खूब वायरल हुए ट्रम्प! दुनिया के सबसे बेहतरीन ग्रेड के क्रूड आइल्स की मिली एक बूँद, आइए जाने इसके बारे में

Murban Crude Oil Information Hindi: API ग्रैविटी (API Gravity), अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान (American Petroleum Institute) द्वारा विकसित एक माप है, जो कच्चे तेल की घनता (density) को जल (पानी) की तुलना में डिग्री में दर्शाती है।

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Published on: 18 May 2025 7:15 PM IST
US President Donald Trump Gift One Drop of Murban Crude Oil
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US President Donald Trump Gift One Drop of Murban Crude Oil 

Murban Crude Oil Information Hindi: हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) की राजकीय यात्रा के दौरान अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प को एक प्रतीकात्मक उपहार भेंट किया गया — मुरबन क्रूड ऑइल की एक बूँद, जिसे दुनिया का सबसे उत्कृष्ट कच्चा तेल माना जाता है। ट्रम्प ने मजाकिया लहजे में कहा, “दुनिया का सबसे बेहतरीन तेल, और मुझे सिर्फ एक बूँद मिली… ज़रा भी खुश नहीं हूँ!” यह टिप्पणी सोशल मीडिया पर वायरल हो गई और लोगों के बीच मुरबन और अन्य प्रीमियम क्रूड ऑइल्स को लेकर उत्सुकता बढ़ गई।

API ग्रैविटी क्या है?

API ग्रैविटी (API Gravity), अमेरिकी पेट्रोलियम संस्थान (American Petroleum Institute) द्वारा विकसित एक माप है, जो कच्चे तेल की घनता (density) को जल (पानी) की तुलना में डिग्री में दर्शाती है। उदाहरण के लिए, पानी की API ग्रैविटी 10° होती है।

• जिन कच्चे तेलों की API ग्रैविटी 10° से अधिक होती है, वे पानी पर तैरते हैं।

• जिनकी 10° से कम होती है, वे डूब जाते हैं।

अधिकांश प्रीमियम ग्रेड क्रूड, जैसे मुरबन, की API ग्रैविटी 35° से 45° के बीच होती है, जो इन्हें अत्यंत वांछनीय बनाती है।

• 31.1° से अधिक API ग्रैविटी वाले तेल लाइट क्रूड ऑइल कहलाते हैं— यह हल्के होते हैं, आसानी से प्रवाहित होते हैं और परिष्करण (refining) में पेट्रोल-डीज़ल जैसे मूल्यवान उत्पाद अधिक मात्रा में देते हैं।

• 22.3° से कम API ग्रैविटी वाले हैवी क्रूड ऑइल कहलाते हैं— यह घने, चिपचिपे होते हैं और इनसे भारी उत्पाद जैसे डामर आदि निकलते हैं।

मुरबन जैसे हल्के तेल, जो उच्च API ग्रैविटी रखते हैं, इनकी शोधन लागत कम होती है और पर्यावरण मानकों के अनुकूल होते हैं।

मुरबन क्रूड ऑइल क्या है?

मुरबन क्रूड ऑइल, जिसे अक्सर “क्रूड ऑइल की शैम्पेन” कहा जाता है, अबू धाबी नेशनल ऑइल कंपनी (ADNOC) द्वारा 1958 में खोजे गए मुरबन-बाब ऑइल फील्ड से उत्पादित होता है। इसकी:

• API ग्रैविटी: 40°

• सल्फर सामग्री: 0.778% (कम)

इसे आसानी से शोधन किया जा सकता है और पेट्रोल-डीज़ल जैसे उच्च मूल्य वाले उत्पादों का उच्चतम उत्पादन होता है। ADNOC का यह सबसे बड़ा क्रूड स्ट्रीम है, जिसकी दैनिक आपूर्ति लगभग 20 लाख बैरल होती है।

मुरबन का अंतरराष्ट्रीय महत्व इसलिए भी अधिक है क्योंकि यह Intercontinental Exchange (ICE) पर एक बेंचमार्क फ्यूचर्स अनुबंध के रूप में व्यापार होता है, मुख्य रूप से फुजैरा और जेबेल धन्ना बंदरगाहों के ज़रिए, जो एशिया की बढ़ती मांग को पूरा करता है।

दुनिया के अन्य बेहतरीन ग्रेड के क्रूड ऑइल्स:

इन तेलों की खासियत होती है – उच्च API ग्रैविटी (हल्के तेल) और कम सल्फर मात्रा:

1. ब्रेंट क्रूड (Brent Crude - उत्तरी सागर, UK/नॉर्वे):

• API ग्रैविटी: 38°

• सल्फर: 0.37%

• दुनिया के दो-तिहाई कच्चे तेल के मूल्य निर्धारण का आधार।

2. वेस्ट टेक्सास इंटरमीडिएट (WTI - अमेरिका):

• API ग्रैविटी: 39.6°

• सल्फर: 0.24%

• अमेरिका का प्रमुख क्रूड बेंचमार्क।

3. बोनी लाइट (Bonny Light - नाइजीरिया):

