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तहरीक-ए–इंसाफ पार्टी बनाने जा रही ‘पाक सरकार’, जानिए कौन हैं इमरान खान
लखनऊ: क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान पाकिस्तान के नए प्रधानमंत्री होंगे। इमरान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ पार्टी का ये तीसरा चुनाव रहा है और इतने कम समय में पार्टी की ये उपलब्धि ऐतिहासिक और अभूतपूर्व है। इमरान ने चुनाव प्रचार के दौरान लोगों से एक नया पाकिस्तान बनाने और भ्रष्टाचार के सफाए का वादा किया था।
ऐसा था इमरान का शुरूआती दौर
इमरान (65) का जन्म लाहौर, पंजाब के एक पख्तून परिवार में 5 अक्टूबर 1952 को हुआ था। उनकी पढ़ाई लाहौर के उच्चवर्गीय एचिन्सन कॉलेज में हुई। ये सिर्फ लडक़ों का कॉलेज है। 1975 में इमरान ने ऑक्सफोर्ड यूनीवर्सिटी से फिलॉसफी, पॉलिटक्स और इकॉनमिक्स में ग्रेजुएशन किया।
13 वर्ष की उम्र से खेला क्रिकेट
इमरान ने 13 वर्ष की उम्र से क्रिकेट खेलना शुरू किया। शुरुआत में वो अपने कॉलेज के लिये तथा बाद में वॉरसेस्टर क्रिकेट क्लब के लिये खेले। इमरानने 1979 में 18 वर्ष की उम्र में पाकिस्तान के लिये क्रिकेट खेलना शुरू किया। ये बर्मिंघम में इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज का मैच था। ऑक्सफोर्ड से पढ़ाई पूरी करने के बाद इमरान 1976 में पाकिस्तान की नेशनल टीम का हिस्सा बन गए और 1992 तक राष्ट्रीय टीम के लिये खेलते रहे। 1982-92 के बीच इमरान समय-समय पर पाकिस्तान टीम के कप्तान रहे। इमरान की कप्तानी में ही पाकिस्तान ने ऑस्ट्रेलिया में 1992 का विश्व कप जीता था।
क्रिकेट से सन्यास के बाद समाजसेवा
क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद इमरान समाज सेवा के कामों में जुड़ गए। उन्होंने पाकिस्तान के पहले कैंसर इंस्टीट्यूट ‘शौकम खानम’ की स्थापना की। ये उनकी मां के नाम पर है, जिनकी कैंसर से मौत हो गयी थी। 2008 में इमरान ने पंजाब के मियां वाली जिले में एक निजी टेक्निकल कॉलेज की स्थापना की।
ऐसे शुरू हुई राजनीतिक पारी
पाकिस्तान की लचर ब्यूरोक्रेसी और गहरे तक पैठ गए भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई का बीड़ा उठा कर इमरान 1996 में राजनीतिक में उतर गए। उन्होंने पीटीआई यानी पाकिस्तान तहरीक-ए-इन्साफ पार्टी का गठन किया और सबको ‘इन्साफ’ दिलाने का वादा किया।
पार्टी अध्यक्ष होते हुए इमरान खान ने 2002 के आम चुनावों में नेशनल असेंबली में अपनी पहली सीट जीती। इमरान ने ये चुनाव अपने पैतृक शहर मियांवाली, पंजाब से लड़ा था।
भ्रष्टाचार के मुद्दे पर इमरान ने 2008 के चुनावों का बहिष्कार किया। इमरान ने 2011 में लाहौर और करांची में जबर्दस्त रैलियां करके देश के राजनीतिक वर्ग को अचंभे में डाल दिया। इन रैलियों से दिखा कि इमरान के समर्थकों की संख्या बहुत बड़ी है।
2013 के प्रांतीय चुनावों में जीत दर्ज करने के बाद पीटीआई ने पाकिस्तान के उत्तर-पश्चिमी खैबर पख्तूनवा प्रांत में पांच साल तक शासन किया। अब इमरान पाकिस्तान की राजनीति के एक बड़े खिलाड़ी के रूप में स्थापित हो चुके थे।
नवाज की करी खिलाफत
इमरान लंबे समय से नवाज शरीफ के मुखर विरोधी और आलोचक रहे हैं। इमरान ने 2014 में नवाज शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग पर चुनावी धांधली का अरोप लगाया था और नवाज सरकार के इस्तीफे की मांग करते हुए विरोध प्रदर्शनों की अगुवाई की थी।
नवाज शरीफ के खिलाफ पनामा पेपर लीक मामले को इमरान खान सुप्रीम कोर्ट तक ले गए। इसी मामले में अंतत: नवाज की सदस्यता छिन गयी और जेल जाना पड़ा।
इमरान के विरोधियों का कहना है कि इमरान के उत्थान और शरीफ के पतन के पीछे ‘इस्टैब्लिशमेंट’ का हाथ है। पाकिस्तान में लोग सेना के लिए ‘इस्टैब्लिशमेंट’ शब्द का प्रयोग करते हैं। इमरान इन आरोपों को विदेशी साजिश बता कर खारिज करते हैं।
इमरान की बोल्ड स्टाइल है फेमस
इमरान खान की अलग तरह की स्टाइल ने उन्हें लोकप्रिय बना दिया था। इमरान एक नए तरह के नेता थे, जो बोल्ड तो थे ही, उनकी छवि ईमानदार आदमी की थी। ऐसा नेता जो कोई बात बेबाक कह डालने से हिचकता नहीं था और जिसे स्थापित परंपराओं और संस्थानों की कोई परवाह नहीं थी। संसद जैसे निर्वाचित संस्थानों को इमरान हेय दृष्टि से देखते थे और यही वजह है कि शायद ही कभी उन्होंने संसद की कार्यवाही में हिस्सा लियाहो।
ये हैं इमरान की नीतियां
चुनाव से पहले इमरान का नारा था - ‘नया पाकिस्तान’। इमरान ने भ्रष्टाचार के खिलाफ अभियान चलाया और लोगों से वादा किया कि सत्ता में आने पर वे देश में शासन प्रणाली में सुधार लाएंगे।
उन्होंने अगले पांच साल में एक करोड ऩौकरियां देने और 50 लाख सस्ते आवास बनाने का वादा किया है।
जहां तक अंतरराष्ट्रीय मामलों की बात है, इमरान खान संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के प्रस्तावों के दायरे में कश्मीर विवाद सुलझाने की बात करते हैं।
पीटीआई ने अफगानिस्तान में अमेरिकी नीति की आलोचना की है और तालिबान के साथ शांतिवार्ता का आह्वान कियाहै।
इमरान खान का संक्षिप्त परिचय
पूरा नाम : इमरान अहमद खान नियाजी
जन्म: 5 अक्टूबर 1952
विवाह: 1995 - 2004- जेमिमा गोल्डस्मिथ
2015 - रेहम खान
2018 - बुशरा मानिका
बच्चे : सुलेमान इसा खान, कासिम खान
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