16 October 2025 Ka Panchang Tithi16 अक्टूबर 2025 का पंचांग: नक्षत्र, योग, शुभ-अशुभ समय और चौघड़िया

16 October 2025 Ka Panchang Tithi आज का पंचांग 16 अक्टूबर 2025: जानिए दशमी-एकादशी तिथि, मघा नक्षत्र, शुभ योग, राहुकाल, चौघड़िया, सूर्य-चंद्र समय और शुभ मुहूर्त की पूरी जानकारी।

Suman  Mishra
Published on: 14 Oct 2025 6:10 AM IST (Updated on: 15 Oct 2025 5:51 AM IST)
16 October 2025 Ka Panchang Tithi16 अक्टूबर 2025 का पंचांग: नक्षत्र, योग, शुभ-अशुभ समय और चौघड़िया
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16 October 2025 Ka Panchang Tithi in Hindi: 16 अक्टूबर २०२5 का पंचांग तिथि हिंदी, :हर दिन के शुभ और अशुभ समय के लिए पंचांग देखा जाता है, पंचांग का ज्योतिष शास्त्र में बहुत महत्व है । पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। इसकी मदद से हम दिन के हर बेला के शुभ और अशुभ समय का पता लगाते हैं। उसके आधार पर अपने खास कर्मों को इंगित करते हैं। जानते है आज का पंचांग और शुभ अशुभ योग के बारे में

हिंदू पंचांग के अनुसार आज का दिन गुरुवार (Thursday) है। विक्रम संवत 2082, शक संवत 1947 (विश्वावसु संवत्सर) के अनुसार आज कार्तिक कृष्ण पक्ष की दशमी तिथि सुबह 10:35 बजे तक रहेगी, उसके बाद एकादशी तिथि प्रारंभ होगी। आज का दिन धार्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है क्योंकि गुरुवार को भगवान विष्णु और बृहस्पति ग्रह की विशेष कृपा रहती है।

आज का पंचांग

हिंदू मास एवं वर्ष: विक्रम संवत 2082, कालयुक्त | शक संवत 1947, विश्वावसु

चंद्र मास: पूर्णिमांत – कार्तिक | अमांत – आश्विन

तिथि: कृष्ण पक्ष दशमी (10:35 AM तक), उपरांत एकादशी

वार: गुरुवार

नक्षत्र: आश्लेषा (12:42 PM तक), उपरांत मघा

योग: शुभ (02:10 AM तक), उपरांत शुक्ल योग

करण: विष्टि (10:36 AM तक), उपरांत बव (10:50 PM तक), बाद में बालव

सूर्य और चंद्रमा का समय (Sun & Moon Timings)

सूर्योदय: 6:28 AM

सूर्यास्त: 5:56 PM

चन्द्रोदय: 1:43 AM

चन्द्रास्त: 3:05 PM

आज की राशि स्थिति

सूर्य राशि: कन्या राशि

चंद्र राशि: दोपहर 12:42 PM तक कर्क राशि, उपरांत सिंह राशि

आज का शुभ काल

अभिजीत मुहूर्त: 11:49 AM – 12:35 PM

अमृत काल: 11:03 AM – 12:41 PM

ब्रह्म मुहूर्त: 04:52 AM – 05:40 AM

गोधूलि मुहूर्त: 5:36 PM – 6:15 PM

विजय मुहूर्त: 2:10 PM – 3:03 PM

आज का अशुभ काल

राहुकाल: 1:38 PM – 3:04 PM

यमगण्ड काल: 6:28 AM – 7:54 AM

कुलिक काल: 9:20 AM – 10:46 AM

दुर्मुहूर्त: 10:17 AM – 11:03 AM एवं 02:53 PM – 03:38 PM

वर्ज्यम्: 01:20 AM – 03:01 AM

आज का चौघड़िया

दिन का चौघड़िया

शुभ (वार वेला): 06:28 AM – 07:54 AM

रोग: 07:54 AM – 09:20 AM

उद्वेग: 09:20 AM – 10:46 AM

चर: 10:46 AM – 12:12 PM

लाभ: 12:12 PM – 01:38 PM

अमृत: 01:38 PM – 03:04 PM

काल (काल वेला): 03:04 PM – 04:30 PM

शुभ: 04:30 PM – 05:56 PM

आज के योग और नक्षत्र

शुभ योग: 02:10 AM तक

शुक्ल योग: उपरांत प्रारंभ

आश्लेषा नक्षत्र: 12:42 PM तक

मघा नक्षत्र: 12:42 PM से अगले दिन 01:57 PM तक

गण्डमूल नक्षत्र:

आश्लेषा – Oct 15 12:00 PM – Oct 16 12:42 PM

मघा – Oct 16 12:42 PM – Oct 17 01:57 PM

आज का आनंदादि योग

अमृत योग: 12:42 PM तक

मुसल योग: उपरांत

आज के व्रत और त्यौहार

आज का दिन गुरुवार व्रत और बृहस्पति देव की पूजा के लिए शुभ है। इस दिन पीले वस्त्र धारण करना, पीले फल और चने की दाल का दान करना अत्यंत फलदायी माना गया है। जो लोग गुरु ग्रह की शांति या प्रमोशन-शिक्षा से जुड़ी सफलता चाहते हैं, उन्हें आज व्रत और पूजा अवश्य करनी चाहिए।

पंचांग क्या होता है?

