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जनवरी से दिसंबर तक का पूरा कैलेंडर-अमावस्या 2026 में कब-कब पड़ेगी ?जानिए पूजा विधि
Amavasya 2026 Me Kab-Kab Padegi:हर अमावस्या का अपना महत्व है। इन तिथियों पर स्नान, दान और व्रत करने से सारी कामनाओं की पूर्ति होती है।जानिए साल 2026 में अमावस्या कब-कब पड़ेगी। माघ से लेकर मार्गशीर्ष तक सभी 12 अमावस्या की तिथि, दिन और महत्व की जानकारी। पूजा विधि, क्या करें और क्या न करें तथा शुभ उपाय।
2026 Me Amavasya Kab-Kab Padegi 2026 में अमावस्या कब-कब पड़ेगी: एक साल में 12 अमावस्या की तिथि होती है।हर महीने में एक अमावस्या पड़ती है। जब चंद्रमा गायब हो जाता है तो उसे अमावस्या या अमावस के नाम से जाना जाता है। अमावस्या वाली रात तक कृष्ण पक्ष रहता है। शास्त्रों के अनुसार अमावस्या के दिन पूजा-पाठ करने का विशेष महत्व है।
धर्मानुसार इस दिन पितृदोष से मुक्ति पाने के लिए विशेष महत्व है। क्योंकि इस दिन तर्पण, स्नान, दान आदि के लिए बहुत पुण्य और फलदायी होता है। यदि कोई व्यक्ति काल सर्प दोष से पीड़ित हैं तो उसे मुक्ति पाने के लिए अमावस्या तिथि उपाय के लिए असरदार मानी जाती है। जानते है साल 2026 में अमावस्या कब-कब पड़ेगी, जनवरी से दिसम्बर तक का पूरा दिन व तारीख । साल 2026 आने में बस कुछ माह शेष रह गए है। तो इस साल कब कब होंगे खास तिथियां जानेंगे
2026 में अमावस्या कब-कब पड़ेगी
18 जनवरी 2026, रविवार, माघ अमावस्या
17 फरवरी 2026, मंगलवार, फाल्गुन अमावस्या
19 मार्च 2026, गुरुवार, चैत्र अमावस्या
17 अप्रैल 2026, शुक्रवार, वैशाख अमावस्या
16 मई 2026, शनिवार, ज्येष्ठ अमावस्या
15 जून 2026, सोमवार, ज्येष्ठ अमावस्या (अधिक)
14 जुलाई 2026, मंगलवार, आषाढ़ अमावस्या
12 अगस्त 2026, बुधवार, श्रावण अमावस्या
11 सितंबर 2026, शुक्रवार, भाद्रपद अमावस्या
10 अक्टूबर 2026, शनिवार, आश्विन अमावस्या
09 नवंबर 2026, सोमवार, कार्तिक अमावस्या
08 दिसंबर 2026, मंगलवार, मार्गशीर्ष अमावस्या
अमावस्या पूजा विधि
अमावस्या के दिन व्रती सुबह जल्दी उठकर पवित्र नदी में स्नान करें या घर पर ही पानी में गंगाजल मिलाकर स्नान करें। इसके बाद भगवान विष्णु का ध्यान करते हुए व्रत का संकल्प लें। और पितरों के नाम का दीपक जलाएं और उनका तर्पण करें। और पीपल के पेड़ की पूजा करें और 108 बार परिक्रमा करें। इसके बाद तुलसी के पौधे की पूजा करें और 108 बार परिक्रमा करें।अमावस्या के दिन दान-पुण्य करना शुभ फल दायीं माना जाता है। यदि संभव हो तो श्राद्ध कर्म करें, इससे पितरों की आत्मा को शांति मिलती है। इसके अलावा घर के ईशान कोण में घी का दीपक जलाएं ऐसा करने से आप के ऊपर पित्तरों का आशीर्वाद प्राप्त होता है।
अमावस्या के दिन क्या ना करे
अमावस्या के दिन बाल, नाखून, नही काटना चाहिए।अमावस्या के दिन किसी को अपशब्द नही बोलना चाहिए।अमावस्या के दिन मुंडन, गृह प्रवेश जैसे शुभ कार्य नही करना चाहिए असुभ माना जाता है।
अमावस्या के दिन तामसिक चीजों का सेवन नही करना चाहिए जैसे मास, मछली, अंडा, और मदिरापान इन सभी वस्तुओं से दूर रहना चाहिए।अमावस्या के दिन बड़े बुजुर्गों का अपमान नही करना चाहिए
अमावस्या के दिन उपाय
अमावस्या के दिन सुबह समय पर उठ जाएं और स्नान आदि करने के बाद हनुमान जी का पाठ करें और उन्हें लड्डू का भोग लगाएं। यदि आप पाठ नहीं कर पा रहे तो हनुमान बीज मंत्र का जाप भी कर सकते हैं। आप पूजा करते समय हनुमान जी के सामने चमेली के तेल का दिया जलाएं।घर में पूजा करने के अलावा आप मंदिर जाएं और अन्न का दान करें। अन्न दान को हिन्दू धर्म में बहुत बड़ा पुण्य माना गया है और यदि इस कार्य को अमावस्या के दिन किया जाए तो यह और भी शुभ होता है।इस दिन शनि देव को तेल का दान करें। साथ में आप काली उड़द और लोहा भी दान कर सकते है।
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