी नागरिकों की भलाई की बजाए कॉर्पोरेट हितों को प्राथमिकता देते हैं। कोरोना महामारी के दौरान कैनेडी के रुख को नए सिरे से पहचान मिली, क्योंकि उन्होंने वैक्सीन के डेवलपमेंट और डिस्ट्रीब्यूशन में असाधारण तेजी पर सवाल उठाए थे। उन्होंने संभावित प्रतिकूल प्रभावों के बारे में चिंता व्यक्त की है और उनका मानना ​​है कि अमेरिकियों के पास टीकाकरण के बारे में ज्यादा विकल्प होने चाहिए।




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Ashish Kumar Pandey

Ashish Kumar Pandey

Senior Content Writer

I have 17 years of work experience in the field of Journalism (Newspaper & Digital). Started my journalism career on 1 April 2005 as a sub-editor from Dainik Bhaskar Jaipur. After that, on January 1, 2008, I worked as a sub editor in I- Next News Paper (Hindi Daily) till July 31, 2009. During this I handled the responsibility of the National Desk. From August 1, 2009 to September 13, 2010, worked in Amar Ujala on National Desk and City Desk in Bareilly and Moradabad as Senior Sub Editor. From 15 September 2010 to 31 October 2011, worked as Senior Sub Editor/Senior Reporter in Hindustan newspaper Bareilly. From November 1, 2011, worked in Gwalior on the post of Chief Sub Editor in Rajasthan Patrika Hindi daily newspaper. From July 1, 2017 to January 31, 2019, worked in Patrika Dotcom Hindi Web portal, Lucknow. Worked as News Editor in Amrit Prabhat from 1 February 2019 till 31 January 2021. During my career I got opportunity to work at General Desk, Sports, City Desk and have vast experience of journalism business. Whatever responsibilities were given, I accepted it with a challenge and performed it well. My Qualifications : - ‌MA Political Science from Gorakhpur University, Gorakhpur ‌PG Diploma in Mass Communication - Guru Jamveshwar University Hisar, Haryana My Interests: Reading, writing, playing, traveling. Interest in Media: Special interest in political news and also in the field of sports, crime, health etc.

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