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बहुत याद आने लगी हैं क्रिकेटर से राजनेता बने इमरान खान की ग्लोबल प्रेम कथायें
संजय तिवारी
लखनऊ: वे क्रिकेटर थे। नेता बन गए। अब तो बड़े नेता हो गए। इसलिए दुनिया में आज उनको लेकर कई तरह की चर्चाएं हैं। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने जा रहे इमरान खान की वे प्रेम कथाएं अचानक चर्चा में आ गयीं हैं जिनके चलते उनको प्ले बॉय तक कहा गया था। कभी पकिस्तान की प्रधानमंत्री बेनजीर भुट्टो से भी उनकी प्रेम कथा काफी चर्चा में रही। लेकिन इस बीच सबसे सुखद यह है कि उनकी पूर्व पत्नियां भी आज उन्हें बधाई दे रही हैं। तलाक ले चुकीं उनकी पहली पत्नी और ब्रिटिश जर्नलिस्ट जेमिमा गोल्डस्मिथ ने भी ट्वीट करके बधाई दी है। इसमें उन्होंने इमरान को अपने बेटों का पिता कह कर संबोधित किया। वहीं, दूसरी पत्नी रेहम खान ने तंज कसा है। जेमिमा ने अपने ट्वीट में लिखा, "अपमान, बाधाओं और बलिदान के 22 साल बाद मेरे बेटों के पिता पाकिस्तान के अगले पीएम हैं...इमरान को बधाइयां।"दरअसल इमरान अपनी खिलाड़ी छवि के लिए जितने प्रसिद्द रहे हैं उससे भी ज्यादा महिलाओ के प्रति उनके झुकाव और तत्काल बन जाने वाले शारीरिक सम्बन्धो के कारण रही है।
ज़ीनत अमान
यह दौर गजब का था। क्रिकेट और फिल्म जगत एक साथ जवान हो रहे थे। भारत और पकिस्तान में क्रिकेट धर्म बन चुका था। 80 के उस दशक में बॉलीवुड अभिनेत्री ज़ीनत अमान का बोलबाला था। जीनत सुपरस्टार बन चुकी थीं। उनके हुस्न और अदाओं के दीवाने एक्टर ही नहीं क्रिकेटर भी थे। उसी दौर में में पाकिस्तानी क्रिकेटर इमरान ख़ान और ज़ीनत अमान के अफेयर की ख़बरें सुर्ख़ियों बनी थी। हालांकि यह प्रेम कहानी काफी दिनों तक नहीं चल सकी और देखते ही देखते इसने दम दम तोड़ दिया। इसकी वजह थी इमरान की जेमिना गोल्डस्मिथ से शादी। जीनत को लेकर चर्चा फिर से तब शुरू हो गयी जब इमरान की दूसरी पत्नी ने उन पर एक किताब लिखी।
जेमिमा गोल्ड स्मिथ
यह उनके जीवन में ठहराव का पहला पड़ाव था। इमरान ने 1992 में क्रिकेट के संन्यास के बाद 1995 में ब्रिटिश एक्ट्रेस जेमिमा गोल्ड स्मिथ से निकाह किया। जेमिमा इमरान से इतनी मुहब्बत करती थी कि उन्होंने शादी करने के लिए इस्लाम कबूल कर लिया था। जेमिमा का करियर उस समय उफान पर था और लोग उनके दीवाने थे। लेकिन नौ साल बाद यानी 2004 में जेमिमा का इमरान से तलाक हो गया तब से वह लंदन में अकेले रह रही है। इमरान और जेमिमा से दो बेटे हैं।
रेहम खान से निकाह
यह कहानी थोड़ी अलग है। रेहम पहले से शादी शुदा थीं और उनके तीन बच्चे भी हैं। रेहम बीबीसी की पूर्व एंकर रह चुकी है।एक पाकिस्तानी अख़बार के साथ एक इंटरव्यू में रेहम ख़ान अपने और पूर्व क्रिकेटर और राजनीतिज्ञ इमरान ख़ान के बारे में खुलकर बात की थी। रेहम ने बताया कि उन्होंने इमरान का एक इंटरव्यू लिया था और उन्हें उसमें बिल्कुल मज़ा नहीं आया। वह बेहद नीरस बातचीत थी। रेहम ने कहा कि उन्हें नहीं लगता कि इंटरव्यू की वजह से इमरान ख़ान को उनसे प्यार हो गया। वे तो शायद उनके बारे में पहले से ही सोच रहे थे। रेहम ने कहा कि इमरान ख़ान को उनके बारे में ज़्यादा नहीं मालूम नहीं था। वह चूंकि एकांत पसंद करती हैं इसलिए उनके ज़्यादा दोस्त नहीं हैं, पत्रकारिता