TRENDING TAGS :
'सिन्धु में पानी बहेगा या तो खून' भारत ने साफ साफ दे दिया जवाब, अब क्या युद्ध करेगा पाकिस्तान?
India Pak Crises: भारत की ओर से उठाए गए कदमों का असर पाकिस्तान में महसूस किया जा रहा है।
Indo-Pak Row: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत द्वारा उठाए गए कड़े कदमों से पाकिस्तान की सियासत में खलबली मच गई है। भारत के स्पष्ट रुख के बाद पाकिस्तान के प्रमुख नेताओं की बौखलाहट सामने आने लगी है। पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (PPP) के अध्यक्ष और प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के सहयोगी बिलावल भुट्टो जरदारी ने सिंधु जल संधि पर भड़काऊ बयान देते हुए विवाद को और हवा दी है।
भुट्टो ने सिंधु नदी को लेकर एक सार्वजनिक रैली में भारत को खुलेआम धमकी दी। उन्होंने कहा, "मैं सिंधु नदी के साथ खड़ा हूं और भारत को चेतावनी देता हूं – या तो इस नदी में हमारा पानी बहेगा या आपका खून।" उन्होंने भारतीय नेतृत्व पर हमला बोलते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पहलगाम हमले के लिए पाकिस्तान को झूठा दोषी ठहराया है। भुट्टो ने आरोप लगाया कि भारत अपनी आंतरिक कमजोरियों को छिपाने के लिए सिंधु जल संधि को एकतरफा निलंबित कर रहा है। उन्होंने कहा, "मैं सिंधु के किनारे खड़ा होकर साफ कर देना चाहता हूं – सिंधु हमारी थी, है और रहेगी।"
एक बूंद भी नहीं देंगे पाकिस्तान को पानी
वहीं, भारत ने इस मुद्दे पर सख्त रुख अपनाया है। केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी. आर. पाटिल ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार इस दिशा में काम कर रही है कि भारत से एक भी बूंद पानी पाकिस्तान न जाने पाए। उन्होंने बताया कि गृहमंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में एक उच्चस्तरीय बैठक हुई, जिसमें इस संबंध में रणनीति बनाई गई और प्रधानमंत्री मोदी के निर्देशों के पालन पर चर्चा हुई।
रोका गया चिनाब नदी का पानी
भारत की ओर से उठाए गए कदमों का असर पाकिस्तान में महसूस किया जा रहा है। खासकर चिनाब नदी पर बनी बगलिहार जलविद्युत परियोजना से पानी के बहाव पर नियंत्रण किए जाने के बाद पाकिस्तान के सियालकोट और पंजाब क्षेत्रों में जल स्तर में गिरावट दर्ज की गई है। चिनाब नदी पाकिस्तान के लिए कृषि और पीने के पानी की अहम आपूर्ति का स्रोत मानी जाती है।