पंचांग ज्योतिष के पांच अंगों का मेल है। जिसमें तिथि,वार, करण,योग और नक्षत्र का जिक्र होता है। हर दिन की तिथि का निर्धारण सूर्य और चंद्मा में भेद के आधार पर होता है और पंचांग के आधार पर हर दिन के शुभ-अशुभ समय का निर्धारण करते हैं। इसके आधार पर अपने काम को आसान बनाते हैँ। आज का पंचांग में तिथि, पक्ष, माह, नक्षत्र भी देखना जरुरी होता है। क्योंकि हर एक शुभ कार्य के लिए अलग अलग नक्षत्र होता है। सूर्योदय से दूसरे दिन सूर्योंदय के कुछ पहर पहले तक ही एक तिथि मानी जाती। चंद्रमा का स्थान जिस दिन चंद्रमा जिस स्थान पर होता है। उस दिन वही नक्षत्र और राशि मानी जाती है। चंद्रमा एक राशि में ढ़ाई दिन तक रहते हैं।

तिथि वारं च नक्षत्रं योगं करणमेव च।

पंचांगस्य फलं श्रुत्वा गंगा स्नानं फलं लभेत् ।।

आदिकाल में ही इस श्लोक के माध्यम से पंचांग को परिभाषित किया है।

तिथि- पंचांग का पहला अंग तिथि है। जो 16 है। इनमें पूर्णिमा और अमावस्या दो प्रमुख तिथियां है। जो दो पक्षों का निर्धारण करते हैं। कृष्ण पक्ष और शुक्ल पक्ष। पूर्णिमा और अमावस्या दोनों तिथि माह में एक बार आती है।

नक्षत्र- नक्षत्र 27 होते हैं। लेकिन एक मुहूर्त अभिजीत नक्षत्र है जो शादी विवाह के समय देखा जाता है। इसे मिला कर 28 नक्षत्र भी कहे जाते है।

योग- 27 होते है। मनुष्य के जीवन में योग का बहुत महत्व है।

करण- 11 होते हैं। 4 स्थिर व 7 परिवर्तनशील है।

वार- सप्ताह में 7 दिन होते हैं। जो रविवार से शुरू, सोमवार, बुधवार, बृहस्पतिवार, शुक्रवार, और शनिवार पर खत्म होते हैं।।

16 अक्टूबर 2025 कार्तिक कृष्ण पक्ष की दशमी,कालयुक्त संवत्सर विक्रम संवत 2082,गुरुवार आज के दिन कोई भी शुभ काम करना हो तो कर सकते हैं। आज का दिन हर दृष्टि से शुभ फलदायी है। अगर किसी शुभ काम को शुरू करना हो, गाड़ी, मकान वस्त्र -आभूषण कुछ भी खरीदना हो तो यहां जान लीजिए शुभ मुहूर्त और अशुभ मुहूर्त,गुरुवार के दिन कुछ लोगों के लिए भाग्यशाली रहने वाला है।

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Suman  Mishra

Suman Mishra

एस्ट्रोलॉजी एडिटर

मैं वर्तमान में न्यूजट्रैक और अपना भारत के लिए कंटेट राइटिंग कर रही हूं। इससे पहले मैने रांची, झारखंड में प्रिंट और इलेक्ट्रानिक मीडिया में रिपोर्टिंग और फीचर राइटिंग किया है और ईटीवी में 5 वर्षों का डेस्क पर काम करने का अनुभव है। मैं पत्रकारिता और ज्योतिष विज्ञान में खास रुचि रखती हूं। मेरे नाना जी पंडित ललन त्रिपाठी एक प्रकांड विद्वान थे उनके सानिध्य में मुझे कर्मकांड और ज्योतिष हस्त रेखा का ज्ञान मिला और मैने इस क्षेत्र में विशेषज्ञता के लिए पढाई कर डिग्री भी ली है Author Experience- 2007 से अब तक( 17 साल) Author Education – 1. बनस्थली विद्यापीठ और विद्यापीठ से संस्कृत ज्योतिष विज्ञान में डिग्री 2. रांची विश्वविद्यालय से पत्राकरिता में जर्नलिज्म एंड मास कक्मयूनिकेश 3. विनोबा भावे विश्व विदयालय से राजनीतिक विज्ञान में स्नातक की डिग्री

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