ट्रम्प की बिजनेस डिप्लोमेसी: अरब देशों की यात्रा में अरबों डॉलर की डील और नए समीकरण

Donald Trumps Business Diplomacy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प अपनी चार दिन की इस यात्रा में सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) गए जहाँ उनका पूरा ज़ोर बिजनेस डील और सुरक्षा साझेदारी पर रहा।

Neel Mani Lal
Published on: 17 May 2025 11:31 AM IST
US President Donald Trumps Business Diplomacy Billions Dollars Deals Arab Countries
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US President Donald Trumps Business Diplomacy Billions Dollars Deals Arab Countries

Donald Trumps Business Diplomacy: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने अपने कार्यकाल की पहली बड़ी और धमाकेदार विदेश यात्रा में अमेरिकी डिप्लोमेसी का एक नया चेहरा पेश कर दिया। चार दिन की इस यात्रा में ट्रम्प सऊदी अरब, कतर और संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) गए जहां उनका पूरा जोर बिजनेस डील और सुरक्षा साझेदारी पर रहा। ट्रम्प ने इस यात्रा को बड़ी सफलता बताया और दावा किया कि उन्होंने अमेरिका के लिए 4 लाख करोड़ डॉलर के निवेश सौदे हासिल किए।

बिजनेस और कमाई

ट्रम्प ने अपनी यात्रा को अमेरिका की पुरानी विदेश नीति से एकदम अलग दिखाया। उन्होंने पहले की सरकारों की आलोचना करते हुए कहा कि पहले वाली सरकारों के लोग “सुंदर हवाई जहाजों में आकर आपको यह सिखाने की कोशिश करते थे कि कैसे जीना और शासन करना है।”


किसी तरह की नैतिकता का पाठ पढ़ाने की बजाए ट्रम्प ने खाड़ी देशों की दौलत और आधुनिकता की तारीफ की। उन्होंने रियाद की चमकती इमारतों को “शानदार” और खाड़ी शासकों के संगमरमर और सोने से सजे महलों को “बेहतरीन” बताया। इस यात्रा में मानव अधिकारों पर कोई बात नहीं हुई, जो आमतौर पर अमेरिकी राष्ट्रपतियों की अरब देशों की यात्राओं में होती आई है।

भव्य स्वागत और आर्थिक सौदे

सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान, कतर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल थानी और यूएई के राष्ट्रपति मोहम्मद बिन जायद जैसे शासकों ने ट्रम्प का बेहद भव्य स्वागत किया। इस तरह की अगवानी शायद ही पहले कभी देखी गई होगी।इस यात्रा का मुख्य आकर्षण आर्थिक सौदे थे। ट्रम्प ने दावा किया कि उन्होंने 4 लाख करोड़ डॉलर के निवेश सौदे किए, जो सऊदी अरब, कतर और यूएई की कुल अर्थव्यवस्था से दोगुना है। ये सौदे कई सालों में पूरे हो सकते हैं। कतर में ट्रम्प ने बोइंग के साथ 9600 करोड़ डॉलर का सौदा घोषित किया, जिसमें कतर एयरवेज ने 210 बोइंग 787 और 777X जेट खरीदे। बोइंग ने इसे अपनी सबसे बड़ी डील बताया, जो अमेरिका में हर साल 1.54 लाख नौकरियों को सपोर्ट करेगी। ट्रम्प ने इसे “एविएशन के इतिहास का सबसे बड़ा ऑर्डर” कहा।


सऊदी अरब ने अमेरिका में चार साल में 60,000 करोड़ डॉलर का निवेश और 14200 करोड़ डॉलर का हथियार सौदा किया। यूएई ने अगले दस साल में 1.4 लाख करोड़ डॉलर के निवेश का वादा किया, जिसमें आर्टीफीशियल इंटेलिजेंस और सेमीकंडक्टर जैसे सेक्टर शामिल हैं। इसके अलावा, अमेरिकी कंपनी रेथियॉन ने कतर के लिए 100 करोड़ डॉलर का ड्रोन-रोधी सिस्टम सौदा और मैकडरमोट ने कतर एनर्जी के साथ 850 करोड़ डॉलर के ऊर्जा प्रोजेक्ट सौदे किए। ये सौदे ट्रम्प के अमेरिका में “मेक इन अमेरिका" के लक्ष्य का हिस्सा हैं।

कतर का जेट और विवाद

ट्रम्प ने कतर से 400 करोड़ डॉलर का बोइंग 747-8 जेट स्वीकार किया, जिसे अस्थायी रूप से एयर फोर्स वन के रूप में इस्तेमाल किया जाएगा। ट्रम्प ने कहा कि यह जेट रक्षा विभाग के पास रहेगा और बाद में उनके राष्ट्रपति लाइब्रेरी में रखा जाएगा। लेकिन इस सौदे पर नैतिकता और सुरक्षा को लेकर सवाल उठे हैं।


वैश्विक संकटों के बीच कूटनीति

गाजा में हमास ने ट्रम्प की यात्रा से पहले आखिरी जीवित अमेरिकी बंधक एडन अलेक्जेंडर को रिहा किया, जिसे कतर और मिस्र की मध्यस्थता का नतीजा माना गया। ट्रम्प ने इसे शांति वार्ता की दिशा में कदम बताया, लेकिन ट्रम्प ने इस बार इजरायल की यात्रा नहीं की, जो उनकी नेतन्याहू से तनातनी और खाड़ी देशों पर फोकस को दर्शाता है।

सीरिया में ट्रम्प ने नई अंतरिम सरकार के लिए पुराने प्रतिबंध हटाने की घोषणा की, ताकि उसे “महानता का मौका” मिले। यह फैसला तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन और क्राउन प्रिंस मोहम्मद बिन सलमान की सलाह पर लिया गया। नई सरकार के नेता अहमद अल-शारा का अल-कायदा से पुराना संबंध रहा है, जिसके लिए अमेरिका ने उन पर 1000 करोड़ डॉलर का इनाम रखा था। फिर भी, ट्रम्प ने उन्हें “युवा, आकर्षक” और “मजबूत इतिहास” वाला शख्स बताया।


ट्रम्प ने ईरान से परमाणु वार्ता की अपील की, लेकिन उनकी टीम के मिले-जुले बयानों ने खाड़ी देशों को असमंजस में डाला। खाड़ी देश ईरान के परमाणु कार्यक्रम से सतर्क हैं और किसी भी तनाव की स्थिति में सबसे पहले प्रभावित हो सकते हैं। यूक्रेन में, ट्रम्प ने रूस और यूक्रेन के बीच इस्तांबुल में शांति वार्ता का प्रस्ताव रखा, लेकिन यूरोपीय नेताओं ने युद्धविराम के बिना इसे खारिज कर दिया।

ट्रम्प की नई नीति

ट्रम्प की यह यात्रा दिखाती है कि वे कनाडा, मैक्सिको या इजरायल जैसे पारंपरिक सहयोगियों की बजाय खाड़ी देशों को प्राथमिकता दे रहे हैं। यह रणनीति उनकी 2017 की सऊदी यात्रा की तरह है, जिसमें आर्थिक और रणनीतिक सौदों पर जोर था। कतर में एयर फोर्स वन के उतरने पर ट्रम्प ने कहा, “यह एक शानदार यात्रा रही। हमने अपने देश के लिए अरबों डॉलर का निवेश जुटाया।”


फिलहाल, ट्रम्प का पश्चिम एशिया में व्यापार और सहयोग का सपना सुर्खियों में है, लेकिन क्षेत्र के संकटों और वैश्विक नजरों से इसका भविष्य तय होगा।

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