• API ग्रैविटी: 35.4°

• सल्फर: 0.13%

• पेट्रोल उत्पादन में उच्च।

4. टैपिस (Tapis - मलेशिया):

• API ग्रैविटी: 45.5° (बहुत हल्का)

• सल्फर: 0.03%

• एशिया में प्रीमियम फ्यूल उत्पादन के लिए अत्यंत वांछनीय।

मुख्य खरीदार और उपयोग:

प्रीमियम ग्रेड क्रूड ऑइल्स की मांग उन देशों में अधिक होती है जिनकी शोधन क्षमता (refining capacity) अधिक है— जैसे एशिया, यूरोप और उत्तरी अमेरिका। इनका उपयोग पेट्रोल, डीज़ल, जेट फ्यूल जैसे उत्पादों के निर्माण में होता है।

मुरबन के प्रमुख खरीदार:

• चीन, भारत, जापान, दक्षिण कोरिया

• लगभग 75% मुरबन का निर्यात एशिया को होता है (फुजैरा पोर्ट के माध्यम से) – स्वच्छ ईंधन मानकों को पूरा करने हेतु।

अन्य खरीदार और क्षेत्रवार उपयोग:

• ब्रेंट क्रूड: यूरोप, एशिया और अमेरिका में व्यापक उपयोग।

• WTI: अमेरिका में प्रमुख रूप से उपयोग, एशिया को निर्यात में वृद्धि।

• बोनी लाइट: यूरोप (स्पेन, फ्रांस) और एशिया (भारत, चीन) में लोकप्रिय।

• टैपिस: सिंगापुर, मलेशिया, जापान जैसे एशियाई देशों द्वारा प्रीमियम फ्यूल के लिए खरीदा जाता है।

भारत, जो दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा तेल आयातक है, अपनी 85% से अधिक कच्चे तेल की मांग आयात से पूरी करता है। जनवरी 2025 में इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन ने मुरबन के 20 लाख बैरल खरीदे।

• भारत मिडिल ईस्ट और अफ्रीका से ब्रेंट-लिंक्ड क्रूड और अमेरिका से WTI क्रूड आयात करता है।

• जब रूस से आपूर्ति में बाधा आती है, भारत बोनी लाइट को प्राथमिकता देता है क्योंकि यह भारतीय रिफाइनरियों के अनुकूल है।

• टैपिस कम मात्रा में परंतु उच्च गुणवत्ता के लिए कभी-कभी खरीदा जाता है।

डोनाल्ड ट्रम्प की यात्रा का संदर्भ:

16 मई 2025 को ट्रम्प ने यूएई का दौरा किया, जो उनके मध्य पूर्व दौरे का हिस्सा था। उद्देश्य था– ऊर्जा और रक्षा संबंधों को सुदृढ़ करना।

यूएई-यूएस बिजनेस डायलॉग के दौरान ADNOC के CEO डॉ. सुल्तान अल जाबेर ने ट्रम्प को मुरबन क्रूड की एक बूँद युक्त एक कैप्सूल भेंट किया। यह यूएई की ऊर्जा नेतृत्व और अमेरिका के साथ साझेदारी का प्रतीक था।

इस यात्रा के दौरान 2035 तक 440 अरब डॉलर के ऊर्जा निवेश समझौते की घोषणा भी की गई, जिसने इसकी आर्थिक महत्ता को रेखांकित किया।

ट्रम्प की मजाकिया प्रतिक्रिया के वायरल होने से मुरबन क्रूड को वैश्विक प्रसिद्धि मिली। ट्रम्प की ऊर्जा नीतियाँ, जैसे घरेलू उत्पादन को बढ़ावा देना और रूस से तेल खरीदने वाले देशों (जैसे भारत) पर टैरिफ लगाना, वैश्विक आपूर्ति को प्रभावित कर सकती हैं और भारत जैसे देशों को अमेरिका व यूएई से तेल लेने की दिशा में प्रेरित कर सकती हैं।

भविष्य की रणनीति और वैश्विक संदर्भ:

• मुरबन का बेंचमार्क दर्जा यूएई की पारदर्शी मूल्य निर्धारण नीति को दर्शाता है, जो पारंपरिक OPEC मॉडल को चुनौती देता है।

• भारत द्वारा रूसी तेल पर लगे प्रतिबंधों के बीच मुरबन जैसे प्रीमियम ग्रेड की ओर झुकाव, उसकी आपूर्ति स्रोतों में विविधता की रणनीति को उजागर करता है।

• ट्रम्प की नीतियाँ वैश्विक तेल कीमतों को नीचे ला सकती हैं, लेकिन यदि कीमतें $50 प्रति बैरल से नीचे चली जाती हैं, तो उत्पादक देशों को नुकसान हो सकता है।

• ऐसे में OPEC+ उत्पादन को समायोजित कर सकता है, जिससे भारत जैसे खरीदार देशों पर अप्रत्यक्ष प्रभाव पड़ सकता है।

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