बिरादरी में भी नहीं। किसी को भी मेरी पहली शादी और बच्चों के बारे में मालूम नहीं था। रेहम ने बताया था कि सीधे शादी का प्रस्ताव न कर के इमरान ने मेरे माता पिता का नाम पूछा था। यह मुझे बहुत ही ख़राब लगा क्योंकि बिना जान पहचान के अचानक वे मेरे माता पिता के बारे में जानना चाहते थे। यह मुझे बिलकुल भी पसंद नहीं था। वह बताती हैं कि जब मैंने जानना चाहा कि मेरे माता-पिता का नाम क्यूं पूछ रहे हैं तो इमरान ने कहा कि वो चाहते हैं कि कोई उनके लिए कोई इस्तख़ारा (सही फ़ैसला करने में मदद के लिए पढ़ी जाने वाली एक विशेष नमाज़) करे ताकि पता चल सके कि वो (रेहम) उनके लिए सही महिला हैं कि नहीं। इमरान के जवाब से भोंचक्की रह गई थी क्योंकि उन्होंने ये तक जानने की कोशिश नहीं की मेरी भी उनमें कोई दिलचस्पी है या नहीं। बल्कि मैंने इस बात पर इमरान को एक अच्छा ख़ासा भाषण दे डाला जिससे वो चौंक गए। रहम कहती हैं कि तब इमरान ने कहा था कि तुम बेशक़ीमती हो, मुझे तुम्हारी ख़ुद्दारी पसंद आई। लेकिन जब बात यहां भी नहीं बनी तो इमरान ने कहा की मुझे तुम्हारी सारी दास्तान मालूम है, तुम्हारी पहली शादी, तुम्हारे बच्चे। वह कहती हैं की इस पर मैंने भड़क कर कहा "आपको इससे क्या मतलब।"
रेहम बताती हैं कि हम इमरान को एक आक्रामक, विश्वास से भरे एक ताकतवर इंसान के रुप में जानते हैं। लेकिन जब उन्होंने अपने बेटे सुलेमान के बारे में बोलना शुरु किया उनकी आंखों में नरमी थी जिस पर मैं फ़िदा हो गई। इमरान अद्भुत पिता हैं और मुझे लगा ये शख़स जो टीवी पर दिखाई देता है उससे कहीं ज्यादा कुछ उसमें है। वह मानती हैं कि इमरान बहुत रहमदिल इंसान हैं जो उन लोगों को भी माफ़ कर देते हैं जिन्होंने उनके साथ धोखा किया हो। हलाकि मात्र दस महीने में यह शादी भी ख़त्म हो गयी।
सीता व्हाइट
यह कहानी और भी अलग है। इसमें इंकार - इकरार से लेकर औलाद तक सभी कुछ है। इमरान खान और सीता व्हाइट की मुलाकात 1985 में हुई थी। तब से 1991 में सीता के गर्भवती होने तक दोनों के बीच यह सम्बन्ध चलता रहा। कोर्ट कचहरी तक बात गयी। खूब चर्चा हुई। हालाकि शुरुआत में दोनों के प्यार की निशानी के रूप में जन्मी टायरिन को इमरान अपनी बेटी मानने से इनकार करते रहे। लेकिन जब 1997 में सीता ने कोर्ट से पैतृत्व का केस जीत लिया, तब इमरान ने टायरिन को अपनी बेटी के रूप में अपना लिया। अरबपति सीता की अपने बेवरली हिल्स के घर में हुर्इ मौत के बाद इमरान टायरिन को अपने अन्य दो बच्चों के साथ पाल रहे हैं।
बेनज़ीर भुट्टो
यह इमरान के जीवन की अजीब सी कथा है। इमरान ख़ान के जीवन पर लिखी गई एक किताब में दावा किया गया है कि उनके और पाकिस्तान की पूर्व प्रधानमंत्री बेनज़ीर भुट्टो के बीच ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई के दौरान ज़बरदस्त इश्क़ चल रहा था और दोनों के बीच जिस्मानी रिश्ते भी थे। बेनजीर खुद इमरान से बेहद प्यार कराती थीं। लेकिन दोनों का निकाह संभव नहीं हो सका। इस बारे में लेखक क्रिस्टोफर सैंडफोर्ड ने लिखा है कि इमरान अपने इस रिश्ते को लेकर काफी सीरियस भी थे। उन्होंने बेनज़ीर को अपनी अम्मी से भी मिलवाया भी था। बाद में बेनज़ीर राजनीतिक और पारिवारिक दवाब की वजह से इमरान से दूर हो गईं।
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