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Aaj ka Upay : सुबह-सुबह हर दिन करें ये काम, घर में बढ़ेगा सुख-समृद्धि, जानिए आज का उपाय
Pradeep Mishra Aaj ka Upay : रोज सुबह करें इन उपायों को घर में बढ़ेगा सुख समृद्धि और आत्मविश्वास, जानिए आज का उपाय
Aaj Ka Upay: सनातन धर्म में सुबह उठने को अच्छा माना गया है। सप्ताह के सातों दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठना अत्यंत शुभ और आध्यात्मिक दृष्टि से फलदायी माना गया है। यह समय सूर्योदय से लगभग एक डेढ़ घंटे पहले सुबह 4 बजे से 5:30 बजे के बीच का होता है। इसे अमृत समय है, इस समय किया गया हर काम सुबह फल देता है जानते हैं कि पंडित प्रदीप मिश्रा के अनुसार आज का उपाय क्या है। ब्रह्म मुहूर्त में किन कार्यों को करना अत्यंत शुभ माना गया है।
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर सबसे पहले स्नान करना और भगवान का स्मरण करना अत्यंत पुण्यकारी माना जाता है। इस समय अपने इष्ट देव का ध्यान या पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है। साथ ही पितृ दोष और अन्य नकारात्मक प्रभावों से भी मुक्ति मिलती है। यह अभ्यास न केवल आध्यात्मिक बल को बढ़ाता है, बल्कि पूरे दिन शरीर और मन को ऊर्जा से भर देता है।
सुबह करे हथेली के दर्शन
धार्मिक मान्यता के अनुसार, हथेली में देवी-देवताओं का वास होता है। सुबह उठते ही अपनी हथेलियों के दर्शन करते हुए एक विशेष मंत्र का उच्चारण करना बेहद शुभ होता है
“ॐ कराग्रे वसते लक्ष्मी, करमध्ये सरस्वती।
करमूले तु गोविंदा, प्रभाते करदर्शनम्॥”
इस मंत्र का अर्थ है कि हथेली के अग्र भाग में मां लक्ष्मी, मध्य भाग में मां सरस्वती और मूल भाग में भगवान गोविंद का निवास है। इस मंत्र का जप करके दिन की शुरुआत करने से धन, विद्या और आध्यात्मिक उन्नति की प्राप्ति होती है।
सुबह का योग और ध्यान
ब्रह्म मुहूर्त में योग और ध्यान करने से शरीर, मन और आत्मा तीनों में संतुलन बनता है। योग से जहां शरीर स्वस्थ रहता है, वहीं ध्यान से मानसिक शांति और आत्मिक बल मिलता है। यह अभ्यास आत्मविकास का मार्ग प्रशस्त करता है और जीवन में स्थिरता व सफलता लाता है।
सुबह का मंत्र जप
इस शुभ समय में किसी विशेष मंत्र का जप करना अत्यंत फलदायी होता है। जैसे गायत्री मंत्र, महामृत्युंजय मंत्र या अपने इष्ट मंत्र का जप करने से मानसिक शांति के साथ-साथ जीवन की बाधाएं भी दूर होती हैं। ब्रह्म मुहूर्त में नियमित रूप से मंत्र जप करने से साधक की मनोकामनाएं भी शीघ्र पूर्ण होती हैं।
श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप
ब्रह्म मुहूर्त में उठकर शिवलिंग पर जल चढ़ाते समय श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करना चाहिए। इसके अतिरिक्त, ब्रह्म मुहूर्त में स्नान करना भी अत्यंत पुण्यदायी माना गया है।
किसी भी सोमवार, सोमवार की अष्टमी और शिवरात्रि पर गंभीर बीमारी से मुक्ति पाने के लिए शमी के फूल को नीलकंठेश्वर महादेव का नाम लेकर शिवलिंग पर चढ़ाएं। इसके अलावा पांच कमलगट्टे और पांच बेलपत्र ,तांबे के लोटे में जल लें और श्री शिवाय नमस्तुभ्यं मंत्र का जाप करें।
इस मंत्र का पांच बार स्मरण करें , शिव मंदिर हो या किसी वृक्ष के नीचे शिवलिंग हो वहां पर उस शिवलिंग पर यह जल कमलगट्टे और बेलपत्र सहित अर्पित कर दें। उसमें से एक कमलगट्टे और बेलपत्र को उठाकर अपने घर पर लेकर आ जाओ और उसे पूजा घर में रखकर शिवजी का स्मरण करो। इससे हर परेशानी से मुक्ति मिलती है। इन उपायों के धर्म ग्रंथों के आधार पर बताया गया है।
नोट : ये जानकारियां धार्मिक आस्था और मान्यताओं पर आधारित हैं। Newstrack.com इसकी पुष्टि नहीं करता है।इसे सामान्य रुचि को ध्यान में रखकर लिखा गया है
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